: वक्फ में सुधार के वक्त क्यों सुनाई देने लगी मुस्लिम वोटों की रट....दरअसल सरकार ने आज वक्फ कानून में संशोधन बिल का लोकसभा में पेश किया...विरोध और समर्थन के बीच इसे अब जेपीसी को भेज दिया गया है...लेकिन बिल पेश होने से लेकर जेपीसी को भेजे जाने तक के बीच जो हुआ उसने सबके चेहरे से नकाब उतार दिया.
.आज सरकार ने वक्फ एक्ट में बदलाव का बिल लोकसभा में पेश कर दिया....हालांकि चर्चा शुरू होने से पहले ही बिल को सरकार ने JPC में भेजने का फैसला कर लिया....पता ये लगा है कि टीडीपी...जेडीयू और LJP ने बीजेपी के नेताओं से कहा था कि इस बिल को पास कराने के बजाए स्टैंडिंग कमेटी या ज्वाइन्ट पार्लियामेंट्री कमेट
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लेकर आजाद समाज पार्टी कांशीराम के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह सरकार मुसलमानों की हितैषी तो बिल्कुल नहीं है। उसने संविधान को कैसे दरकिनार कर दिया।
आज सदन में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया गया। हालांकि यह बिल आज संसद में पास नहीं हो सका। इसे लेकर जमीयत उलेमा मुंबई के अध्यक्ष मौलाना एजाज कश्मीर ने बयान देते हुए कहा कि मोदी सरकार वक्फ की जमीन पर कब्जा करना चाहती है।
सदन की कार्यवाही के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। इस दौरान अमित शाह सपा मुखिया पर भी भड़कते हुए नजर आए।
गुरुवार को लोकसभा में वक्फ बिल पेश हुआ जिस पर काफी हंगामा हुआ। हालांकि, भाजपा की सहयोगी जेडीयू इस बिल के समर्थन में दिखी। जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा है कि ये बिल कहीं से भी मुस्लिम विरोधी नहीं है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने आज लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया। हालांकि सदन में आज यह बिल पेश नहीं हो पाया। इस दौरान सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। बता दें कि इस पर अब मायावती की प्रतिक्रिया आई है।
केंद्रीय अल्पसंख्य कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया। इस दौरान सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। हालांकि आज यह बिल पास नहीं हो सका है। बता दें कि इसे लेकर विपक्षी दलों द्वारा खूब विरोध किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के मुस्लिम वक्फ बोर्ड चेयरमैन सनवर पटेल ने आज लोकसभा में पेश हुए वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का स्वागत किया है।
लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल भारी शोरगुल के बीच पेश हुआ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सच्चाई ये है बीजेपी अपने चंद कट्टर समर्थकों के तुष्टिकरण के लिए यह बिल ला रही है।
मोहसिन रजा ने कहा कि 1995 के वक्फ एक्ट और 2013 के संशोधन में जो बदलाव लाया जा रहा है वह देश हित में और जनहित में है। पुराना वक्फ कानून कांग्रेस की एक सोची समझी साजिश थी।
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल 2024 लोकसभा में पेश कर दिया गया है। इस बिल का कांग्रेस, सपा समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने जोरदार विरोध किया है।
वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन का कांग्रेस, सपा, एनसीपी शरद पवार गुट समेत कई पार्टियों ने विरोध किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर जमकर निशाना साधा।
गुजरात में एक पैटर्न देखने में आया है कि लोग किसी की भी जमीन पर अवैध कब्जे को कानूनी जामा पहनाने के लिए उसे वक्फ बोर्ड से नोटिफाई करवा लेते हैं। आइए अब आपको 3 केस स्टडी से समझाते हैं कि कैसे वक्फ बोर्ड किसी अवैध कब्जे को कानूनन वैध बना देता है।
वक्फ बोर्ड कानून में संसोधन का कई पार्टियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। इस कानून में 40 संसोधन किए जा सकते हैं। अन्य विपक्षी दलों के साथ सपा भी इस संसोधन का विरोध कर सकती है।
विपक्षी दलों ने बु सरकार से आग्रह किया कि वक्फ (संशोधन) बिल को लोकसभा में पेश किए जाने के बाद इस पर गौर करने के लिए इसे संसद की स्थायी समिति के पास भेजा जाना चाहिए।
केंद्र की मोदी सरकार ने लोकसभा में वक्फ बिल को पेश करने का ऐलान कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, इस बिल के तहत वक्फ बोर्ड अधिनियम में 40 से अधिक संशोधनों किए जा सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट की वकील कनिका भारद्वाज ने बताया कि इस बिल से वक्फ बोर्ड के नाम पर जिस तरह से लैंड का मिसयूज हो रहा है या अन्य अनियमितताएं हो रही हैं, उन्हें खत्म किया जाएगा। कनिका ने बताया कि कुल 40 बदलाव किए जा रहे हैं।
मुस्लिम वक्फ बोर्ड के संशोधन की बात सामने आते ही ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस पर खासा एतराज जताया है। मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आइये जानते हैं वक्फ बोर्ड की ताकत कम करने किसे फायदा होने वाला है?
केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम में 40वें संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी जारी है। इसे लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि वक्फ एक्ट में कोई भी बदलाव हमें मंजूर नहीं है।
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