वैगनर आर्मी का नेटवर्क सिर्फ रूस ही नहीं, बल्कि दुनिया के करीब 30 देशों तक फैला है। इनमें यूरोप, एशिया से लेकर अफ्रीकी और लैटिन अमेरिकी देश तक शामिल हैं। मगर अब वैगनर आर्मी के चीफ प्रिगोझिन की तथाकथित मौत के बाद इस संगठन के अस्तित्व पर संकट गहरा गया है। ब्रिटेन इस ग्रुप को आतंकवादी घोषित करना चाह रहा है।
मास्को विमान हादसे में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की मौत के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा दांव खेल दिया है। इससे अब वैगनर को बचने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा। अब तक वैगनर सैनिक अमेरिकी की उस खुफिया रिपोर्ट के बाद पुतिन से भड़के हुए हैं जिसमें कहा है कि प्रिगोझिन की मौत हादसा नहीं हत्या थी।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर समूह के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की विमान हादसे में मौत के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। पुतिन ने कहा कि वह प्रतिभाशाली व्यक्ति था, मगर उसने गलतियां कीं। राष्ट्रपति ने प्रिगोझिन के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
गत 23 जून को प्रिगोझिन के लड़ाकों ने कूच करना शुरू किया था और कुछ घंटों में रूस के दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में प्रवेश कर गए। एक सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया। प्रिगोझिन ने इस कदम को रूसी शीर्ष सैन्य नेताओं को हटाने के लिए ‘‘न्याय का मार्च’’ कहा था।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बगावत करने वाले निजी सेना वैगनर ग्रुप के प्रमुख रहे येवगिनी प्रिगोझिन की मौत के बाद उनके सैनिकों को बड़ा सदमा लगा है। एक वीडियो में प्रिगोझिन की तस्वीरों के सामने श्रद्धांजलि देते वक्त सैनिक फूट-फूटकर रोते दिख रहे हैं।
कुछ दिनों पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की कथित तौर पर एक विमान हादसे में मौत हो गई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रूसी समाचार एजेंसी टास के हवाले से यह जानकारी दी है.
रूस की निजी सेना के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन ने मई में पुतिन से बगावत की थी। हालांकि बाद में उन्होंने बगावत को वापस ले लिया था और रूस को छोड़कर बेलारूस चले गए थे। बाद में पुतिन के साथ उनके सुलह-समझौते की भी खबरें आई। मगर पुतिन से बगावत के बाद 4 महीने भी प्रिगोझिन जिंदा नहीं रह सके।
रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए एक विमान में सवार 10 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से एक येवगेनी प्रिगोझिन भी हैं।
रूस की निजी सेना वैगनर आर्मी चीफ येवगिनी प्रिगोझिन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी सेना से बातचीत करते हुए भविष्य का प्लान बता रहा है। प्रिगोझिन यूक्रेन की लड़ाई की निंदा भी करता सुना जा सकता है। हालांकि वह फिर यूक्रेन लौट सकने की संभावना से भी इंकार नहीं करता। अपने अफ्रीका प्लान को भी बताता है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके यूक्रेन के हालात समेत भारत-रूस के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर बातचीत की है। पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर अब तक रूस की ओर से की गई कार्रवाई और वैगनर विद्रोह के बारे में भी जानकारी दी। पीएम मोदी ने बातचीत और कूटनीति से समस्या समाधान को कहा।
वैगनर चीफ के ठिकाने का पता चल गया है। बेलारूस के राष्ट्रपति ने उनके बारे में जानकारी दी है। हालांकि प्रीगोझिन का अभियोग से बचना एक दुर्लभ घटना है, क्योंकि क्रेमलिन बागियों और सरकार-विरोधी प्रदर्शनों में शामिल लोगों से बहुत सख्ती से निपटने के लिए जाना जाता है। प्रिगोझिन ने मंगलवार को कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया।
राष्ट्रपति पुतिन से बगावत के बाद अब वैगनर ग्रुप और उसके चीफ येवगिनी प्रिगोझिन का भविष्य अंधकारमय हो चुका है। भले ही क्रेमलिन ने वैगनर सेना और प्रिगोझिन पर अभियोग नहीं चलाने का फैसला किया है, लेकिन जाहिर है कि पुतिन के साथ बगावत के बाद अब प्रिगोझिन की रूस में राह आसान नहीं होगी। अब उन्हें देश से निकाला जा सकता है।
अगर वैगनर ग्रुप ने मास्को कूच का अपना फैसला वापस नहीं लिया होता और सशस्त्र सैन्य विद्रोह की जिद नहीं छोड़ी होती तो रूस की बर्बादी तय थी। यूक्रेन समेत पश्चिमी देशों को पुतिन की बर्बादी का जश्न मनाने का इंतजार था, लेकिन रूसी सैन्य अधिकारियों और उनके दोस्त बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकासेंको ने इस तबाही को रोका।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने ही देश के खिलाफ बगावत करने वाली निजी सेना वैगनर ग्रुप और उसके चीफ येवगिनी प्रिगोझिन को माफ कर दिया है। क्रेमलिन ने ऐलान किया है कि प्रिगोझिन और उनकी सेना पर अब देश द्रोह का कोई मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। जांच भी बंद कर दी जा रही है। इससे पश्चिमी देश हैरान हैं।
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