महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद विपक्षी दल अब एक बार फिर से ईवीएम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इसी क्रम में अब उद्धव ठाकरे ने भी अपने पराभूत उम्मीदवारों को बड़ा आदेश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट से चुनाव आयोग को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने VVPAT पर्चियों के ईवीएम मशीन से 100 फीसदी मिलान कराने की मांग वाली पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया है।
याचिका में कहा गया था कि ईवीएम के हर वोट का मिलान वीवीपैट से निकलने वाली पर्ची से किया जाना चाहिए। इस विषय पर हर पक्ष की दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया।
ईवीएम से वीवीपैट की पर्चियों की पूरी गिनती हो, इन मुद्दों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिकाओं पर आज कोर्ट ने बड़ी बात कही है। जानें अबतक इस केस में क्या हुआ?
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उन याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रख लिया जिसमें चुनाव आयोग और केंद्र को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश देने की मांग की गई है कि मतदाता वीवीपीएटी के माध्यम से यह सत्यापित कर सकें कि उनका वोट रिकॉर्ड के रूप में गिना गया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी दल 100 प्रतिशत वीवीपैट की गिनती को लेकर अपनी बात रखने के लिए निर्वाचन आयोग से समय मांग रहे हैं, लेकिन आयोग उन्हें समय नहीं दे रहा है।
3 दिसंबर रविवार को चार राज्यों में मतगणना होनी है, उससे पहले समझिए कैसे होती है वोटों को गिनती समेत कई ऐसे विषय, जिन्हें आपका जानना है आवश्यक-
सूत्रों के मुताबिक, अगर पूरे देश में एक साथ चुनाव कराए जाते हैं तो लगभग 30 लाख कंट्रोल यूनिट, लगभग 43 लाख बैलेट यूनिट और लगभग 32 लाख VVPAT की जरूरत होगी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के 20 साल होने के अवसर पर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि यह पता लगाने की जरूरत है कि एक मतदाता द्वारा अपनी पसंद के पार्टी उम्मीदवार के नाम के आगे बटन दबाने के बाद वास्तव में क्या आता है और वीवीपैट में क्या दिखता है।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने शनिवार को कहा कि ईवीएम-वीवीपैट प्रणाली में छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है लेकिन चुनाव आयोग को विपक्ष और लोगों को समझाकर उसके बारे में संदेह को दूर चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी रुझानों में सत्ता पर दोबारा काबिज होते दिख रही है। जारी मतगणना के बीच भाजपा उम्मीदवार 542 लोकसभा सीटों में से 296 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने विपक्षी दलों के EVM से छेड़छाड़ के आरोपों के बीच एक बयान जारी कर चुनाय आयोग की जिम्मेदारियों का जिक्र किया।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले कांग्रेस एवं दूसरे प्रमुख विपक्षी दलों के नेता मंगलवार को अनौपचारिक मुलाकात करेंगे तथा चुनाव आयोग का रुख करेंगे।
वीवीपैट खराब होने की शिकायत पर आजमगढ़ के मुबारकपुर विधानसभा के बूथ संख्या 337 पर करउथ ग्राम सभा मे 19 मई को फिर से मतदान कराने का आदेश दिया गया है।
ईवीएम के मत और वीवीपीएटी की पर्ची असंगत पाये जाने पर वीवीपीएटी की पर्चियों की गणना को वैध माना जायेगा।
होटल में ईवीएम और वीवीपैट देखकर स्थानीय लोग चुनावी गड़बड़ी की आशंका जता रहे थे। आक्रोशित लोगों ने इस मसले को लेकर हंगामा भी किया।
चुनाव के बीच विपक्षी पार्टियों को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने EVM पर विपक्षी पार्टियों की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है। देश की 21 पार्टियों ने EVM से 50% VVPAT पर्चियों के मिलान की मांग की थी।
21 विपक्षी दलों की 50 फीसदी VVPAT की पर्चियों के सत्यापन की मांग पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।
इसके पहले कोर्ट ने वीवीपैट पर्चियों का मिलान अनुपात बढ़ाए जाने पर चुनाव आयोग से स्पष्ट जवाब भी मांगा था जिसके बाद आयोग ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा था कि मौजूदा व्यवस्था ठीक है। इसमें बदलाव की जरूरत नहीं है।
लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है और विपक्ष ईवीएम को लेकर लगातार सवाल उठा रहा है।
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