भारत में जिन लोगों की नागरिकता संदेह के घेरे में है, उन्हें डी वोटर यानी डाउटफुल (संदिग्ध) वोटर कहा जाता है। ये लोग रह तो भारत में रहे हैं लेकिन इनके पास वोट डालने का हक नहीं है।
दिल्ली में 2,627 स्थानों पर 13,637 और 4 सहायक (2,891 महत्वपूर्ण) मतदान केंद्रों के साथ 70 गुलाबी बूथ भी स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें केवल महिला अधिकारी ही संभालेंगी। इसके साथ ही इसी तरह 70 मॉडल मतदान केंद्र भी बनाए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव 2019 में लोकसभा की 11 ऐसी सीटें थीं, जहां दो उम्मीदवारों के हार और जीत के बीच वोटों का मार्जिन 4 हजार से लेकर 96 हजार तक था। एक सीट पर तो दो उम्मीदवारों के हार और जीत के बीच वोटों का अंतर 4,492 था।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में जारी मतदान के बीच भीलवाड़ा में एक बुजुर्ग की पोलिंग बूथ पर ही मौत हो गई। वह मतदान के लिए लाइन में खड़े थे तभी अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई।
यूपी के नोएडा की गिनती हाईटेक शहरों में होती है इसके बावजूद यहां का शहरी इलाका वोटिंग के मामले काफी पीछे है। इस बार मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए लाने के लिए नोएडा की हाईराइज सोसायटी में 52 और ग्रेटर नोएडा की हाईराइज सोसायटी में 48 बूथ बनाए गए हैं।
देशभर में लोकसभा चुनाव का इंतजार अब खत्म होने वाला है। 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होगी। वहीं, ओडिशा में 21 लोकसभा सीटों के लिए चार चरणों में लोकसभा चुनाव का आयोजन होगा।
राजस्थान में पहले चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदाता जयपुर में 22,87,350 हैं, जबकि दौसा लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम 18,99,304 मतदाता हैं। पहले चरण में 19 अप्रैल को 12 सीटों- गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर में मतदान होगा।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन पूरे हो चुके हैं। राज्या में दो चरणों में 19 और 26 अप्रैल को चुनाव होंगे। पहले चरण में 19 अप्रैल को 12 सीटों- गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर में मतदान होगा।
कोई मतदाता मतदान केंद्र पर पहुंचने के बाद भी मतदान से दूरी बना सकता है। ‘नोटा’ विकल्प मतदाताओं को किसी भी प्रत्याशी में विश्वास नहीं जताने का अवसर देता है, वहीं ‘मतदान से इनकार’ का विकल्प उसे मतदान प्रक्रिया से ही दूर रहने का मौका देता है।
भारत के 1950 में गणतंत्र बनने से एक दिन पहले अस्तित्व में आए निर्वाचन आयोग ने 17 आम चुनाव कराए हैं। लेकिन पहले आम चुनाव कराने में उसे देश के भूगोल और जनसांख्यिकी दोनों से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसका बड़ा तबका तब अशिक्षित था।
देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन में हर चरण में राजनीतिक दलों की भागीदारी के साथ-साथ मतदाता सूची के पुनरीक्षण में शामिल विभिन्न कार्यों के बारे में जानकारी दी है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 2011 में हुई थी लेकिन पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है। बीजेपी का मकसद इसके जरिए 1 करोड़ युवा मतदाताओं को जोड़ना है।
National Voters Day: आज यानी 25 जनवरी 2024 को 14वां नेशनल वोटर्स डे मनाया जा रहा है। इस साल लोकसभा के चुनाव भी होने वाले हैं। अगर, आप भी अपने वोटर आईडी कार्ड में कुछ बदलाव करना चाहते हैं, तो अब घर बैठे करवा सकते हैं।
अमेरिका में नवंबर 2024 में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव से पहले रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनने की होड़ में शामिल निक्की हेली को पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप से कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। न्यू हैम्पशायर में निक्की हेली पर एक वोटर का दिल आ गया। उसने सीधे उनका भाषण बीच में रोककर पूछा-"मुझसे शादी करोगी"?
गुरदीप इस साल मई में तब भी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की आयोजित 10वीं की परीक्षा स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में उत्तीर्ण की थी।
5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इन दिनों अधिक व्यस्त हैं लेकिन गंगा देवी के निधन की सूचना मिलते ही वह अपने सभी कार्यक्रम रद्द करके कुल्लू पहुंच गए।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेश पंसुरिया ने बताया, हमारे परिवार में 60 सदस्य हैं और हमने सोचा कि अलग-अलग जाने के बजाय, हम एक साथ जाएंगे। हमने जाने के लिए एक ड्रेस कोड भी तय किया, जो राज्य के बाकी हिस्सों और मतदाताओं को एक संदेश पहुंचाएगा।
परिसीमन आयोग ने कश्मीरी प्रवासियों के लिए मतदान के अधिकार वाली दो आरक्षित सीटों की भी सिफारिश की है जिन्हें नामांकित किया जाएगा। आयोग ने जम्मू संभाग में रहने वाले पीओजेके शरणार्थियों के लिए विधानसभा में आरक्षण की भी सिफारिश की है।
India's first voter passes away:आजाद भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी का हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में निधन हो गया है। इससे पूरे देश में शोक व्याप्त हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने भी नेगी के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।
Big Changes in Voter List: मतदाता सूची में अक्सर होने वाली गड़बड़ियों से आपको भी कभी न कभी परेशान होना पड़ा होगा। कई बार नाम, उम्र और पते में होने वाली त्रुटियों को सही कराने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़े होंगे। इसमें आपका धन और समय दोनों ही व्यर्थ में खर्च हुआ होगा। मगर अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
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