इस्लामाबाद गांव की आबादी लगभग 10,000 है, जिसमें से लगभग 4,700 लोग मतदान करने के पात्र हैं। इस्लामाबाद के लोगों का कहना है कि नाम की वजह से उन्हें कभी किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
कुछ ही दिनों में देश के कई बड़े राज्यों में चुनाव है ऐसे में करण जौहर का ये संदेश काफी मायने रखता है।
लखनऊ के जिला चुनाव अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि चुनाव आयोग 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के घरों में डाक मतपत्र सेवा की पेशकश कर रहा है। इसके अलावा यदि कोई वरिष्ठ नागरिक मतदाता किसी मतदान केंद्र पर जाना चाहता है, तो हमारे ऑन-ड्यूटी कर्मचारी हर संभव तरीके से उनकी सहायता करेंगे।
राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है। अंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता के वास्तविक आंकड़े आएंगे।
हमारे चुनाव डाटा बेस के प्रबंधन में सबसे बड़ी समस्या है, एक ही व्यक्ति द्वारा कई चुनाव क्षेत्रों में वोटर के रूप में अपनी नाम पंजीकृत कराना।
ओवैसी ने अपने नोटिस में पुट्टास्वामी वर्सेज यूनियन ऑफ इंडिया के केस का भी हवाला दिया। उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि किसी व्यक्ति की सुरक्षा और प्राइवेसी को इस प्रक्रिया से नुकसान पहुंच सकता है।
कैबिनेट मीटिंग में चुनाव सुधार से जुड़े एक बिल को मंजूरी दी गई है। इस बिल के मुताबिक, आने वाले समय में वोटर आईडी कार्ड को उस शख्स के आधार नंबर से जोड़ा जाएगा।
पूरे जिले में बड़े पैमाने पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही 1 नवम्बर से 30 नवंबर तक नए वोटरों को जोड़ने का अभियान भी चलाया जा रहा है।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस. चेन्नपा ने बताया कि आरोपी विपुल सैनी ने यहां के नकुड़ इलाके में अपनी कम्प्यूटर की दुकान में कथित तौर पर हजारों की संख्या में मतदाता पहचान पत्र बनाए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैनी आयोग की वेबसाइट में उसी पासवर्
कुरैशी ने बताया कि जब उन्हें रोका गया तो उनके द्वारा मतदान से पहले की जाने वाली औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए अपना वैकल्पिक आईडी दस्तावेज - अपना आधार कार्ड पेश किया गया लेकिन IIC इलेक्शन ऑफिसरों द्वारा संस्था द्वारा जारी किए गए स्मार्ट आईडी कार्ड पर ही जोर दिया गया। हालांकि IIC प्रबंधन ने कुरैशी के आरोप का खंडन किया।
रविशंकर प्रसाद ने एक अन्य उत्तर में कहा कि वोटर आईडी कार्ड को आधार के साथ लिंक करने के मुद्दे पर सरकार को सुप्रीम कोर्ट की ओर से कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) सोमवार को मतदाता पहचान पत्र (Voter ID card) का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण लॉन्च करेंगे, जिसे मोबाइल फोन या पर्सनल कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके बाद से हमेशा वोटर आईडी कार्ड साथ लेकर चलने की जरूरत खत्म हो जाएगी। आप उसका इलेक्ट्रॉनिक संस्करण साथ लेकर चल सकते हैं।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आफ़ताब ने बताया कि उन्होंने चुनावी तैयारियों को लेकर उत्तर बंगाल के 5 जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
निर्वाचन आयोग मतदाता पहचान पत्र डिजिटल रूप में मतदाताओं को उपलब्ध कराने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस संबंध में निर्वाचन आयोग ने अभी कोई फैसला नहीं किया है।
बिहार चुनाव तीन चरणों में होंगे। पहले चरण के लिए चुनाव 28 अक्टूबर को 71 विधानसभा क्षेत्रों में होंगे, दूसरे चरण के लिए 94 सीटों पर चुनाव 3 नवंबर को होंगे और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को 78 विधानसभा सीटों पर होगा।
बिहार चुनाव 2020: राघोपुर में मतदाताओं का क्या है मूड, देखिये इंडिया टीवी की ग्राउंड रिपोर्ट
बिहार चुनाव 2020: बाढ़ में मतदाताओं का क्या है मूड। देखिये इंडिया टीवी की ग्राउंड रिपोर्ट
वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड को आपस में लिंक कराना आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। इससे आप कई तरह के फर्जीवाड़े से बच सकते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतदान से पहले आप भी घर बैठे मतदाता सूची में अपना नाम चेक कर सकते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आगामी आठ फरवरी को होने मतदान में 14786382 मतदाता चुनाव मैदान में मौजूद कुल 672 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
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