रूसी राष्ट्रपति पुतिन द्वारा रेफ्रेंडम के बाद यूक्रेन के चार क्षेत्रों दोनेत्स्क, लुहांस्क और खेरसॉन व जापोरिज्जिया को रूस में मिलाए जाने का ऐलान किए जाने के बाद पिछले वर्ष इसे अपने कब्जे में ले लिया था, लेकिन धीरे-धीरे यूक्रेनी सेना फिर से इन क्षेत्रों पर लगभग नियंत्रण स्थापित कर चुकी थी।
ब्रिटेन की यात्रा पर निकले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को यूरोपीय संघ के 27 देशों ने रूस के खिलाफ जंग में खुला समर्थन देने का ऐलान किया है। इससे रूस-यूक्रेन की जंग और अधिक भीषण हो जाने की आशंका बढ़ गई है। दोनों देशों के बीच 24 फरवरी 2022 को युद्ध की शुरुआत हुई थी। अब इसके एक वर्ष पूरे होने को हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की युद्ध के एक वर्ष होने से पहले ब्रिटेन यात्रा पर लंदन पहुंच गए हैं। वहां उन्होंने ब्रिटेन के 900 साल पुराने वेस्टमिंस्टर हॉल में यूक्रेन में युद्ध के हालात पर बोलना शुरू किया तो सिर्फ ब्रिटिश सांसदों ने ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया उन्हें सुनती रही।
यूक्रेन पर रूस ने वर्ष 2022 में 24 फरवरी को पहली बार हमला किया था। आगामी 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले को एक वर्ष पूरे हो जाएंगे। यूक्रेन हमले की इस बरसी पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन कीव पर बहुत बड़े हमले की तैयारी में हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की स्वयं यह आशंका कई बार जता चुके हैं।
यूक्रेन युद्ध के एक वर्ष होने को हैं। पुतिन की सेना ने यूक्रेन पर भीषण मिसाइल और ड्रोन हमलों को जारी रखा है। मंगलवार को यूक्रेन में रूसी गोलाबारी में भारी संख्या में नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है, इस गोलाबारी में एक शहर के अस्पताल में आग लग गयी। हमले के वक्त अस्पताल में काफी संख्या में मरीजों का इलाज चल रहा था।
अगर यूक्रेन के साथ युद्ध जारी रहा तो रूस का पेरिस ओलंपिक में भाग लेने सपना टूट सकता है। यूक्रेन पर हमला नहीं रोकने की स्थिति में फ्रांस ने रूस को बाहर का रास्ता दिखाने का संकेत दे दिया है। आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं।
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को करीब 1 वर्ष होने को हैं। इस दौरान दोनों देशों में भीषण जंग जारी है। दोनेत्स्क और बखमुत जैसे शहरों में करो या मरो की जंग चल रही है। इस बीच खबर है कि रूसी सेना ने बखमुत को तीन ओर से घेर लिया है। इससे यूक्रेनी सैनिकों का हौसला टूट रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को अब एक साल होने वाले हैं। इस बीच पता चला है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए महिला कैदियों की भर्ती कर रहा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की तक क्या रूस अबतक पहुंच नहीं पाया है या फिर वह अपनी बदौलत जीवित बचे हैं और रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं?..यह सवाल अक्सर हर किसी के जेहन में आता होगा। मगर एक नेता के इस दावे के बारे में जानकर आपको हैरानी होगी कि पिछले वर्ष ही राष्ट्रपति जेलेंस्की की हत्या हो गई होती।
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध के करीब 11 महीने बाद दोनों देशों के बीच कुछ ऐसी सकारात्मक पहल हुई है, जिसके बारे में जानकर हर किसी को सुकून और इंसानियत का एहसास होगा। आपसी समझौते के बाद रूस ने यूक्रेन के 116 बंदियों को रिहा कर दिया है। इसके बाद वह यूक्रेन के लिए रवाना हो गए हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि रूस दो नए मोर्चों पर हमले की योजना बना रहा है। पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन उसके निशाने पर हैं। इसके लिए 5 लाख सैनिकों की बॉर्डर पर तैनाती की जा रही है। खुद यूक्रेन के रक्षामंत्री का कहना है कि 24 फरवरी के बाद रूस बड़ा हमला कर सकता है।
रूस और यूक्रेन युद्ध को अब 12 वां महीना शुरू हो गया है। इस बीच पूर्वी यूक्रेन पर रूसी सेना सबसे बड़े और विनाशक हमले की तैयारी में है। यह सूचना मिलते ही यूक्रेन में खलबली मच गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पूर्वी यूक्रेन में बसे लोगों को जल्द से जल्द इलाका खाली कर देने को कहा है।
यूक्रेन युद्ध मामले में जर्मनी बार-बार अपना स्टैंड बदल रहा है। कभी वह पूरी तरह यूक्रेन के साथ खड़ा दिखता है तो कभी मदद से अपने हाथ पीछे खींच लेता है। यूक्रेन को लैपर्ड-2 टैंक देने का वादा करने के बाद भी जर्मनी काफी दिनों तक कभी हां तो कभी न करता रहा।
फ्रांस की रक्षा समिति के अध्यक्ष थॉमस गैसिलौड ने कहा कि फ्रांस लड़ाकू विमानों की यूक्रेन की मांग को पूरा कर सकता है। वहीं कीव के रक्षा मंत्री के सलाहकार ने कहाकि 'परमाणु हथियारों के अलावा ऐसा कुछ नहीं बचा है जो हमें नहीं मिलेगा'।
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के एक ट्वीट के मुताबिक, देश की सेना ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के जन्मदिन 25 जनवरी को 40 रूसी टैंकों को तबाह किया।
European Union gave 500 million euros to Ukraine: युद्ध टैंकों, अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद की भारी कमी से जूझ रहे यूक्रेन को यूरोपीय यूनियन से फिर संजीवनी मिल गई है। यूरोपी संघ ने यूक्रेन को 500 मिलियन यूरो से अधिक की सैन्य सहायता देने का ऐलान कर दिया है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन में लोगों के घरों, दफ्तरों और अन्य कार्यस्थलों पर लगातार रूसी बम, मिसाइलें और रॉकेट हमला कर रहे हैं। इसके बावजूद यूक्रेनी लोगों का काम बंद नहीं हुआ है। मिसाइलों और बम हमलों के बीच भी यूक्रेन के लोग 24 घंटे काम में जुटे हैं।
Russia-Ukraine War: युद्ध में बेहद आक्रामक दिख रहे रूस ने यूक्रेन के दो और शहरों पर कब्जा कर लेने का दावा किया है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन की सेना तेजी से यूक्रेन के दूसरे क्षेत्रों की ओर भी बढ़ रही है। विभिन्न मोर्चों पर डटे यूक्रेनी सैनिकों को मैदान छोड़कर पीछे हटना पड़ रहा है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के पास जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए टैंक नहीं हैं। जर्मनी ने वादा करने के बाद भी तेंदुआ 2 टैंक की अभी तक यूक्रेन को सप्लाई नहीं दी है। इससे युद्ध में यूक्रेनी सेना रूस के सामने पस्त होने लगी हैं। हालत यह है कि विभिन्न क्षेत्रों से अपनी जान बचाने के लिए यूक्रेनी सैनिक युद्ध का मैदान छोड़ रहे हैं।
Russia-Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते 11 महीने बीत चुके हैं। पिछले करीब 20 दिनों से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने अजीबोगरीब दावा करके सबको हैरान कर दिया है। जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें "पूरी तरह से यकीन नहीं कि अभी पुतिन जीवित हैं। "
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