टेलीकॉम कंपनी Vodafone-idea ज्यादा-से-ज्यादा यूजर्स को अपने साथ जोड़ने के लिए 1GB डाटा मुफ्त में दे रही है
कंपनी ने भारत के द्वारा 7990 करोड़ रुपये के कैपिटल गेंस टैक्स की मांग को चुनौती दी थी। ये रकम ब्याज और पेनल्टी के साथ बढ़कर 22 हजार करोड़ रुपये हो गई
एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और जियो तीनों टेलीकॉम दिग्गज इस समय 1 जीबी से लेकर 3 जीबी तक डेली डाटा प्लान दे रहे हैं।
रिलायंस जियो को कोई भुगतान नहीं करना है, क्योंकि उसने 195.18 करोड़ रुपए का पूरा बकाया चुका दिया है।
इस अनोखी पेशकश के तहत वोडाफोन आइडिया के चुनिंदा प्लान के ग्राहकों को 12 भाषाओं में जी5 की सामग्रियां साल भर के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होंगी।
अब Vodafone Idea अपनी नई पहचान के साथ अपने प्लान्स में भी बदलाव कर रही है। Vi बनने के बाद कंपनी ने 100 GB हाई-स्पीड डाटा वाला एक नया वर्क फ्रॉम होम प्लान पेश किया है।
फिच रेटिंग्स ने कहा कि वोडाफोन आइडिया ने इक्विटी और कर्ज के रूप में धन जुटाने की योजना बनाई है। इससे कंपनी के प्रतिस्पर्धी स्थिति लौटने की संभावना नहीं है। न ही इससे कंपनी ग्राहकों की संख्या में हुए नुकसान की भरपाई कर पाएगी, क्योंकि यह राशि निवेश की दृष्टि से पर्याप्त नहीं होगी।
इस नए ब्रांड की नजर भविष्य की संभावनाओं पर टिकी होंगी और इसे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
हम आपको रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के उन प्रीपेड प्लान्स के बारे में बता रहे हैं, जिनमें 4जीबी तक डाटा के साथ और भी कई बेनेफिट मिलते हैं।
कंपनी के मुताबिक शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में रकम जुटाने की अनुमति मिली है। कंपनी को फिलहाल करीब 50 हजार करोड़ रुपये एजीआर बकाया के रूप में चुकाने हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कंपनियों को बकाया चुकाने के लिए 10 साल का वक्त दिया है।
Vodafone Idea ने दिल्ली सर्कल के अपने यूजर्स को दो नए मोबाइल रीचार्ज प्रीपेड प्लान की सौगात दी है।
वोडाफोन आइडिया पर 2016- 17 तक कुल मिलाकर 58,250 करोड़ रुपये का बकाया है जिसमें से कंपनी ने 7,854 करोड़ रुपये का भुगतान दूरसंचार विभाग को कर दिया गया है। उच्चतम न्यायालय ने दूरसंचार कंपनियों के एजीआर बकाया चुकाने के लिये 10 साल का समय दिया है
अगर आप Airtel, Jio या Vodafone-Idea में से किसी भी टेलीकॉम ऑपरेटर से ग्राहक है तो आपको अपने प्लान को बदलने का समय आ गया है, जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं और हम आपके लिए विकल्प लेकर आए हैं।
ट्राई के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मई के महीने में कुल वायरलैस सब्सक्रिप्शन 56 लाख घटे हैं। शहरों में इनकी संख्या 62.9 करोड़ से घटकर 62 करोड़ के स्तर पर आ गई है। वहीं गांवों में इनकी संख्या में बढ़त देखने को मिली। मई के अंत में गांवों में सब्सक्राइबर की संख्या 52 करोड़ से बढ़कर 52.3 करोड़ हो गई हैं।
नियामक यह पता लगा रहा है कि प्रायोरिटी प्लान के जरिये कुछ ग्राहकों को नेटवर्क में प्राथमिकता देने से कही बिना प्रीमियम सेवा वाले ग्राहकों की सेवाएं तो प्रभावित नहीं हो रही हैं।
‘टेलीकॉम कंपनियां घटते शुल्क और बढ़ते निवेश के दोहरे जोखिम में फंसी’
ल्यूपिन के एमडी नीलेश गुप्ता ने कहा कि तिमाही का प्रदर्शन कोविड-19 महामारी और इसके चलते लागू लॉकडाउन से प्रभावित हुआ।
कारोबार से आय 5 फीसदी से ज्यादा गिरकर 10659 करोड़ रुपये
मार्च अप्रैल में गिरावट के बाद जून में बेहतर हुई डेटा स्पीड
कंपनी ने अबतक एजीआर बकाये में कुल 7,854 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है
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