विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को कहा था कि लगभग 8 हजार भारतीय, मुख्य रूप से छात्र, यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
वाशिंगटन स्थित विश्व बैंक ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘विश्व बैंक समूह ने 2014 से ही रूस में नए निवेश या कर्ज की मंजूरी नहीं दी है।
यूक्रेनी सेना भले ही दावा करे कि उसने रूसी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया है, लेकिन हकीकत यही है कि उसके पास हथियारों, लड़ाकू विमानों और मिसाइलों की कमी है।
राष्ट्रपति बायडेन ने भी खुले तौर पर पुतिन को एक तानाशाह बताया है और यह भी कहा कि तानाशाही का अंत निश्चित है।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, मोदी और पुतिन के बीच विशेष रूप से खारकीव पर चर्चा की गई जहां कई भारतीय छात्र फंसे हैं।
इससे पहले यूक्रेन पर आक्रमण की घोषणा करते हुए, पुतिन ने स्पष्ट रूप से रूस के ‘दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्तियों में से एक’ होने का जिक्र किया था।
संयुक्त राष्ट्र की शारणार्थी मामलों संबंधी एजेंसी के अनुसार, रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन से लोगों का पलायन यूरोपीय संघ के पूर्वी देशों में तेजी से बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों के बीच मंगलवार को टेलीफोन पर बातचीत हुई जो यूक्रेन के खिलाफ ‘रूसी आक्रमण’ पर केंद्रित रही और दोनों नेताओं ने जल्द से जल्द संघर्षविराम के महत्व पर सहमति व्यक्त की।
यूक्रेन को अमेरिका लगातार समर्थन कर रहा था। एक्सपर्ट्स की मानें तो पुतिन को 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद से रूस की शक्ति और प्रभाव के नुकसान से गहरी शिकायत है। यूक्रेन पहले सोवियत संघ का हिस्सा था, लेकिन 1991 में उसने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की।
राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत भी यूक्रेन संकट के मुद्दे से ही की। उन्होंने सदन के कक्ष में उपस्थित सांसदों से कहा कि वे खड़े होकर यूक्रेन के लोगों के जज्बे को सलाम करें। इसके बाद सभी सांसद खड़े हो गए।
यूक्रेन की संसद के अनुसार, राजधानी कीव में में एक टीवी टॉवर को निशाना बनाया गया जिसने इसके चारों ओर धुएं के गुबार की एक तस्वीर पोस्ट की।
रूस में एक लोकप्रिय अवधारणा के अनुसार राष्ट्र के शासक से एक परिवार के पिता की तरह कार्य करने की अपेक्षा की जाती है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों से फोन पर कहा कि रूसी पक्ष यूक्रेन के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के लिए खुला है और उम्मीद है कि इन वार्ताओं से वांछित परिणाम मिलेंगे।
स्विफ्ट से रूस को बाहर करने से विशेष रूप से तेल और गैस के कारोबार में व्यवधान पैदा होगा। इस व्यवधान का झटका वैश्विक बाजारों में अस्थिरता लाएगा
नाटो में शामिल होने के मुद्दे को लेकर रूस और यूक्रेन में जबरदस्त जंग चल रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को लेकर बुल्गारिया के भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की भविष्यवाणी (Baba Vanga Prediction) की चर्चा तेज हो गई है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों के साथ जारी तनाव के बीच रूसी परमाणु प्रतिरोधी बलों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट में सामने आ रही है।
यूक्रेनी अधिकारियों ने खुद पुतिन के तेजी से बढ़ते अड़ियल व्यवहार की ओर इशारा किया है। आक्रमण से पहले बोलते हुए, यूक्रेन के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति एक अस्थिर वास्तविकता में रहते हैं।
ब्रिटेन के सशस्त्र सेनाओं के मंत्री जेम्स हैप्पी ने टेलीग्राफ में लिखा है कि तीन दिनों की जबर्दस्त लड़ाई के बाद, यूक्रेन के भयानक प्रतिरोध के कारण रूस अपनी नियोजित समय-सीमा से काफी पीछे है।
पश्चिमी देशों ने 4 बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने, निर्यात नियंत्रण लागू करने और पुतिन के करीबी अधिकारियों, कारोबारियों पर पाबंदी लगाने का फैसला किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से भी बात की है।
संपादक की पसंद