PM Modi speech in SCO Summit: एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया को वही संदेश दिया, जिसकी विश्वगुरु से सभी देशों को उम्मीद थी। तीसरे विश्वयुद्ध की राह पर बढ़ चली दुनिया को पीएम मोदी ने जब आईना दिखाने काम किया तो अमेरिका समेत पूरी दुनिया भारत की मुरीद हो गई।
SCO Summit 2022: उज़्बेकिस्तान में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के 22वें शिखर सम्मेलन का Friday अंतिम दिन था।
SCO Summit Update: उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे एससीओ शिखर सम्मेलन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई देशों के प्रतिनिधियों के साथ एक मंच पर हैं। इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला आदि होंगे।
Sco Summit 2022: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर चीन की संतुलित स्थिति के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग को धन्यवाद दिया है। रूसी नेता ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में एक शिखर सम्मेलन में अपने समकक्ष से मुलाकात की, जहां उन्होंने एकध्रुवीय दुनिया बनाने के प्रयासों की निंदा की।
Ukraine War: गुतारेस ने कहा कि 18 अगस्त को ल्वीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ उनकी बैठक और जेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक के साथ नियमित बातचीत के बाद उनकी पुतिन से वार्ता हुई।
SCO Summit: एससीओ की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में हुई थी। इसके छह संस्थापक सदस्य समेत आठ पूर्णकालिक सदस्य हैं। संस्थापक सदस्य देशों में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं।
India-China Border Dispute: उजबेकिस्तान के समरकंद में 15 सिंतबर से शुरू होने जा रहे शंघाई शिखर सहयोग संगठन सम्मेलन (SCO Summit) में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ प्रमुख तौर पर हिस्सा लेने जा रहे हैं।
SCO Summit Samarkand:उजबेकिस्तान के समरकंद में 15 और 16 सितंबर को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी पर दोनों देशों की ओर से मुहर लगा दी गई है। हालांकि द्विपक्षीय वार्ता पर अभी भारत और चीन की तरफ से कुछ भी संकेत नहीं दिया गया है।
Russia Ukraine War News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके दोस्त यूक्रेन में हारने पर रूस से भागने की तैयारी कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डोनबास के आक्रामक रुख के साथ, यूक्रेन खेरसॉन पर फिर से कब्जा करने की तैयारी कर रहा है।
Russia Ukraine War News: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भारत सहित 5 देशों में तैनात अपने राजदूतों को हटा दिया है। जेलेंस्की ने जर्मनी, भारत, चेक गणराज्य, नॉर्वे और हंगरी में यूक्रेन के राजदूतों को बर्खास्त करने की घोषणा की।
Russia-Ukraine War: पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में शांति कायम करने की ओर इशारा भी किया। साथ ही पश्चिमी देशों को चेतावनी भी दी। पुतिन ने कहा- हम शांति के खिलाफ नहीं, लेकिन जो इसके खिलाफ हैं, उन्हें यह बात जान लेनी चाहिए कि पश्चिमी देशों का दखल जितन
Putin on Russia Ukraine War: पुतिन ने कहा है कि उनका देश परमाणु हमले की धमकी नहीं, बल्कि चेतावनी दे रहा है कि यदि जरूरत पड़ी या देश पर आंच आई तो रूस अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।
अमेरिकी कांग्रेस ने रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को अरबों डॉलर की मदद देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अमेरिका की ओर से यूक्रेन को 40 अरब डॉलर की सैन्य और मानवीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। अमेरिका के इस कदम को 9 मई को विजय दिवस परेड के दौरान रूस द्वारा किए गए शक्ति प्रदर्शन के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि 9 मई को अपनी 'विक्ट्री डे' के मौके पर रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर सकता है। रूसी सेना का 'Z'सिंबल काफी चर्चा में है। 2014 में पहली बार रूसी सेना के वाहनों पर 'Z'सिंबल देखा गया था। तब रूस ने यूक्रेन के 'क्रीमिया' इलाके को अपने कब्जे में ले लिया था।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अच्छी फिटनेस के लिए पहचाने जाते रहे हैं, लेकिन उनके गंभीर बीमारी से पीड़ित होने की खबरें भी आई हैं। एक वीडियो देखकर बहुत से लोगों ने दावा किया है कि पुतिन पार्किंसन रोग से पीड़ित हैं।
बायडेन ने ट्वीट कर कहा, मैंने स्पष्ट किया है कि रूस को बुचा में हुए अत्याचारों की तत्काल बड़ी कीमत चुकानी होगी।’
यह जानकारी एर्दोआन के कार्यालय ने दी। जानकारी के अनुसार, एर्दोआन ने क्षेत्र में मानवीय स्थिति में सुधार का भी आह्वान किया। कार्यालय की तरफ से बताया गया कि दोनों नेताओं ने इस पर सहमति व्यक्त की कि रूसी और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच अगली बैठक इस्तांबुल में होनी चाहिए।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मास्को को गुस्से में चेतावनी दी कि वह यूक्रेनी लोगों के भीतर रूस के लिए गहरी घृणा के बीज बो रहा है, क्योंकि तोपों से किए जा रहे हमलों एवं हवाई बमबारी के कारण शहर मलबे में तब्दील हो रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि 'पुतिन वार क्रिमनल' हैं और सभ्य दुनिया को उन्हें रोकने और यूक्रेन की मदद करने पर ध्यान देना चाहिए। बाइडेन ने कहा- 'मैंने इन आपदाओं को देखा है, बच्चों, शिशुओं, माताओं को, हमें उनकी भाषा समझने की ज़रूरत नहीं है, बस उनकी आंखों में गहराई से झांकने की ज़रूरत है। यह दर्द जो उनकी आंखों में है, माता-पिता के लिए बच्चों की पीड़ा से बदतर कुछ नहीं है।'
रूस और यूक्रने के बीच चल रही जंग को अब 28 दिन हो गए हैं। दोनों देश पूरी ताकत के साथ युद्ध लड़ रहे हैं। ताकतवर रूस यूक्रेन को हर दिन तबाह कर रहा है। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की रूस के खिलाफ वैश्विक विरोध का आग्रह कर रहे हैं।
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