लखनऊ के चर्चित एप्पल एक्जिक्यूटिव विवेक तिवारी की हत्या के मामले में अपने साथी की तरफदारी दो और पुलिस कर्मियों को महंगी पड़ी।
यूपी पुलिस के बागी सिपाही सर्वेश चौधरी ने एसएसपी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
क़त्ल को जायज कैसे ठहरा सकते हैं वर्दीवाले?
डीजीपी ने ऐसी घटनाओं के लिये पेशेवर प्रशिक्षण की कमी को जिम्मेदार करार देते हुए कहा कि 2013 से 2017 के बीच भर्ती किये गये सिपाहियों के लिये रीफ्रेशर कोर्स चलाने का निर्णय लिया गया है।
Vivek Tiwari murder case: लखनऊ में उस रात क्या हुआ था?
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