सहवाग ने टीम इंडिया में एक मिडिल ऑडर बल्लेबाज के रूप में जगह बनाई थी, लेकिन उसके बाद सौरव गांगुली की वजह से वह एक सलामी बल्लेबाज बने और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वीरेंद्र सहवाग ने लिखा है कि लड़के का नाम हरीश है। यह राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला है।
बद्रीनाथ ने कहा कि उनके समय में ज्यादा मदद नहीं मिलती थी, अगर उन्हें मदद मिलती तो वह एक ऑलराउंडर के रूप में भारतीय टीम में जगह बना सकते थे।
ऐसे में हम आपको बतायेंगे भारत के 3 ऐसे बल्लेबाजों के बारे में जो सबसे ज्यादा बार हुए नर्वस नाइंटीज ( 90 से 99 के बीच ) का शिकार।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का खेलने का तरीका एकसमान होता था। टेस्ट हो या वनडे या फिर T20I क्रिकेट, सहवाग का बल्ला सिर्फ रन उगलता था।
जाफर के मुताबिक, शॉ को अपने खेल को बेहतर ढंग से समझने की जरूरत है क्योंकि वह विरोधी गेंदबाजों के ‘जाल में फंस’ जाते है।
वीरेंद्र सहवाग को सर्वश्रेष्ठ भारत सलामी बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। सहवाग बड़े शॉट मारने और गेंदबाजों पर हावी होने के लिए जाने जाते थे।
मयंक अग्रवाल के इस वीडियो को बीसीसीआई ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट किया और बाद में सौरव गांगुली ने इस सवाल का जवाब दिया।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने सौरव गांगुली की कप्तानी से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है।
युवराज ने भारत के लिए आखिरी मैच 30 जून 2017 को विंडीज के खिलाफ खेला था जिसमें उन्होंने 55 गेंदों पर 39 रन बनाए थे। युवराज ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान 10 जून 2019 को किया था।
योग दिवस के मौके पर कई बड़े क्रिकेटर्स ने भी योगा करते हुए अपनी तस्वीर को सोशल मीडिया पर फैंस के साथ साझा कर इस खास दिन की बधाई दी है।
सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली है। सुशांत के निधन पर खेल जगत की दिग्गज हस्तियों ने भी नम आंखों से विदाई दी है।
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने भारतीय क्रिकेट में अद्भुत योगदान दिया है।
वीरेंद्र सहवाग ने भारत के लिए कुल 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने क्रमश: 8586, 8273 और 394 रन बनाए हैं।
हम आपको बतायेंगे भारतीय क्रिकेट इतिहास के ऐसे तीन बल्लेबाजों के बारे में जिन्होंने एक मैच में 5 विकेट लेकर मचा डाला अपनी गेंदबाजी से धमाल।
कोरोना वायरस महामारी के बीच प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचने के लिए हजारों किलोमीटर का सफर तय करने के लिए मजबूर हैं। इस मुश्किल की घड़ी मेंलाखों प्रवासी मजदूर अपने बीवी और बच्चों के साथ पैदल ही घर की ओर चल पड़ें हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम में कई खिलाड़ी ऐसे है खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में की थी, लेकिन वो बाद में सलामी बल्लेबाज बने। इन खिलाड़ियों में एक सचिन तेंदुलकर भी है।
इस पुरानी तस्वीर को शेयर करते हुए युवराज सिंह ने लिखा "जब बुरी परफॉर्मेंस के बाद तुम्हारे माता-पिता फोन का बिल नहीं भरते हैं।"
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज सईद अनवर ने आज ही के दिन भारत के खिलाफ वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार 194 रनों की पारी खेली थी, जिसे सचिन ने साल 2010 में दोहरा शतक लगाकर तोड़ा था।
सहवाग के सामने गेंदबाजी करने में वर्ल्ड क्रिकेट के कई गेंदबाज कांपते थे। जिस बात को पाकिस्तान के पूर्व स्पिन गेंदबाज दानिश कनेरिया ने भी स्वीकारा है।
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