हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई हिंसा के बाद अब प्रशासन दंगाईयों की पहचान में जुट गया है। पूरे जिले में कर्फ्यू लगा हुआ है।
नूंह हिंसा को देखते हुए फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित कई जिलों के सभी एकेडमिक इंस्टीट्यूशन बंद कर दिए गए हैं। बच्चों के हितों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह अहम कदम उठाया है।
विपक्ष द्वारा मणिपुर मामले पर रिपोर्ट पेश किया जा सकता है। इस बाबत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चेंबर में मीटिंग रखी गई है। यहां सरकार को घेरने की तैयारी को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
मणिपुर से लौटे विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के सांसदों ने बताया कि वहां के हालात काफी चिंताजनक हैं और केद्र सरकार इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखा रही है।
देशभर में कल मुहर्रम की 10वीं तारीख के दिन जमकर हिंसा हुई। दिल्ली से लेकर बिहार तक उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। मुहर्रम के मातम जुलूस में उपद्रवियों ने सड़कों पर तांडव मचाया है।
बिहार के कई जिलों में मोहर्रम के ताजिया जुलूस निकालने के दौरान हिंसा और पथराव की घटनाएं सामने आई हैं। जिलों के डीएम और एसपी ने लोगों से अपील की है-अफवाहों पर ध्यान ना दें।
आज विपक्षी दल INDIA के नेता मणिपुर यात्रा पर जाने वाले हैं। यहां विपक्षी दल के नेता मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात करेंगे साथ ही राज्य में हालात का जायजा लेंगे।
मणिपुर में 4 मई को महिलाओं के साथ हुई दरिंगदी के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। इसका वीडियो वायरल होने के बाद राज्य में एक बार फिर तनाव बढ़ गया था।
मणिपुर में हिंसा का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। मोरेह में आज सुबह से फायरिंग हो रही है। जानकारी के मुताबिक 20 घरों में आग लगा दी गई है।
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में कुछ उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों की 2 बसों को आग के हवाले कर दिया। सूबे में 3 मई के बाद शुरू हुई हिंसा अभी भी पूरी तरह थम नहीं पाई है।
मणिपुर में हिंसक वारदातों के बीच इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अब राज्य सरकार ने इंटरनेट से आंशिक प्रतिबंध हटा दिया है लेकिन मोबाइल इंटरनेट पर बैन जारी रहेगा।
मणिपुर हिंसा मामले में म्यांमार के एक वीडियो को यहां का बताकर वायरल किया जा रहा है। इसे वायरल करने वाले आरोपियों को पुलिस आइपी एड्रेस के आधार पर तलाश रही है। जिस वीडियो को वायरल कर नफरत फैलाई जा रही है, उसमें महिला की हत्या करते दिखाया गया है। जबकि ये वीडियो फर्जी है।
मणिपुर में जारी हिंसक वारदातों की चर्चा विधानसभा के मानसून सत्र तक पहुंच गई है। सदन में विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरा तो गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष को दो टूक जवाब दिया है।
मणिपुर मामले पर सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेडा कराने की घटना से दिल दहल गया है। हिंदुस्तान की सारी तहज़ीब को तितर-बितर कर दिया है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। शूट एट साइट का ऑर्डर दें। अगर सरकार से नहीं संभाला जा रहा तो मिलिट्री के हवाले करें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अचानक मणिपुर में इतनी अधिक रूचि दिखा रही है। पार्टी को थोड़ा मुड़कर पीछे देखना चाहिए। इसी तरह के संकटों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की प्रतिक्रिया देखनी जरूरी है।
मणिपुर में हुई हिंसा और महिलाओं को साथ हुई शर्मनाक हिंसा पर जहां असम के सीएम ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है तो वहीं केंद्रीय मंत्री ने आरोपी को फांसी देने की मांग की है।
मणिपुर में महिलाओं से हुई हैवानियत के मामले में आज चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया । कोर्ट ने इन्हें 11 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
महिलाओं पर हुए अत्याचार का यह वीडियो जब सामने आया तो देशभर से लोगों ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त किया। इस मामले पर मेतई समुदाय की महिलाएं भी आरोपियों के खिलाफ खड़ी हो गई हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हम मणिपुर मामले पर चर्चा के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी ने भी कहा है कि जिस प्रकार की घटना हुई है, उससे पूरा देश शर्मसार हुआ है। इस मामले में उन्होंने कठोर कार्रवाई करने को भी कहा है। लेकिन इस चर्चा के प्रति विपक्ष गंभीर नहीं है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मणिपुर में अनवरत जारी हिंसा व तनाव से पूरा देश चिन्तित है तथा महिला के साथ अभद्रता की ताजा घटना खासकर भाजपा व उनकी सरकार को शर्मसार करने वाली है।
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