हल्द्वानी हिंसा के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने अबतक 25 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस घटना के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
हल्द्वानी के बाहरी इलाके में आज कर्फ्यू हटा लिया गया है, लेकिन बनभूलपुरा में जारी रहेगा। पूरे हल्द्वानी में आज भी इंटरनेट पर बैन जारी रहेगा। छात्रों की प्रतियोगी परीक्षा पर रोक नहीं होगी।
हलद्वानी में हुई हिंसा के कर्फ्यू लागू कर दिया गया था। हालांकि वनभूलपुरा इलाके को छोड़कर बाकी अन्य जगहों से कर्फ्यू को हटा लिया गया है। इस बीच पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 5 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हल्द्वानी हिंसा के मामले में पुलिस को अब्दुल मलिक नाम के एक शख्स की तलाश है जिस पर गैरकानूनी ढंग से जमीनों पर कब्जे करने और उन्हें बेचने के भी आरोप हैं।
हिंसा के बाद आज भी हल्द्वानी में कर्फ्यू जारी है। स्कूल-कॉलेज और मार्केट सब बंद रखे गए हैं। पुलिस ने 5 हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। बनभूलपूरा में आज भी किसी को जाने की इजाजत नहीं है।
हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन उससे पहले ही प्रशासन के कुछ उतावले अधिकारियों ने यह कार्रवाई कर दी। अगर थोड़ी भी सावधानी बरती जातो तो इससे बचा जा सकता था।
हल्द्वानी हिंसा पर नैनीताल की डीएम और एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई अहम जानकारियां दी हैं। इस दौरान डीएम वंदना सिंह ने बताया कि 15 दिन से अतिक्रमण हटाने की ड्राइव चल रही थी।
हल्द्वानी हिंसा मामले को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हाई कोर्ट में 14 फरवरी को सुनवाई होनी थी। यह स्थान मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित है और 1937 से मुस्लिम पक्ष द्वारा लीज पर लिया हुआ है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार शाम को एक माजर के ध्वस्तीकरण के बाद हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं 200 पुलिसकर्मियों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़कने की खबर है। ताजा हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हुए हैं।
मध्य नाइजीरिया में हथियारबंद लोगों के हमलों में कम से कम 160 लोगों की मौत की खबर है। ये हमले शनिवार और रविवार के दरम्यान हुए। हमले की वजह का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच भड़की जातीय हिंसा में 175 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 169 शवों की पहचान कर ली गई है।
भारत के पड़ोसी देश में महिलाओं की आबरू बिलकुल भी सुरक्षित नहीं रह गई है। महिलाओं और लड़कियों के साथ दुष्कर्म और अन्य लैंगिक हिंसा के मामले बढ़े हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं की सुरक्षा करने में नाकाम तालिबानी अधिकारी अफगानी महिलाओं को जेल भेज रहे हैं।
मणिपुर के तेंगनौपाल जिले में सोमवार दोपहर हुई हिंसा में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है।
राजस्थान में मतदान बीतने के बाद आज डीग जिले के एक गांव में 2 समुदायों की बीच जबरदस्त झड़प हो गई। खबर है कि यहां दो समुदायों के बीच गोलियां चलीं और पथराव किया गया। कल भी डीग जिले में वोटिंग के दौरान भी बवाल हुआ था। नगर विधानसभा क्षेत्र के सीकरी कस्बे में पोलिंग बूथ पर जमकर बवाल हुआ था।
मणिपुर में राज्य सरकार ने इंटरनेट सर्विस पर लगी पबांदी को अब 11 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया।
मणिपुर की राजधानी इंफाल में गुरुवार को भी हिंसक प्रदर्शन हुए और उग्र लोगों की भीड़ ने एक डीसी दफ्तर में जमकर तोड़फोड़ की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपद्रवियों ने इस दौरान दो गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।
मणिपुर में कुछ दिनों की शांति के बाद एक बार फिर से बवाल की खबरें सामने आने लगी हैं। खबर है कि जमानत पर रिहा किए गए 5 ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों में से एक की दोबारा गिरफ्तारी होने के बाद इंफाल वेस्ट में उपद्रव हुआ।
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के चिंगफेई में हथियारों से लैस हमलावरों ने एक पुलिस सब-इंस्पेक्टरकी हत्या कर दी। फायरिंग में दो ग्राम रक्षा स्वयंसेवक घायल हो गए।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक विवादित पोस्ट के कारण सतारा मे जमकर हंगामा देखने को मिला है। यहां दो गुट आपस में भिड़ गए जिसके बाद पत्थरबाजी और आगजनी की गई है।
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