स्थानीय लोग बताते हैं कि पर्व त्यौहार के अवसर पर यह गांव नीली बत्ती वाली गाड़ियों से जगमगा उठता है। दरअसल सभी अफसर अपने गांव में परिवार के साथ त्यौहार मनाने आते हैं। यदि 800 आबादी के किसी गांव में 47 से अधिक लोग अफसर होंगे तो दशहरा, दीवाली और छठ के अवसर पर वह गांव नीली बत्ती के साथ मंत्रमुग्ध क्यों न हो!
भारत का एकलौता करोड़पतियों का यह गांव महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में है। इस गांव का नाम है हिवरे बाजार (Hiware Bazar Village)। हालांकि, इस गांव में रहने वाले लोगों की पहले ऐसी स्थिति नहीं थी।
इस गांव का नाम स्पीलप्लाट्ज (Spielplatz) है, यह हर्टफोर्डशायर (Hertfordshire) में स्थित है। हालांकि यहां लोग, एक दो साल से नहीं बल्की पिछले 90 सालों से नंगे ही रह रहे हैं। इस गांव में ज्यादातर लोग अमीर हैं। इनके पास पैसे की कोई कमी नहीं है। ये पूरा गांव आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस है।
हिमाचल प्रदेश के मणिकर्ण घाटी के पीणी गांव में हर साल सावन के महीने में यहां की महिलाएं 5 दिनों तक निरवस्त्र नहती हैं। इस गांव में मान्यता है कि ऐसा अगर कोई महिला नहीं करती है तो उसे कुछ ही दिनों में कोई अशुभ खबर सुनने को मिलता है। या फिर उस महिला के साथ कोई अशुभ घटना हो जाती है।
इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से टीला गांव के लोगों को तेज बुखार, सीने में दर्द, उल्टी, हाथ-पैर के जोड़ों में दर्द की शिकायत हो रही है।
Village where there is never evening: तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले में मौजूद कोडूरूपका गांव कभी निजाम शासकों के घूमने और टहलने का स्थान होता था। हाल ही में इस गांव ने एक बार फिर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। वजह यह है कि इस गांव में कभी शाम नहीं होती।
दो बाइक सवार युवक गांव में घुसे और उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो युवग दबंगई पर उतर आए। जिससे नाराज़ ग्रामीणों ने युवकों की जमकर पिटाई कर दी और बेहोशी की हालत में छोड़कर वहां से फरार हो गए।
उत्तरी माली के कई गांवों में बंदूकधारियों ने हमले कर दिये और कई जिहादी नेताओं की हाल में गिरफ्तारी के प्रतिशोध में कम से कम 40 लोगों की हत्या कर दी। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
रोजगार बढ़ाने के लिये इटली के गांवों में ये प्रयोग शुरू किया गया है, जहां नया करोबार शुरू करने वाले को अगले 2 से 3 साल तक प्रति माह के आधार पर आर्थिक सहायता मिलेगी।
कन्नौज के सौरिख इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि उन लोगों ने जब कोरोना की वैक्सीन लेने से इनकार कर दिया तो उनके घरों की बिजली के कनेक्शन काट दिए गए।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के परवाना गाँव ने कोविड संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए खुद को सील कर दिया है। गाँव के प्रवेश पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं
इस योजना के लिए ड्रोन सर्वे का एक पायलट प्रोजेक्ट 40 हजार गांवों पर सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है। जिसमें सैकड़ों लोगों को प्रॉपर्टी कार्ड दिए गए हैं।
योजना के तहत गांवों की ड्रोन की मदद से मैपिंग की जाएगी। जिससे ग्रामीण इलाकों में रिहायशी घरों के मालिकों को उनके घर के मालिकाना हक का दस्तावेज दिया जाएगा. जिससे जमीन विवाद खत्म होंगे और लोग अपने घरों के बदले कर्ज आदि उठा सकेंगे।
एक बार सर्वेक्षण पूरा हो जाने के बाद हर मालिक को प्रॉपर्टी कार्ड दिया जाएगा, जो कि उन्हें अपनी आवासीय संपत्ति का उपयोग वित्तीय संपत्ति के रूप में करने की अनुमति देगा। यानि कि वे उस संपत्ति के आधार पर बैंकों से ऋण ले सकेंगे।
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक दूरदराज के गांव में एक महिला और उसकी गर्भवती बेटी के शव पिछले 4 दिन से सड़क किनारे रखे हुए हैं।
मध्य प्रदेश के धार जिले में बिना सैंपल लिए एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेश भेजा गया था।
तमिलनाडु के शिवगंगा जिले के एक गांव में स्ट्रीट लाइट को 35 दिन तक नहीं जलाया गया और अंधेरा रखा। इसके पीछे कारण भारतीय रॉबिन पक्षी के वहां अंडे देना था।
शहरों में 24 घंटे बिजली सप्लाई के बाद अब यूपी सरकार ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे बिजली सप्लाई की व्यवस्था करने जा रही है।
इरफान खान के निधन के बाद महाराष्ट्र के एक गांव ने अपने इलाके का नाम बदलकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इरफान 29 अप्रैल को इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए थे।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के गांव बड़गांव में नाई की वजह से एक ही गांव के 6 लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं।
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