विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि जो फैसला यूपी सरकार ने किया है, उसी तर्ज पर उन्होंने भी हिमाचल में दुकानदारों का वेरिफिकेशन, उनके नाम पते डिस्प्ले करने को अनिवार्य बनाने का आदेश दिया है।
हिमाचल के लोकनिर्माण और शहरी विकास मंत्री सिंह ने बुधवार को मीडिया से कहा था कि रेहड़ी-पटरी पर दुकान लगाने वाले लोगों के लिए, खासकर भोज्य पदार्थ बेचने वालों के लिए, दुकान पर पहचानपत्र लगाना जरूरी होगा।
राहुल गांधी की पार्टी...योगी मॉडल की हिमायती? Himachal Shop Name Plate | CM Yogi Model कहीं जूस में थूक, कहीं आटे और दूध में थूकने की तस्वीरें आ रही हैं...हद तो तब हो गई जब जूस में यूरिन मिलाने जैसी घटिया हरकत भी कर दी गई..
इस राज्य की कांग्रेस सरकार को यूपी का योगी मॉडल भा गया है। तभी तो प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि यहां भी रेहड़ी-पटरी वालों को नेमप्लेट लगाना ही होगा।
बीजेपी सांसद कंगना रनौत के सोनिया गांधी पर दिए बयान के बाद हिमाचल प्रदेश में बयानबाजी तेज हो गई है। अब हिमाचल के PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कंगना रनौत पर मानहानि का दावा करने की बात कही है।
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद 45 से अधिक लापता लोगों को ढूंढने के लिए बचाव अभियान शुक्रवार को जारी है। इस घटना पर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपनी सरकार पर ही दबे शब्दों में हमला किया है।
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट का मुकाबला कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच है। आइए जानते हैं कौन आगे चल रहा यहां से...
सीएम योगी ने कहा, कंगना रनौत के पास प्रतिभा है, कला है और कार्य करने की क्षमता है। कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की सरकार को इन्होंने मुंबई में सड़कों पर लाकर पानी पिलाने को मजबूर कर दिया था।
कंगना रनौत ने कहा कि आज वीरभद्र सिंह नहीं है, तो इसलिए वह विक्रमादित्य सिंह को माफ कर दे रही हैं। कंगना में वीरभद्र सिंह को अपने लिए परम पूजनीय भी बताया। मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत के सामने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह चुनावी मैदान में हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने 16 उम्मीदवारों की नई लिस्ट को जारी कर दिया है। इस लिस्ट के मुताबिक मनीष तिवारी चंडीगढ़ से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वहीं कंगना रनौत के खिलाफ पार्टी ने मंडी लोकसभा सीट से विक्रमादित्य सिंह को मैदान में उतारा है।
कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। कंगना रनौत ने विक्रमादित्य की तुलना छोटा पप्पू से की और कहा कि ये तुम्हारे बाप-दादा की रियासत नहीं है कि तुम मुझे डरा-धमका के वापस भेज दोगे। अब इस पर विक्रमादित्य ने भी फिल्मों की क्वीन को नसीहत दे डाली।
देशभर में कंगना रनौत के कारण पहले ही हॉट सीट बन चुकी मंडी में अब मुकाबला और भी ज्यादा रोचक हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस इस सीट से विक्रमादित्य सिंह को लोकसभा चुनाव लड़वाना चाहती है।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। सुक्खू सरकार पर मंडरा रहा खतरे का बादल अबतक टला नहीं है। इस बीच दिग्विजय सिंह ने बयान देते हुए कहा कि सही समय पर बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
धर्मपुर की जनसभा में सीएम सुक्खू ने कांग्रेस के बागी विधायकों को काला नाग बताया था। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर यही बात दोहराई और कहा कि पार्टी को जो लोग धोखा देते हैं, वह काला नाग होते हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल में डैमेज कंट्रोल का दावा किया था। लेकिन विक्रमादित्य सिंह के एक और कदम उठाया है जिसके बाद एक बार फिर से हिमाचल की राजनीति में नए उठापटक को लेकर कयास शुरू हो गए हैं।
पिछले दिनों विक्रमादित्य सिंह ने अपने इस्तीफे के वक्त मीडिया से कहा था कि सरकार सभी के योगदान से बनी है, लेकिन विधायकों की अनदेखी की गई और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई।
विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीएम की कार्यप्रणाली से कई विधायक नाराज थे और अब हालात सही नहीं थे।
हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार पर अब संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है।
विक्रमादित्य सिंह और सुदर्शना कुमारी की 8 मार्च 2019 को शादी हुई थी। यह शादी हिंदू रीति से राजस्थान के कणोता गांव में हुई थी। शादी के बाद कुछ समय तक पारिवारिक जिंदगी अच्छी बीती लेकिन फिर दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई।
एक ओर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है।
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