गैंगस्टर विकास दुबे के शव की पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इससे पहले उसका कोविड-19 टेस्ट किया गया जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बताया जा रहा है कि ऋचा को पुलिसकर्मियों ने नहीं बताया कि विकास एनकांउटर में मारा गया है। ऋचा को पुलिसकर्मियों के बर्ताव से शक हुआ जिसके बाद उसे अहसास हो गया कि विकास का एनकांउटर हो गया है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह विकास दुबे के साथ कानपुर के भौती में हुई मुठभेड़ में सिविल पुलिस के 4 कर्मी घायल हुए हैं, जिसमें 3 सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और 2 एसटीएफ कमांडो को गंभीर चोटें आई हैं।
उत्तर प्रदेश का सबसे खतरनाक गैंगस्टर और कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। विकास के एनकाउंटर के बाद उसकी मां का बड़ा बयान सामने आया है।
भगवान महाकाल ने विकास दुबे का संहार कर दिया है, जिस राक्षस ने ईमानदार पुलिस अफसर देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्याएं की थी।
विकास दुबे ने 2-3 जुलाई की रात को 8 पुलिसकर्मियों की जो हत्या की वह उसके अपराध के घड़े में अंतिम बूंद साबित हुआ और आज घड़ा फूट गया।
गुरुवार को, जब पुलिस अमर दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने की सूचना उसके परिवार को देने के लिए बिकरू गांव पहुंची तब उन्हें वहां पता चला कि अमर का पिता संजीव दुबे जीवित है।
कानपुर के कुख्यात अपराधी और बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे की मुठभेड़ में मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।
मायावती ने कहा कि विकास दुबे को लाते हुए पुलिस की गाड़ी पटलटने, उसके भागने और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उसके एनकाउंटर की पूरी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जानी चाहिए।
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के एन्काउंट के बाद शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के भाई का बयान सामने आया है।
बताया जा रहा है कि गाड़ी के पलटने पर विकास दुबे ने अपने साथ बैठे पुलिस कर्मियों से राइफल छीनी और उन पर गोली चला दी जिसमें 2पुलिस कर्मी घायल हो गए।
कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर कांग्रेस नेता और और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर यूपी पुलिस और योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है।
उन्होंने लिखा कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी कहा है कि जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन-किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा।
कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए कहा कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पुलिसवालों का हथियार छीनकर भाग निकला। उसे सरेंडर करने का मौका दिया गया था, लेकिन विकास दुबे ने फायरिं शुरू कर दी
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि पहले गोलीबारी किसने की। विकास के सीने और कमर में दो गोलियां लगने की खबर है। विकास दुबे को कानपुर के हैलेट अस्पताल ले जाया गया। वीडियो में विकास दुबे मृत दिख रहा था।
बताया जा रहा है कि वाहन पलटने के बाद विकास पुलिस कर्मियों से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई जिसमें विकास दुबे की मौत हो गई।
कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे एन्काउंटर में मारा गया है। विकास दुबे को कानपुर के हैलट अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विकास दुबे की गाड़ी हाईवे पर जाते हुए पलट गई थी जिसके बाद उसने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया
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