यूपी में हाल के दिनों में पुलिस के साथ मुठभेड़ की घटनाएं सुर्खियों में रही हैं और समाजवादी पार्टी समेत विभिन्न विपक्षी पार्टियों इस तरह की घटनाओं को लेकर सवाल भी उठाती रही हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के 25 मार्च 2022 को दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से पुलिस के साथ मुठभेड़ की घटनाओं में 51 अपराधी मारे जा चुके हैं।
फतेहपुर में विकास दुबे के सांप काटने वाले मामले में आठवीं बार सांप ने काटा है। विकास दुबे का दावा करते हुए कहा कि सांप ने सपने में बताया इस बार कोई न बचा पाएगा।
कानपुर के बिकरू गांव के रहने वाले विकास दुबे को पुलिस ने 10 जुलाई 2020 को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। विकास दुबे और उसके साथियों ने 3 जुलाई 2020 को कई पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। विकास के 5 सहयोगी भी एनकाउंटर में मारे गए थे।
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू गांव में एक कांड हुआ था, जिसने पूरे देश में सनसनी फैला दी थी। अब उसी विकास दुबे और उसके सहोगियों को हथियारों का लाइसेंस जारी करने वाले अधिकारियों पर योगी सरकार की गाज गिरने वाली है।
पुलिस अधीक्षक (कानपुर बाहरी) अष्टभुजा पी सिंह ने कहा कि जयकांत और उसके सहयोगी प्रशांत उर्फ डब्बू के खिलाफ रासुका लागू करने के लिए रिपोर्ट जिलाधिकारी (कानपुर) आलोक तिवारी के समक्ष प्रस्तुत की गई, उन्होंने रासुका के लिए मंजूरी दी थी। एसपी ने बताया कि डीएम की स्वीकृति के बाद शनिवार को जिला जेल में बंद जयकांत और उसके सहयोगी प्रशांत शुक्ला को भी रासुका का नोटिस जारी किया गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि मायावती के 'मिशन ब्राह्मण' के तहत, बहुजन समाज पार्टी विकास दुबे के भतीज अमर दुबे की नाबालिग विधवा को जमानत दिलवाने को कानूनी लड़ाई लड़ने का मन बना चुकी है।
Vikas Dubey Village Bikru Ground Report: ठीक एक साल पहले कानपुर के पास बिकरू गांव गोलियों की आवाज से गूंज उठा था, जिसमें तीन जुलाई की तड़के आठ पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी।
अधिकारी ने बताया कि मधु के हिस्से में 381 वोट आए जबकि बिंदू कुमार को 327 वोट मिले। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट से 10 उम्मीदवार मैदान में थे। चुनाव जीतने के बाद मधु ने मीडिया वालों से कहा कि उसने अन्याय के खिलाफ लड़ाई के लिए चुनाव लड़ने का फैसला लिया।
पिछले साल बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके साथियों द्वारा यूपी पुलिस के एक DSP और कई जवानों को गोलियों से भून दिया गया था, जिसके बाद मध्य प्रदेश से यूपी लाए जाते वक्त विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ था।
उन्होंने पत्र में लिखा कि लखनऊ कृष्णानगर निवासी अंजली दुबे और उनके पति दीप प्रकाश दुबे को चर्चित बिकरु कांड के बाद फर्जी मुकदमे के आधार पर फंसाया जा रहा है। पुलिस द्वारा इनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है, जिस वजह से इन्हें मानसिक छति हो रही है।
4 जुलाई को, बिकरू हत्याकांड के एक दिन बाद, जिसमें आठ पुलिस कर्मी मारे गए थे, लखनऊ में विकास दुबे के भाई के घर में एक सरकारी एंबेसडर कार मिली थी। जांच के दौरान, यह पाया गया कि फर्जी कागजात का इस्तेमाल कर कार को पंजीकृत किया गया था जिसके बाद मामला दर्ज किया गया था।
कानपुर के बिकरू गांव में हुए विकास दुबे कांड में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से कुछ असलहे भी बरामद किए गए हैं। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने इसकी जानकारी दी है।
संयुक्त पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि सोमवार तड़के पुलिस गिरधारी उर्फ डॉक्टर को लेकर अजीत सिंह हत्या में प्रयुक्त असलहा बरामदगी के लिए सहारा हॉस्पिटल के पीछे खरगापुर क्रॉसिंग के पास लेकर पहुंची। जैसे ही गाड़ी रुकी और लोग सीट से उतरे, तभी आरोपी गिरधारी ने इंस्पेक्टर उस्मानी की नाक पर अपने सिर से हमला कर दिया। इससे अख्तर उस्मानी गिर गए और गिरधारी उनकी पिस्टल लेकर भागने लगा, जिसका पीछा पुलिस द्वारा किया गया।
ऋचा ने अपने वकीलों के माध्यम से नोटिस भेजा है और कहा है कि अगर उन्हें सात दिनों के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो वह हाईकोर्ट में याचिका दायर करेगी। ऋचा के वकीलों ने मामले में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के हस्तक्षेप की भी मांग की है।
एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह द्वारा चोरी की यह कार इस्तेमाल किए जाने का मामला तब सामने आया जब कार के मालिक ओमेंद्र सोनी को एक सर्विस सेंटर से फोन आया।
Major Events of 2020: राज्य में इसके साथ ही ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए लाया गया अध्यादेश तथा बिकरू कांड भी काफी सुर्खियों में रहा। राज्य में लगभग पूरा साल कोविड-19 महामारी के साए में गुजरा और रोजाना किसी न किसी तरह से यह मुसीबत मीडिया की सुर्खियों में रही।
फिल्म के एक दृश्य से मनीष का फर्स्ट लुक सोमवार को जारी किया गया और इसके एक दिन पहले शूटिंग भोपाल में शुरू हुई।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को विशेष जांच दल (SIT) की सिफारिश के आधार पर कानपुर के बिकरू कांड में 37 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मिश्रा ने कहा, "महिला ने रविवार को एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत रविवार को एक मामला दर्ज किया गया और इस बाबत जांच शुरू की गई है।"
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच अभी भी जारी है और उसमें रोजाना नए-नए घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। इस बीच कई फिल्म निमार्ताओं ने उन पर आधारित फिल्में बनाने की घोषणा की है।
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