Vikas Dubey cremated: विकास का अंतिम संस्कार काफी फौरी तौर पर निपटा दिया गया क्योंकि विद्युत शवदाह गृह में उसके शव को जलाया गया। विकास को अंतिम मुखाग्नि उसके बहनोई ने दिया, जो चौबेपुर के शिवली गांव का बताया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में दो अलग-अलग स्थानों पर शिवराज सिंह चौहान के मंत्री तुलसीराम सिलावट और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी की जुबान फिसल गई।
कानपुर के गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद ट्विटर पर रोहित शेट्टी ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा था।
मीडिया पर भड़स निकालते हुए विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने कहा-मरवा दिया उसके बाद झूठ बोलते हो।
विकास दुबे का सुबह-सुबह एनकाउंटर और उसपर उठते तमाम सवालों को आप भली भांति जान चुके होंगे, लेकिन विकास दुबे के एनकाउंटर और राजनीतिक छींटाकशी के और भी कई मायने हैं।
विकास दुबे की मौत पर विकास के पिता रामकुमार दुबे ने कहा है कि "हमें किसी ने बताया कि हमारा बेटा मारा गया है हमने कहा ठीक किया गया।
विकास दुबे के रिश्तेदारों में बहनोई शव लेने के लिए पहुंचे थे, लेकिन इस दौरान उन्होंने किसी से भी कुछ बात करने से इनकार कर दिया।
पुलिस के अनुसार दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था। इस दौरान उसने भौती पहुंचने पर भागने की कोशिश की, जिसके बाद वह मारा गया। इस दौरान पुलिस की एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
वारदात के बाद वह घटनास्थल लोगों के कौतूहल का विषय बन गया है। उधर से गुजरने वाला हर शख्स यह जानने के लिए उत्सुक है कि किस जगह पर मुठभेड़ हुई और यह अंदाजा लगाने की कोशिश में है कि दुबे को कैसे मारा गया होगा।
एक अपराधी हमेशा प्रशासन और न्यायिक व्यवस्था की खामियों का गलत इस्तेमाल करने की कोशिश करता है। विकास दुबे की मौत के साथ उत्तर प्रदेश में अपराध के इतिहास का एक और शर्मनाक अध्याय समाप्त हुआ।
शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा गया कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एक मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर आंसू बहाने की कोई जरूरत नहीं है और इसको लेकर आश्चर्य जताया कि पुलिस की कार्रवाई पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं।
कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया।
कानपुर स्थित विकास दुबे के गांव बिकरू में जैसे ही एनकाउंटर में उसके मारे जाने की खबर पहुंची, कई लोगों के चेहरे खिल उठे। इन लोगों ने विकास दुबे के मारे जाने की खुशी में मिठाइयां बांटी।
तमाम नेताओं की सरपरस्ती में उसका सिक्का चमक रहा था। उसके पकड़े जाने से उसके ऊपर हाथ रखने वालों को डर सताने लगा था कहीं यह उनके लिए भास्मासुर न बन जाए।
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर और गाडी पलटने को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
दुबे ने रियल इस्टेट में हाथ आजमाए, जिला स्तर का एक चुनाव भी जीता और राजनीतिक हस्तियों के साथ भी नजर आया।
गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ही उसे पैसों का पूरा नेटवर्क देखती है। पैसा कहां लगना है, किसको देना है ये ऋचा ही तय करती थी।
गैंगस्टर विकास दुबे के शव की पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इससे पहले उसका कोविड-19 टेस्ट किया गया जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बताया जा रहा है कि ऋचा को पुलिसकर्मियों ने नहीं बताया कि विकास एनकांउटर में मारा गया है। ऋचा को पुलिसकर्मियों के बर्ताव से शक हुआ जिसके बाद उसे अहसास हो गया कि विकास का एनकांउटर हो गया है।
प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह विकास दुबे के साथ कानपुर के भौती में हुई मुठभेड़ में सिविल पुलिस के 4 कर्मी घायल हुए हैं, जिसमें 3 सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और 2 एसटीएफ कमांडो को गंभीर चोटें आई हैं।
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