विकास दुबे का एक और वीडियो सामने आया है। कहा जा रहा है कि ये वीडियो विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने से कुछ दिन पहले का है।
इंडिया टीवी की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में देखिये यूपी की पुलिस ने कैसे किया विकास दुबे का एनकाउंटर
पुलिस फोरेंसिक टीम ने अपराध को समझने के लिए कानपुर के बिकरू गांव में घटना का रूपांतरण किया, जहां 8 पुलिस अधिकारियों की मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे द्वारा हत्या कर दी गई थी।
हलफनामे में कहा गया है कि तेलंगाना सरकार ने न्यायिक आयोग की नियुक्ति का जवाब नहीं दिया है, लेकिन कानपुर की घटना में यूपी सरकार ने घटना के कुछ दिनों के भीतर न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है।
कुख्यात बदमाश विकास दूबे एनकाउंटर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं पर यूपी सरकार की तरफ़ से ये एफ़िडेविट फ़ाइल किया गया है। यूपी सरकार ने एनकाउंटर को सही बताया और कहा कि इसे किसी भी तरह फेक एनकाउंटर नहीं कहा जा सकता।
ऑडियो में, शशिकांत की पत्नी दुबे की भाभी से घात लगाकर बात करते हुए सुनाई देती है जिसमें 2 जून को कानपुर के बिकरू गाँव में आठ पुलिस कर्मी मारे गए थे।
वायरल वीडियो में विकास दुबे एक नवविवाहिता के साथ फोटो खिंचवाता दिख रहा है, जिसमें कहता है कि वह बैठकर नहीं, खड़े होकर ही फोटो खिंचवाता है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो विकास के गुर्गे अमर दुबे और खुशी की शादी का है।
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने राज्य में पुलिस और माफिया के बीच के नेक्सस को तोड़ने के लिए की जारी रही कार्यवाही पर कहा कि हम पुलिस में जो 'डार्क शीप' है उन्हें तलाश रहे है, उनपर शिकंजा कसेंगे और कार्रवाई हो भी रही है।
कानपुर के बिकरु कांड में विकास दुबे गैंग से पुलिस कनेक्शन का बड़ा सुबूत सामने आया है। विकास के सबसे विश्वसनीय साथी अमर दुबे की शादी में चौबेपुर थाने में तैनात दरोगा के के शर्मा शामिल हुआ था।
एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में पिछले हफ्ते मारे गए कुख्यात बदमाश विकास दुबे के साथी शशिकांत उर्फ सोनू पांडे ने खुलासा किया है कि दुबे के निर्देश पर ही गत दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात को आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या की गई थी।
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि बिकरू गांव मामले में 21 अभियुक्त नामजद थे जिनमें श्याम यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत दुबे को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे गए कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे के देहांत की खबर सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
इलाहबाद उच्च न्यायालय ने गैंग्सटर विकास दुबे एनकाउंटर मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग वाली एक याचिका खारिज कर दी है।
पुलिस के आधिकारिक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि जांच अधिकारी से कहा गया है कि वह अदालत के समक्ष जल्द से जल्द क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करें और अमर की पत्नी की रिहाई सुनिश्चित करायें।
कानपुर पुलिस मुठभेड़ और कुख्यात अपराधी विकास दुबे के मारे जाने के मामले की जांच कर रहे एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के प्रमुख सेवानिवृत्त न्यायाधीश शशिकांत अग्रवाल सोमवार को बिकरू गांव पहुंचे।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने दोनों को प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट ए बी कादियान के समक्ष पेश किया, जिन्होंने 16 जुलाई तक की ट्रांजिट रिमांड प्रदान की।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति शशि कांत अग्रवाल के नेतृत्व में एकल सदस्यीय जांच आयोग गठित करने का निर्णय लिया गया है। आयोग का मुख्यालय कानपुर में होगा।
खूंखार गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर दो समूहों के बीच की बहस ने हिंसक रूप ले लिया। झड़प में चार लोग घायल हुए हैं।
दुबे एक ऑटोरिक्शा करके उज्जैन के महाकाल मंदिर गया और मंदिर के पास उसने होटल खोजने का असफल प्रयास किया। उसके बाद वह सीधे पास में स्थित रामघाट गया और रामघाट में स्नान करके लोगों से महाकाल मंदिर खुलने और दर्शन करने का समय पूछा।
विकास दुबे के साथ उज्जैन से लेकर आ रही एसयूवी पर सवार एक कांस्टेबल कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
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