विकास दुबे कांड के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्टिव हो गई है। चुन चुनकर माफिया और क्रिमनल्स को निशाना बनाया जा रहा है। नोएडा पुलिस ने सुंदर भाटी और अनिल दुजाना समेत 8 गैंगस्टर्स की 11 करोड़ 35 लाख की संपति को जब्त किया है।
कानपुर के विकरु गांव में पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद फरार विकास दुबे की तलाश बड़ी ही सरगर्मी के साथ की जा रही है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि विकास दुबे सुरक्षित स्थान तलाशने को लेकर नेपाल भाग चुका है।
दीप प्रकाश दुबे के घर से बरामद हुई सरकारी एंबेसडर विनीत पांडेय ने नीलामी में खरीदी थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विकास के घर से भारी मात्रा में कीलें भी बरामद की गई हैं, जिनसे वो बम बनाता था।
8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से ही फोन गया था कि उसके ऊपर रेड होने वाली है, विकास दुबे की गैंग के एक अन्य इनामी गैंगस्टर दया शंकर ने यह जानकारी दी है।
कानपुर एनकाउंटर मामले पर जानकारी देते हुए कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि पुलिस वालों की जांच चल रही है अभी तीन और पुलिस वाले शक के दायरे में हैं।
घटना के दिन विकास दुबे के साथ लगभग 60-70 लोग असलहों से लैस होकर मौके पर तैनात थे। इन लोगों ने न सिर्फ पुलिसवालों पर अंधाधुंध फायरिंग की, बल्कि उनकी बेरहमी से पिटाई भी की थी।
सिर्फ विकास दुबे ही नही बल्कि लखनऊ मे स्थित उसके भाई दीप प्रकाश दुबे के घर की भी जांच की जा रही है और प्राधिकरण उसके भी दस्तावेज अपने साथ लेकर चला गया है।
गिरफ्तार गैंगस्टर दया शंकर ने बताया कि खुद विकास दुबे ने रेड करने पहुंची पुलिस की टीम पर गोलियां बरसाई। विकास खुद बंदूक से पुलिस वालों पर फायरिंग कर रहा था और जिस बंदूक से वह गोलियां बरसा रहा था वह बयान देने वाले गैंगस्टर दया शंकर के नाम पर ही थी
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की जघन्य हत्या को तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन गैंगस्टर और मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस विकास दुबे की तलाश में जुटी हुई है करीब 40 थानों की पुलिस उसके पीछे लगी हुई है।
कानपुर में गुरुवार रात हुए पुलिस बल पर हुए हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन में है।
कानपुर के चौबेपुर में गुरुवार देर रात दबिश देने गई पुलिस फोर्स पर हमला कर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करनेवाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिे 40 थानों की फोर्स लगाई गई है।
लखनऊ में उसके मकान पर छापा मारने के बाद पुलिस की एक टीम ने उसके भाई के लखनऊ के मकान पर शनिवार को फिर छापा मारा। जहां पर पुलिस को एक सरकारी एम्बेसडर कार (यूपी 32-बीजी-0156) मिली है। यह कार सरकारी है और विशेष सचिव राज्य संपत्ति के नाम पंजीकृत है।
सरला दुबे ने बताया कि उसे कई बार समझाया, लेकिन उसने बात नहीं सुनी। अब वह मर भी जाए तो उसका गम नहीं।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 100 टीमें लगाई गई हैं। विकास पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। विकास दुबे का ठिकाना बताने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे के घर से सफेद रंग की अंबेसडर कार बरामद की गई है। सरकारी नंबर प्लेट वाली सफेद रंग की अंबेसडर कार मिली है। सबसे खास बात ये है कि ये गाड़ी सरकारी निलामी में खरीदी गई थी।
कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे के घर से सफेद रंग की अंबेसडर कार बरामद की गई है।
कानपुर के चौबेपुर में बृहस्पतिवार देर रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले कुख्यात अपराधी विकास को पकड़ने के लिये पुलिस की 25 से अधिक टीम उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में लगातार छापेमारी कर रही हैं।
सर्विलांस टीम लगभग 500 मोबाइल फोन की छानबीन कर रही है और उससे विकास दुबे के बारे में सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा उप्र एसटीएफ की टीमें भी अपने काम में लगी हैं।
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