उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर और गाडी पलटने को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
विकास दुबे से उज्जैन में 2 घंटे पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पूछताछ भी की गई है। आप भी जानिए कि आखिर विकास के गुर्गों का क्या हुआ।
घटना के बाद घर के ठीक बग़ल में कुएं के पास पांच पुलिसवालों की लाशों को एक के ऊपर एक रखा गया था जिससे उनमें आग लगा कर सबूत नष्ट कर दिये जायें।
कानपुर कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे का करीबी बऊआ दुबे को लेकर एक और बड़ी जानकारी सामने आई है। 2 जून की रात दबिश के दौरान जब अपराधियों ने सबसे ज्यादा फायरिंग बऊआ दुबे के घर से की थी।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ख़बर आ रही है कि कानपुर-काण्ड का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी।
हाकाल मंदिर में पहुंचकर विकास दुबे खुद चिल्ला-चिल्ला कर बताने लगा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला, ताकि पुलिस बाद में उसे मार न सके।
बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस जब इसे फरीदाबाद से कानपुर ले जा रही थी, तभी पनकी थाना क्षेत्र के भौती बाई पास के पास प्रभात ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की।
एलडीए ने मकान के लिए स्वीकृत कराए गए मानचित्र की फोटोकॉपी मांगी है। अधिशासी अभियंता ने इसे 24 घंटों के भीतर कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा है।
विकास दुबे दोपहर 12:30 बजे से 1 के बीच वो ओयो होटल के रिस्पेशन के सीसीटीवी में कैद होता है, इसके बाद 3 बजे पुलिस उस होटल से लगभग 5 किलोमीटर दूर अंकुर के घर हरि नगर इंद्रा कम्प्लेक्स में पहुंचती है।
बुधवार को इस इनामी राशि को अब दोगुना करके 5 लाख रुपए कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में किसी भी अपराधी पर घोषित यह सबसे बड़ा इनाम है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सस्पेंड किये गए सिपाही ने भी रात 12 बजे के आसपास विकास को फोन किया था, फोन पर क्या बात हुई पुलिस अभी ये नहीं जान पाई है।
एक स्थानीय निवासी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ऋचा ज्यादातर कानपुर शहर में ही रहती थी लेकिन अपने मोबाइल फोन के जरिए घर में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखती थी।
शक के दायरे में आए चौबेपुर थाने के सभी कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है। अब यहां पर कानपुर पुलिस लाइंस से 10 कॉन्सटेबल को चौबेपुर थाने में ट्रांसफर किया गया है।
कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर छापा मारने पहुंचे 8 पुलिस वालों की हत्या के मामले में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
आशंका इस बात की जताई जा रही है कि विकास वारदात को अंजाम देने के बाद चंबल के इलाके में आ सकता है। यह बीहड़ का क्षेत्र है और उसे यहां पनाह भी मिल सकती है।
पुलिस लगभग तीन दर्जन पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर रही है। मामले की जांच कर रही टीम को पता चला है कि बिकरु गाव में विकास के घर कई पुलिस वालों का आना-जाना था।
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