कानपुर के बिकरू गांव के रहने वाले विकास दुबे को पुलिस ने 10 जुलाई 2020 को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। विकास दुबे और उसके साथियों ने 3 जुलाई 2020 को कई पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। विकास के 5 सहयोगी भी एनकाउंटर में मारे गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए वारदात में शामिल तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को विशेष जांच दल (SIT) की सिफारिश के आधार पर कानपुर के बिकरू कांड में 37 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बिकरू कांड के मुख्य आरोपी मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के साथ कथित तौर पर मिलीभगत के आरोप में डीआईजी अनंत देव तिवारी को निलंबित करने के बाद योगी सरकार आगे भी कार्रवाई करने जा रही है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड में पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों की करतूत सामने आयी है। जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
कानपुर के बिकरू गांव में हुए विकास दुबे कांड के मामले से कथित रूप से जुड़ा एक ऑडियो वायरल हो रहा है। कथित वायरल ऑडियो बिकरू कांड में शहीद CO देवेंद्र मिश्रा और पूर्व DGP एके जैन के बीच का है।
विकास दुबे के साथ उज्जैन से लेकर आ रही एसयूवी पर सवार एक कांस्टेबल कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
मीडिया पर भड़स निकालते हुए विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने कहा-मरवा दिया उसके बाद झूठ बोलते हो।
विकास दुबे की मौत पर विकास के पिता रामकुमार दुबे ने कहा है कि "हमें किसी ने बताया कि हमारा बेटा मारा गया है हमने कहा ठीक किया गया।
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर और गाडी पलटने को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
विकास दुबे से उज्जैन में 2 घंटे पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पूछताछ भी की गई है। आप भी जानिए कि आखिर विकास के गुर्गों का क्या हुआ।
घटना के बाद घर के ठीक बग़ल में कुएं के पास पांच पुलिसवालों की लाशों को एक के ऊपर एक रखा गया था जिससे उनमें आग लगा कर सबूत नष्ट कर दिये जायें।
हाकाल मंदिर में पहुंचकर विकास दुबे खुद चिल्ला-चिल्ला कर बताने लगा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला, ताकि पुलिस बाद में उसे मार न सके।
बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस जब इसे फरीदाबाद से कानपुर ले जा रही थी, तभी पनकी थाना क्षेत्र के भौती बाई पास के पास प्रभात ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की।
एलडीए ने मकान के लिए स्वीकृत कराए गए मानचित्र की फोटोकॉपी मांगी है। अधिशासी अभियंता ने इसे 24 घंटों के भीतर कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा है।
शक के दायरे में आए चौबेपुर थाने के सभी कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है। अब यहां पर कानपुर पुलिस लाइंस से 10 कॉन्सटेबल को चौबेपुर थाने में ट्रांसफर किया गया है।
पुलिस लगभग तीन दर्जन पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर रही है। मामले की जांच कर रही टीम को पता चला है कि बिकरु गाव में विकास के घर कई पुलिस वालों का आना-जाना था।
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