कानपुर के बिकरू गांव के रहने वाले विकास दुबे को पुलिस ने 10 जुलाई 2020 को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। विकास दुबे और उसके साथियों ने 3 जुलाई 2020 को कई पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। विकास के 5 सहयोगी भी एनकाउंटर में मारे गए थे।
उन्होंने पत्र में लिखा कि लखनऊ कृष्णानगर निवासी अंजली दुबे और उनके पति दीप प्रकाश दुबे को चर्चित बिकरु कांड के बाद फर्जी मुकदमे के आधार पर फंसाया जा रहा है। पुलिस द्वारा इनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है, जिस वजह से इन्हें मानसिक छति हो रही है।
4 जुलाई को, बिकरू हत्याकांड के एक दिन बाद, जिसमें आठ पुलिस कर्मी मारे गए थे, लखनऊ में विकास दुबे के भाई के घर में एक सरकारी एंबेसडर कार मिली थी। जांच के दौरान, यह पाया गया कि फर्जी कागजात का इस्तेमाल कर कार को पंजीकृत किया गया था जिसके बाद मामला दर्ज किया गया था।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को विशेष जांच दल (SIT) की सिफारिश के आधार पर कानपुर के बिकरू कांड में 37 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि बाजपेयी के घर में रह रहे दारोगा राजकुमार, उस्मान अली और खालिद को 24 घंटे के भीतर पुलिस लाइन में हाजिर होने को कहा गया है।
Vikas Dubey को मध्य प्रदेश पुलिस ने 9 जुलाई को उज्जैन में महाकाल मंदिर के परिसर से गिरफ्तार किया था, 10 जुलाई को कथित तौर से कानपुर ले जाते समय उसने गाड़ी से भागने का प्रयास किया, जिससे एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई।
जितिन प्रसाद ने सभी विधायकों से अपील की है कि वो गुरुवार से शुरू हो रहे यूपी विधानसभा सत्र में ब्राह्मण उत्पीड़न का मामला जोरदार तरीके से उठाएं।
विकास दुबे 3 जुलाई को बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी था। 10 जुलाई को कानपुर के बाहरी इलाके में स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ में वह मारा गया था।
विकास दुबे 10 जुलाई को मुठभेड़ में उस समय मारा गया, जब उज्जैन से उसे लेकर आ रही पुलिस की गाड़ी कानपुर के निकट भौती गांव इलाके में कथित तौर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी और मौके का फायदा उठाकर दुबे ने भागने का प्रयास किया।
सुप्रीम कोर्ट ने विकास दुबे एनकाउंटर केस की जांच के आदेश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटॉयर्ड जज की अध्यक्षता में बनी कमेटी द्वारा की जाएगी।
विकास दुबे का एक और वीडियो सामने आया है। कहा जा रहा है कि ये वीडियो विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने से कुछ दिन पहले का है।
हलफनामे में कहा गया है कि तेलंगाना सरकार ने न्यायिक आयोग की नियुक्ति का जवाब नहीं दिया है, लेकिन कानपुर की घटना में यूपी सरकार ने घटना के कुछ दिनों के भीतर न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है।
वायरल वीडियो में विकास दुबे एक नवविवाहिता के साथ फोटो खिंचवाता दिख रहा है, जिसमें कहता है कि वह बैठकर नहीं, खड़े होकर ही फोटो खिंचवाता है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो विकास के गुर्गे अमर दुबे और खुशी की शादी का है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे गए कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे के देहांत की खबर सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
पुलिस के आधिकारिक प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि जांच अधिकारी से कहा गया है कि वह अदालत के समक्ष जल्द से जल्द क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करें और अमर की पत्नी की रिहाई सुनिश्चित करायें।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने दोनों को प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट ए बी कादियान के समक्ष पेश किया, जिन्होंने 16 जुलाई तक की ट्रांजिट रिमांड प्रदान की।
दुबे एक ऑटोरिक्शा करके उज्जैन के महाकाल मंदिर गया और मंदिर के पास उसने होटल खोजने का असफल प्रयास किया। उसके बाद वह सीधे पास में स्थित रामघाट गया और रामघाट में स्नान करके लोगों से महाकाल मंदिर खुलने और दर्शन करने का समय पूछा।
Vikas Dubey Wife Returns to Lucknow शुक्रवार को कानपुर के भैरोघाट पर विकास दुबे के अंतिम संस्कार के वक्त उसकी पत्नी रिचा ने मीडिया कर्मियों से काफी नाराजगी में बात की। उसने एक सवाल पर कहा "हां, हां, हां, विकास ने गलत किया था और उसके साथ यही होना था।"
कानपुर के बिकरू कांड का मास्टरमाइंड और पांच लाख रुपये का इनामी अपराधी विकास दुबे शुक्रवार को एसटीएफ के साथ कथित मुठभेड़ में मारा गया।
Vikas Dubey cremated: विकास का अंतिम संस्कार काफी फौरी तौर पर निपटा दिया गया क्योंकि विद्युत शवदाह गृह में उसके शव को जलाया गया। विकास को अंतिम मुखाग्नि उसके बहनोई ने दिया, जो चौबेपुर के शिवली गांव का बताया जा रहा है।
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