26 जुलाई को पूरा देश कारगिल दिवस मना रहा है। ये दिन देश के उन जवानों को समर्पित है, जिन्होंने साल 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में अपनी जान गवां दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने गीदड़ भभकी से चुनौती देने का प्रयास किया था। अमेरिका से मदद मिली। अमेरिका ने हस्तक्षेप करने का भी प्रयास किया, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया था कि देश की सुरक्षा और स्वाभिमान में कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
करगिल सेक्टर में 1999 में भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच लड़ाई शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक हेलिकॉप्टर से नियंत्रण रेखा पार की थी और भारतीय भूभाग में करीब 11 किमी अंदर एक स्थान पर रात भी बिताई थी।
जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने पडोसी पकिस्तान से अच्छे सम्बन्ध बनाने के विचार से फरवरी 1999 में बस द्वारा नई दिल्ली से लाहोर तक की एतिहासिक यात्रा की तो उन्हें इसका तनिक भी आभास नहीं था कि करगिल युद्ध की नीव उसी समय पड़ गई थी।
Defence Minister Arun Jaitley and Army Chief pays tribute to martyrs Kargil War at Amar Jawan Jyoti | 2017-07-26 09:39:15
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