राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अब भारतीय जनता पार्टी से दूरी बना ली है। वह पार्टी के कार्यक्रमों में नहीं दिखाई देती हैं। अब वह अपने बेटे व सांसद दुष्यंत सिंह के लिए एक नया रास्ता तैयार किया है।
जयपुर में सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर के सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने बड़ा बयान दे दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
वसुंधरा राजे ने कहा, ''राजनीति में यदि किसी को पद का मद आ जाए, तो फिर उसका कद कम हो जाता है। आज कल लोगों को पद का मद आ ही जाता है, लेकिन मदन जी को कभी पद का मद नहीं आएगा।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया और विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिया।
लोकसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे के मन में जो कसक थी, वो अब धीरे-धीरे बयानों के जरिये सामने आ रही है। उदयपुर के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, वफा का वह दौर अलग था। तब लोग किसी के किए हुए को मानते थे, लेकिन आज तो लोग उसी अंगुली को पहले काटने का प्रयास करते हैं, जिसको पकड़ कर वह चलना सीखते हैं।
Hot seats in Lok Sabha Elections 2024: झालावाड़-बारां सीट में अंता, किशनगंज, बारां-अटरू, छबड़ा, झालरापाटन, डग, मनोहर थाना और खानपुर सहित आठ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
भजन लाल शर्मा बीस साल से संगठन में काम कर रहे थे, चार बार प्रदेश के महामंत्री रहे, लेकिन सिर्फ इस आधार पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, इसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी।
राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे पार्टी आलाकमान की उम्मीदों पर खड़ा उतरने की कोशिश करेंगी।
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को भजन लाल शर्मा को राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की है। अब इस फैसले के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का पहला बयान सामने आया है।
भरतपुर से ताल्लुक रखने वाले 56 वर्षीय भजन लाल शर्मा ब्राह्मण समाज से आते हैं। भजन लाल शर्मा राजस्थान की सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। गहलोत ने भजनलाल शर्मा को भाजपा के विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी है।
छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान में सीएम पद के लिए तीनों नए चेहरों को जगह दी गई। वसुंधरा राजे को भी राजस्थान में सीएम पद नहीं मिला। बल्कि उन्होंने भी खुद पर्ची पढ़कर नए सीएम की घोषणा की। अब सवाल यह है कि असंतुष्ट वसुंधरा राजे का क्या होगा? सवाल यह भी कि नए चेहरों को ही क्यों तरजीह दी गई। जानें कहते हैं एक्सपर्ट्स?
भजन लाल शर्मा के रूप में नए सीएम के ऐलान के बाद अब राज्य से वसुंधरा राजे की विदाई हो गई है। राजे ने 2 बार राज्य के सीएम पद की कमान संभाली थी।
राजस्थान में सीएम पद को लेकर अब से थोड़ी ही देर में बड़ा खुलासा होने जा रहा है। इस बीच खुद सीएम पद की रेस में शामिल विधायक किरोड़ी लाल मीणा ने नए सीएम पर बड़ा अपडेट दिया है।
राजस्थान में भाजपा विधायक दल की बैठक कल मंगलवार शाम 04 बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई है। कल इस बात पर मुहर लग जाएगी कि कौन बन रहा है राजस्थान का नया मुख्यमंत्री।
सोशल मीडिया पर वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की मुलाकात की एक फोटो वायरल हो रही है। इसके साथ दावा है कि राजे हाल ही में पीएम से मिली हैं और राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम लगभग तय है। लेकिन इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में ये फोटो साल 2018 की निकली।
बीजेपी नेतृत्व ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को क्रमश: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
माना जा रहा था कि बालकनाथ सीएम पद की रेस से बाहर हो गए हैं लेकिन सांसदी से इस्तीफा देते ही एक बार फिर से सीएम पद के लिए उनका नाम सामने आने लगा है। बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद से ही बालकनाथ सीएम पद के लिए मजबूत दावेदार बने हुए हैं।
मध्य प्रदेश, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के 6 दिन बाद भी इस सवाल पर सस्पेंस बरकरार है। लेकिन सबसे ज्यादा हलचल राजस्थान में देखने को मिल रही है।
राजस्थान की सियासत में गुरुवार का दिन काफी मायनों में दिलचस्प रहा है। माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के बीच सीएम पद को लेकर ठनी हुई है। इस बीच वसुंधरा राजे की भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी हुई है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वसुंधरा राजे को मिलने के लिए बुलाया था। वसुंधरा के साथ उनके बेटे दुष्यंत सिंह भी मौजूद हैं। बीते 17 घंटे से वसुंधरा राजे दिल्ली में हैं और लगातार बीजेपी के टॉप लीडर्स से मिलने का वक्त मांग रही थीं।
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