नड्डा की हालिया राजस्थान यात्रा के दौरान, राजे को भाजपा के राष्ट्रीय प्रमुख और राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था।
सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वापस आएंगे या नहीं? पिछले कई महीनों से यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। इस सवाल को लेकर नेताओं की अगली भूमिका पर राजनीतिक फुसफुसाहट बनी हुई है जो वर्तमान में केवल विधायक पदों पर काबिज हैं।
भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने अन्य मुद्दों के साथ ही चीन मामले पर केंद्र सरकार को घेरा। चीन मामले पर उनके बयान पर बीजेपी ने करारा जवाब दिया है। असम के सीएम से लेकर अन्य बीजेपी नेताओं ने उन पर जोरदार हमला बोला है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि बीते चार साल में राज्य में प्रगति केवल करप्शन और महिलाओं व दलितों के खिलाफ अपराध में हुई है। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार राज्य के विकास और जनता की सेवा का अपना फ़र्ज़ भूल गई।
Rajasthan Politics: राजस्थान में बीजेपी अब गहलोत और पायलट कैंप के बीच चल रही खींचतान का फायदा उठाने में जुट गई है...जयपुर में आज बीजेपी लीडर्स के डेलीगेशन में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात की और उनसे कांग्रेस के उन 90 विधायकों के इस्तीफे पर जल्द फैसला करने की अपील की।
Rajasthan News कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा, ‘‘मैं वसुंधरा राजे का बुरा नहीं मानता हूं क्योंकि उनके साथ जो अन्याय कर रही है भाजपा, वो भी तो सबके सामने है। एक पूर्व मुख्यमंत्री के साथ में आप व्यवहार भी ठीक नहीं करो, बातचीत भी नहीं करो, मिलने का मौका नहीं दो, ये तो हमारी पार्टी में कभी नहीं हुआ।’’
Rajasthan Election 2023: वैसे तो राजस्थान का विधानसभा चुनाव होने में अभी करीब एक वर्ष का समय है, लेकिन भाजपा ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के एक बयान ने वसुंधरा राजे के खेमे में खलबली मचा दी है।
Vasundhara Raje: वसुंधरा राजे ने कहा, जो पार्टी अच्छा काम करे उसे दोबारा अवसर मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, हमें दोबारा अवसर मिलता तो अधूरे काम पूरे होते और हमारा प्रदेश विकास की दृष्टि से बहुत आगे होता।
Rajasthan BJP: राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जानकारी दी है कि विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भाजपा का चेहरा नहीं होंगी। पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनावी मैदान में उतरेगी।
विधानसभा चुनाव से एक साल पहले राजस्थान इकाई में अंदरूनी कलह को खत्म करना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अन्य के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रही है।
अलवर के रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा, ‘‘मैंने जो भी कहा वह पार्टी के हित में कहा। मेरे वीडियो के जारी करने के बाद मुझे वसुंधरा राजे के समर्थकों के फोन आये तो मैंने उन्हें बताया कि उन्हें एक व्यक्ति के अलावा पार्टी के बारे भी बात करनी चाहिए।’’
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने रविवार को एक बार फिर राज्य सरकार से राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) की मुख्य परीक्षा से जुड़े विषय पर फिर से विचार कर परीक्षा की तिथि बढ़ाने का आग्रह किया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है, कांग्रेस की परंपरा रही है कि वह वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करती है।
बीजेपी के इस विरोध प्रदर्शन में कुल 68 विधायक और 18 सांसदों ने हिस्सा लिया। विधानसभा में पार्टी की ताकत 72 है और संसद में 25 सदस्य हैं। नदारद रहने वाले चार विधायकों में राजे के साथ उनके भरोसेमंद कालीचरण सराफ, प्रताप सिंह सिंघवी और कैलाश मेघवाल शामिल थे।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे एक बार फिर से सक्रीय हो गयी हैं। वसुंधर राजे ने राजस्थान में भाजपा से मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तय किये जाने को लेकर दो टूक कह दिया है कि किसी के चाहने या ना चाहने से वो मुख्यमंत्री नहीं बन जायेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों और मौजूदा राज्य नेतृत्व के बीच फूट, जो पहले पोस्टर युद्ध तक सीमित थी, अब खुली जुबानी झड़पों में फैल गई है, जहां उनके समर्थकों ने खुले तौर पर घोषित किया है कि राजस्थान में 'राजे ही भाजपा है और भाजपा ही राजे है।'
राजस्थान में कोरोना वायरस से बुधवार को 30 और लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस घातक संक्रमण के 520 नये मामले सामने आये।
प्रदेश में वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा काफी चर्चा में है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे लेकर बयान दे दिया है कि उनकी ये यात्रा शक्ति नहीं बल्कि भक्ति प्रदर्शन है।लेकिन सियासी हलकों में इसको लेकर अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से मिलीं। वसुंधरा राजे का दिल्ली दौरा इस मायने में भी खास है, क्योंकि उनकी नाराजगी की खबरें पिछले कई दिनों से सियासी गलियारे में गूंजती रहीं हैं।
राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।
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