वसुंधरा राजे के करीबियों को टिकट देकर बीजेपी अलाकमान ने डैमेज कंट्रोल किया है। बीजेपी ने अपनी दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे को टिकट दिया है, जो पांचवीं बार झालरापाटन से चुनाव लड़ेंगी।
बीजेपी ने इससे पहले 9 अक्टूबर को 41 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी। वहीं बीजेपी की 83 नामों की सूची में 10 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ ही समय शेष है। ऐसे में India Tv CNX ओपिनियन पोल किया और अनेक मुद्दों पर जनता की राय जानी। आइए जानते हैं क्या निकला पोल का नतीजा।
भाजपा की वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया प्रदेश की झालरापाटन विधानसभा से 2003, 2008, 2013 और 2018 में लगातार चार बार चुनाव जीत चुकी हैं।
बीजेपी की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे समर्थित प्रत्याशियों के नाम गायब हैं। झोटवाड़ा से वसुंधरा के करीबी राजपाल सिंह शेखावत के स्थान पर पार्टी ने कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनाव मैदान में उतारा है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सियासी सरगर्मी बढ़ा देने वाला एक वीडियो सामने आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी लोगों में शुमार कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से आशीर्वाद लेते नजर आए।
Rajasthan Election Latest News: एमपी का फॉर्मूला राजस्थान में अपनाया जा सकता है- सूत्र
राजस्थान में जब चार जगहों से परिवर्तन यात्राएं शुरू हुईं तो वसुंधरा राजे केंद्रीय नेतृत्व के साथ मंच साझा करती नजर आईं। हालांकि, इसके बाद वह करीब 18 दिनों तक इन यात्राओं से दूर रहीं।
परिवर्तन यात्रा में केंद्रीय नेताओं और वसुंधरा राजे की गैर-मौजूदगी अब कई अटकलों को हवा दे रही है। बीजेपी कार्यकर्ता अलग-अलग स्थानों पर इन यात्राओं में शामिल होने से कतरा रहे हैं।
Lok Sabha Election: मिशन 2024 के लिए बीजेपी की राष्ट्रीय टीम का ऐलान हुआ है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय महामंत्री का ऐलान हुआ।
भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार का महाघेराव करने की योजना बनाई है। इसके लिए पार्टी 5 लाख कार्यकर्ताओं को जुटाएगी। पार्टी एकजुटता और सामूहिक नेतृत्व पर भी जोर देगी।
संगठन में बदलाव की ख़बरों के बीच प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिल्ली में डेरा जमा चुकी हैं। दिल्ली में उनकी राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के साथ बैठक हुई है।
कहने को तो पायलट की ये पदयात्रा राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन के लिए है लेकिन इस यात्रा के निशाने पर सीधे-सीधे अशोक गहलोत हैं। कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव रिजल्ट से पहले ही बैकफुट पर है।
कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, बंपर जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव से पहले ही बैकफुट पर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने अशोक गहलतो पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा सच यह है कि गहलोत जी की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक। पायलट बगावती हैं सो अलग।
अशोक गहलोत के दावे से राजस्थान की सियासत में हड़कंप मच गया है। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार 2020 के राजनीतिक संकट से बच गई क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को गिराने के ‘षडयंत्र’ का समर्थन नहीं किया।
डूंगरपुर में आयोजित भागवत कथा कार्यक्रम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मंच साझा करते हुए इशारों में कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर हमला किया और कहा कि अधर्मी को कभी राजयोग नहीं मिलता।
सीएम गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर लंबे समय से खींचतान जारी है। साल 2020 में पायलट ने कुछ और विधायकों के साथ गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।
सचिन पायलट के उपवास की घोषणा के बाद कांग्रेस रविवार को पार्टी के दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री गहलोत के समर्थन में उतर आई। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के साथ राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में योजनाएं लागू की हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत की इस बड़ी चूक पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने हमला बोला है। वसुंधरा राजे ने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री बिन चेक किए कोई भाषण कैसे पढ़ सकता है। उन्होंने पूछा कि ऐसे सीएम के हाथ में राज्य कैसे सुरक्षित रह सकता है?
संपादक की पसंद