अगर आप कहीं बाहर से या ऑफिस से आकर घर पर किसी ऐसी जगह पर बैठते हैं जहां सामने दीवार पर कुछ न हो, वह बिल्कुल खाली हो और यह आपके रोज बैठने की निश्चित जगह है तो ये काम जरूर करें।
पूजा घर में कैसा कलर करवाएं, ये भी एक चर्चा का विषय है। घर में मंदिर का स्थान सबसे ऊंचा माना जाता है। सुबह नित्यकर्मों से निवृत होकर व्यक्ति भगवान के दर्शन के लिये ही जाता है और अगर वहां ऐसे रंग होंगे जो निगेटिव ऊर्जा का संचार करते हों।
हरियाणा के पटौदी कस्बे में इस मंदिर की श्रद्धालुओं की अपार मान्यता है। मंदिर की स्थापना स्वामी अमरदेव ने की थी। स्वामी अमर देव ने हिमालय पर साधना करने के बाद 1920 में डेरा इस्माइल खानजो अब पाकिस्तान में है में संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना की।
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे कुछ उपायों की जिन्हें अपनाने से आप अपने जीवन को सुखी और बेहतर बना सकते हैं। घर-परिवार पर लक्ष्मी की कृपा बनाए रखने के लिये घर की अलमारी या तिजोरी में, जहां आप अपने पैसे रखते हैं, वहां हल्दी की दो गांठे रखें। इससे आपके घर पर देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही कुबेर यंत्र या श्रीयंत्र तिजोरी में रखने से भी धन की देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
घर में फाउंटेन जल तत्व को बढ़ावा देता है। एक बात और कि यह हमेशा बहते रहना चाहिए। क्योंकि रूका हुआ फाउंटेन आर्थिक हानि कराता है।
वास्तु शास्त्र में आज पानी से संबंधित चीजों के बारे में जानिए। घर में पानी का घड़ा या सुराही रखने के लिये उत्तर-पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इससे घर के सदस्यों को हर काम में सफलता मिलती है।
पानी की दिशा भी गुडलक और सफलता तय करती है। इसलिए घर के सदस्यों या फैमिली बिजनेस को बेडलक या लोगों की बुरी नजर से बचाए रखने के लिये और गुडलक लाने के लिये गलियारे या बालकनी में पानी से संबंधित कोई तस्वीर या शो-पीस रखना चाहिए।
घर में नेचुरल लाइट का होना बहुत जरूरी है। नेचुरल लाइट से मेरा मतलब है सूर्य की रोशनी। सूर्य की रोशनी घर में सकारात्मकता लाती है, यानी पॉजिटिविटी को अट्रैक्ट करती है।
स्टडी रूम में टेबल के लिये नॉर्थ-ईस्ट कोने का चुनाव करें। इस जगह को साफ-सुथरा रखना चाहिए। साथ ही स्टडी टेबल पर एक क्रिस्टल का ग्लोब भी रखना चाहिए। इससे बच्चे नयी चीज़ों को जानने के लिये और अधिक उत्सुक होंगे। साथ ही स्टडी टेबल को ज्यादा भरकर नहीं रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए आईने के द्वारा आप किन-किन जगहों का वास्तु ठीक कर सकते हैं और कैसें।
भोजनकक्ष में आईना लगाना बहुत ही अच्छा माना जाता है और वो भी बड़ी आकृति का। भोजनकक्ष की दीवार पर लगे बड़े-बड़े आईने ऊर्जा के अद्भुत स्त्रोत होते हैं। यह भाग्य के लिये बहुत ही शुभ माना जाता है।
अलमारियों के दरवाजे पर लगे आइने के बारे में। आजकल फैशन के दौर में ऐसी आलमारियां आ रही हैं जिनके दरवाजे पर बाहर की तरफ से शीशा लगा होता है।
घर में आईना लगाना वैसे तो शुभ होता है, लेकिन टूटा या खराब आईना अशुभ फल देने वाला होता है। क्योंकि टूटे हुए आईने पर पड़ने वाली रोशनी नकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है जिसका सीधा असर घर के सदस्यों पर पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर में सुबह के समय चढ़ाएं फूलों को शाम होने के बाद मंदिर से हटा लेना चाहिए। इससे नकारत्मक ऊर्जा आती है और घर में तनाव का माहौल रहता है।
उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोने के बारे में वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा के विपरित उत्तर दिशा में सिर करके सोना अच्छा नहीं होता।
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आपके घर में भी कोई सदस्य बीमार है तो रोगी के सोने के कमरे में सिरहाने पर एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रख दें। ऐसा करने से रोगी की सेहत में जल्द ही सुधार होने लगता है। इस तरह से घर का अशांत माहौल भी शांत होने लगेगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में छोटी-मोटी नोंक-झोंक से बचने के लिये, पति-पत्नी के बीच होने वाली अनबन को दूर करने के लिये नमक बहुत ही कारगर सिद्ध हो सकता है।
वास्तु के अनुसार कांच की कटोरी में नमक रखने से घर में धन की कमी दूर होती है। साथ ही सुख-शांति भी बनी रहती है।
कई बार होता है कि घर में पैसों की कमी बनी रहती है और कई बार एकदम से इतना पैसा आ जाता है कि उसका मैनेजमेंट ठीक से नहीं हो पाता। जानिए वास्तु उपाय।
नमक हमारे रसोईघर में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है, लेकिन नमक सिर्फ खाने में ही काम नहीं आता बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं।
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