मेष राशि वालों को आज आपका दिन बढ़िया रहेगा | आप जो भी काम शुरू करेंगे। उसे कम समय में ही पूरा कर लेंगे। आपके लिये फायदेमंद रहेगा |
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार आज कालाष्टमी के साथ राधाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। जानिए आज के अन्य शुभ मुहूर्त
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिन लोगों का मूलांक 7 हैं। उनका आर्थिक पक्ष अच्छा होगा। उन्हें किसी प्रॉपटी से बड़ा फायदा होगा। जानिए अन्य मूलांकों के बारे में।
वास्तु के अनुसार आग्नेय कोण में फर्श के लिये कोशिश करके इस तरह का मार्बल लगवाना चाहिए जिसमें लाल रंग का कोई डिजाइन बना हो। ऐसा करने से आपका व्यापार खूब आगे बढ़ेगा और तरक्की होगी।
घर या ऑफिस की उत्तर-पूर्व दिशा में सफेद रंग का मार्बल लगवाने से उस दिशा से संबंधित वास्तु लाभ तो मिलते ही हैं, साथ ही जीवन में किसी तरह के अवरोध भी नहीं आते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में फर्श पर काले रंग का मार्बल लगवाना चाहिए। इस दिशा के अगर कुछ भाग में भी आप काले रंग का मार्बल लगवाएंगे तो आपको काफी लाभ मिलेगा। इससे परिवार में किसी को भी किसी तरह का भय नहीं रहता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार वायव्य कोण, यानी उत्तर-पश्चिम दिशा में फर्श के लिये सफेद रंग का चुनाव करना बेहतर होता है। इससे व्यक्ति की मानसिक शक्ति का विकास होता है।
काली कंबली देवी मंदिर हरियाणा के कुरुक्षेत्र में स्थित है। मान्यता है कि देवी ने काली कबंली वाले बाबा को वरदान दिया था कि वो यहां विराजमान होकर भक्तों का कल्याण करेंगे। इसलिए इस मंदिर को सिद्धपीठ माना जाता है।
भरणी नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह त्रिकोण आकृति को माना जाता है। इसका संबंध आंवले के पेड़ से बताया गया है। लिहाजा जिसका जन्म इस नक्षत्र में हुआ है उन्हें आंवले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा का संबंध लाल रंग से है। अतः इस दिशा में लाल रंग के मार्बल का यूज़ करना आपके लिए बेहतर रहेगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या ऑफिस के दक्षिण-पश्चिम दिशा में येलो कलर का मार्बल लगवाना शुभ होता है।
आचार्य इंदु प्रकाश के मुताबिक अगर आपके घर की दीवारों का रंग बहुत गहरा है तो आपको अपने घर के फर्श के लिए व्हाइट या ऑफ व्हाइट मार्बल चुनें। इससे घर में कलर बैलेंस ठीक बना रहता है। साथ ही इससे घर के लोग कई तरह के नुकसान से भी बचे रहते हैं।
पानी लकड़ी का पोषक है। दक्षिण-पूर्व दिशा में थोड़ी-बहुत मात्रा में काला रंग करवाने से दक्षिण-पूर्व से जुड़े तत्वों को मदद मिलेगी।
घर की समृद्धि को बढ़ाने के लिए ड्रैगन का जोड़ा सबसे अच्छा तरीका है। जानिए आखिर ड्रैगन को किस दिशा में लगाएं ताकि घर में सुख-शांति बनी रहे।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अपने हस्ताक्षर में कुछ बदलाव करके आप अपनी वित्तीय समस्याओं से आसानी से निजात पा सकते हैं। अगर आप खूब पैसा कमाते हैं लेकिन बचत एक रूपये की भी नहीं होती तो अपने हस्ताक्षर के नीचे एक सीधी लाइन बनाते हुए उसके नीचे दो बिंदु लगाने शुरू कर दीजिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार दशहरे के दिन अपराजिता देवी की पूजा की जाती है। इसके लिए दोपहर बाद ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा में जाकर साफ-सुथरी भूमि पर गोबर से लीपना चाहिए और उसी जगह पर चंदन से आठ पत्तियों वाला कमल का फूल बनाना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक महाअष्टमी के दिन कुमारिका भोजन कराने के बारे में। निर्णयसिंधु और दुर्गार्चन पद्धति में कुमारिका भोजन का विधान बताया गया है। कुमारी भोजन के पांच हिस्से हैं- पहला आयी हुयी कन्याओं के हाथ-पैर धुलाना, फिर उनके मस्तक पर टीका लगाना, उनका नीराजन करना, उन्हें भोजन कराना, उन्हें दक्षिणा देना और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना।
वास्तु के अनुसार नैवेद्य को धातु, यानि सोने, चांदी या ताम्बे के, पत्थर, यज्ञीय लकड़ी या मिट्टी के पात्र में चढ़ाना चाहिए। चढ़ाया हुआ नैवेद्य तत्काल निर्माल्य हो जाता है और उसे तुरंत उठा लेना चाहिए। प्रसाद को खाना चाहिये और यथा संभव बांटना भी चाहिए।
सामान्य तौर पर तो उत्तर या पूर्व दिशा में ही मुख करके पूजा-पाठ या जप किया जाता है, लेकिन कभी-कभी किसी फल की प्राप्ति के लिये अन्य दिशाओं में भी जप किया जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा के दौरान अपना मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए। इनमें से भी पूर्व दिशा में मुख करके पूजा-अर्चना करना श्रेष्ठ रहता है।
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