यदि आपने अपने घर की उत्तर-पूर्व दिशा में स्टोर रूम या भंडार ग्रह बनवा रखा है तो जान लीजिये कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह बिल्कुल गलत है। यह इस दिशा को दूषित करने का पहला कारण है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पिता-पुत्र के बीच तनाव का सबसे बड़ा कारण घर के उत्तरी-पूर्वी कोने का दूषित होना है। इस कोने में किसी भी प्रकार के वास्तु दोष होने के कारण ही पिता-पुत्र में झगड़े होते हैं।
पति-पत्नी के बीच हमेशा अनबन होने की वजह कहीं आपका घर तो नहीं? आज हम आपको वास्तु के कुछ ऐसे उपाय बताएंगे जिसे करने से घर में आएंगी खुशियां।
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में आज इंदु प्रकाश से जानिए फैमली बिजनेस को लगने वाली बुरी नजर या अपने बिजनेस को बेडलक से कैसे बचाया जाए?
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के प्रतीक माने जाते हैं ये दो अलग-अलग पौधे। पर जब इन्हें एक साथ लगाया जाता है तो आप इनके लाभ पा सकते हैं।
आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कुछ खास उपाय के बारे में जिन्हें अपनाकर आप भी जल्दी धनवान बन सकते हैं। साथ ही घर की चीजोॆ में बरकत भी बनी रहेगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में अपना किचन न बनवाएं। ऐसा करने से परिवार में भारी नुकसान या असामंजस्य पैदा हो सकता है। वास्तु की मानें तो रसोई के लिए सबसे अच्छा स्थान अग्नि कोण यानि दक्षिण पूर्व है।
शनि न्यायाधीश और दंडक है। इसका ध्यान आपके कार्यों और इरादों पर है। यह देखता है कि आप अपने व्यवहार में कितने ईमानदार, धर्मी और न्यायप्रिय हैं। यदि आप नेक काम करते हैं तो शनि आपको आशीर्वाद देता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम और टॉयलेट को एक साथ अटैच करके नहीं बनवाना चाहिए और खासकर कि कमरे के अंदर तो बिलकुल भी नहीं। यहां तक कि बाथरूम को खुला रखने से बचना चाहिए।
नया प्लॉट चुनते समय हमें हमेशा वास्तु के कुछ नियमों को ध्यान में रखना चाहिए। क्योंकि प्लॉट की सही दिशा आपको बड़ा लाभ पहुंचा सकती है।
ज्योतिष शास्त्र में हवन की राख या विभूति को काफी लाभकारी बताया गया है। मान्यता है कि इससे आर्थिक तंगी, नजरदोष जैसी कई परेशानियां दूर होती हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा घर में आने वाली विपत्ति को रोकने के साथ-साथ रोगों के नाश के लिए भी एक अच्छा उपाय है। साथ ही यह परिवार की आर्थिक स्थिति के लिए भी शुभ होती है।
वास्तु के साथ-साथ इंटीरियर की दृष्टि से भी मनी प्लांट का पौधा काफी अच्छा होता है। मनी प्लांट से न सिर्फ धन की बढ़ोतरी होती है बल्कि रिश्तों में भी मधुरता आती है।
वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कर्ज से बचने के कुछ सरल उपाय के बारे में।
Vastu Tips: आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए होटल में अनाज भंडारण के लिए कौन सी दिशा शुभ रहेगी। साथ ही डाइनिंग हॉल का निर्माण किस दिशा में करवाना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
Vastu Tips: वास्तु हमारी जिंदगी पर गहरा प्रभाव डालती है। ऐसे में किसी भी चीज को करने से पहले वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आपने होटल का बिजनेस शुरू किया है तो वास्तु शास्त्र में लिखी गई बातों का खास ख्याल रखें।
फेंगशुई चीन का वास्तु शास्त्र है। फेंग का मतलब वायु और शुई का अर्थ जल है। इन कुछ खास वास्तु टिप्स से आपको धन, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
Vastu Tips: अगर आप होटल का निर्माण करवाने जा रहे हैं तो वास्तु के मुताबिक ही इसका निर्माण करवाएं। ऐसा नहीं करने से आपको बिजनेस में हानि हो सकती है। तो आइए वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं होटल के मुख्य प्रवेश द्वार के बारे में।
वास्तु शास्त्र के अनुसार होटल निर्माण के लिए आयताकार या फिर वर्ग के आकार की भूमि का चुनाव करना सबसे अच्छा रहता है। होटल का निर्माण इस तरह से किया जाना चाहिए कि इसकी ऊंचाई उत्तर-पूर्व दिशा से दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ थोड़ी अधिक होनी चाहिए।
अगर आप भी किसी भी तरह के देवी-देवताओं वाले लॉकेट गले में धारण करते हैं तो उससे पहले इन बातों को जरूर जान लें।
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