वास्तुशास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए आग्नेय कोण में विभिन्न रंगों के इस्तेमाल के बारे में। यह दिशा पूर्व और दक्षिण दिशा के बीच स्थित होती है।
तिजोरी का मुंह दक्षिण दिशा की तरफ कभी भी न हो। क्योंकि ये दिशा यम की दिशा है और इस दिशा में तिजोरी का मुंह खुलना मतलब परेशानियों को बुलावा देना है।
घर की समृद्धि को बढ़ाने के लिए ड्रैगन का जोड़ा सबसे अच्छा तरीका है। मिट्टी के फूलदान पर बना हरे रंग का ड्रैगन भी शुभ माना जाता है।
वास्तु के अनुसार पूजा घर की दिवारों पर हल्के पीले रंग को सबसे शुभ माना जाता है। इसके अलावा जानिए और कौन से रंग के पेंट कराना शुभ होता है।
वास्तु शास्त्र में आज जानिए स्टडी रूम यानि की अध्ययन कक्ष के रंग के बारें में। स्टडी रूम वह जगह होती है जहां हम शांति, बिना किसी शोर-शराबे और दखल के आराम से अध्ययन कर सकते हैं।
बैठक कक्ष में रंग का चयन करते समय अपने साथ-साथ दूसरों की पसंद या नापसंद का भी ख्याल रखना चाहिये।
वास्तुशास्त्र के अनुसार डाइनिंग रूम यानि भोजन कक्ष में ऐसा रंग प्रयोग करना चाहिये जो घर के सभी सदस्यों को जोड़े रखने में सहायक हो। कई बार भोजन के दौरान अहम निर्णय भी ले लिये जाते हैं क्योंकि, उस समय सब साथ होते हैं।
वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से हम बात करेंगे किसी को गिफ्ट देने या किसी से गिफ्ट मिलने के बारे में।
घर में पैसों का प्रवाह सामान्य रूप से बनाये रखने के बारे में। कई बार होता है कि घर में पैसों की कमी बनी रहती है और कई बार एकदम से इतना पैसा आ जाता है कि उसका मैनेजमेंट ठीक से नहीं हो पाता।
विद्या यंत्र किनके लिये बेहद लाभकारी है तो बता दूं, जो लोग पढ़ाई-लिखाई का नाम लेते ही भागने लगते हैं या जिनके बच्चे पढ़ाई-लिखाई में कमजोर हैं, बहुत पढ़ने के बाद भी उन्हें कुछ याद नहीं रहता।
वास्तु शास्त्र में आज जानिए घर में उड़ते हुए पक्षी या पहाड़ों की तस्वीर लगाने के बारे में। जहां एक तरफ उड़ते हुए पंछी पॉजिटिव ऊर्जा, जोश और स्फूर्ति का प्रतीक हैं, तो वहीं दूसरी तरफ ऊंचे-ऊंचे पहाड़ भरपूर कॉन्फिडेंस और एक जगह पर अड़िग रहने का प्रतीक ह
आवाज़ और गुडलक का सीधा संबंध होता है। जितनी मधुर विंड चाइम की आवाज़ होगी, उतनी ही तेजी से घर में गुडलक की एंट्री होगी। साथ ही इससे घर के सदस्यों में पॉजिटिव एनर्जी भी बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप अपने घर या ऑफिस में लकड़ी की विंड चाइम लगाना चाहते हैं, तो आपको पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। जानिए अन्य दिशाओं के बारे में।
वास्तु शास्त्र में जानिए विंड चाइम के बारे में। घर में दरवाजे या खिड़कियों के बीच या घर की दीवार पर विंड चाइम लगाना बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसकी मधुर ध्वनि से पूरे घर का माहौल अच्छा हो जाता है और आस-पास पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र में आज जानिए घर के नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में पर्दों के रंग के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा के लिये पीले रंग को बेहतर माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में लाल रंग के पर्दे लगाना अच्छा माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा में काले रंग के पर्दे लगाना अच्छा माना जाता है। आप चाहें तो काले रंग की एम्ब्रोयडरी वाले पर्दे भी लगा सकते हैं।
वास्तु शास्त्र में हर एक दिशा का संबंध किसी न किसी खास रंग से होता है और अगर उसके हिसाब से घर की साज-सज्जा की जाये, तो वास्तु के अप्रितम लाभ देखने को मिलते हैं, साथ ही कई तरह के वास्तु दोषों से भी छुटकारा मिलता है।
अगर आपके पैरों में किसी प्रकार की तकलीफ है तो आपको पूर्व दिशा के वास्तु सुधार और सही रंग पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
अगर आपके ऑफिस में आपकी मेज या कुर्सी ऐसे स्थान पर मौजूद है, जहां पर बैठकर काम करने से आपकी नजर सीधे उस केबिन के दरवाजे पर पड़ती हो, जो कि वास्तु शास्त्र के अनुसार बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
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