वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए ऑफिस के वायव्य कोण में कैंडल लगाने के बारे में। जिस तरह घर के वायव्य कोण में कैंडलस लगाना अच्छा नहीं होता, उसी तरह ऑफिस के वायव्य कोण में भी कैंडलस लगाना ठीक नहीं होता।
बच्चों के कमरे की पूर्वी, उत्तर-पूर्वी या दक्षिणी भाग में मोमबत्ती जलाने से बच्चे पढ़ाई की ओर आकर्षित होते हैं, उनका पढ़ाई में मन लगता है।
आजकल बाजार में कई तरह की अलग-अलग डिजाइन वाली मोमबत्तियां, यानी कि कैंडलस देखने को मिलती है। घर में अलग-अलग स्टाइल में लगी अलग-अलग रंगों की कैंडलस बहुत ही सुंदर लगती हैं।
घर के अग्नि कोण यानी दक्षिण-पूर्व के कोने यानी घर के जिस हिस्से में दक्षिण और पूर्व दिशाएं मिलती हैं, वहां बैठकर हवन करना सबसे अच्छा होता है। सही दिशा में किया गया हवन सही परिणाम देता है और इससे वास्तु दोषों को शांत करने में मदद मिलती है। हवन करने वाले व्यक्ति को भी दक्षिण-पूर्व की ओर मुंह करके बैठना चाहिए।
ध्यान रहे कि अष्टगंध ख़ास किस्म के केमिकल हैं और लगाये जाने पर एक ख़ास attitude जनरेट करते हैं जो हमारे विचारों - बायोक्लॉक और घर की कलेक्टिव क्लॉक यानि वास्तु को प्रभावित करते हैं और हाथों की उँगलियों में कौन सी शक्ति हमारे पुरखों ने पहचानी थी उसका वर्तमान रूप रेकी, औरा और प्राणिक होलिंग के तौर पर समझा जा सकता है |
देवता या देवियां एक ख़ास किस्म के एनर्जी पैटर्न हैं और फूल सुगंध और रंग का मिला - जुला रूप और इनका सीधा सम्बन्ध घर के वास्तु शास्त्र से है | इसी सत्य को पहचान कर भारतीय मनीषियों ने तंत्र सार, मन्त्र महोदधि और लघु हारीत में लिखा है कि - सफ़ेद और पीले फूल विष्णु को प्रिय हैं, लाल फूल-सूर्य, गणेश और भैरव को प्रिय हैं, भगवान शंकर को सफ़ेद पुष्प पसंद है लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि किस एनर्जी पैटर्न को कौन सा रंग या गंध फेवरेबल नहीं है तो नोट करिये भगवान विष्णु को अक्षत यानि चावल, मदार, और धतूरे के फूल नहीं चढ़ाने चाहिये |
पूजा के समय सदैव घंटा या घंटी बजाना शुभ है | घंटा सर्ववाद्दमय माना गया है | भारत के अलावा चीनियों ने भी इसे समझा और आज बाजार में तरह-तरह कि विंड चाइम्स उपलब्ध है, यही नहीं गिरजाघरों में भी घंटी बजाने की परम्परा है | घंटे की आवाज निगेटिव एनर्जी को हटा कर positive energy को एकत्र करके स्थान के वास्तु को शुद्ध करती है |
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे आपकी कार से जुड़ी कुछ बातों के बारे में। आपकी कार आपके लिये किस तरह लकी साबित हो सकती है?
वास्तु शास्त्र में आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए रोगों से मुक्ति दिलाने में नमक के फायदे के बारे में। यदि आपके घर में भी कोई सदस्य बीमार है तो रोगी के सोने के कमरे में सिरहाने पर एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकड़े रख दें, परंतु ध्यान दें कि रोगी का सिरहाना पूर्व दिशा की ओर हो।
वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए ड्राइंग रूम में अलमारी, टेलीफोन, टी.वी और अन्य चीज़ों की सही दिशा के बारे में।
आपको बता दें कि बुध ग्रह के लिए सूर्य और शुक्र मित्र समान हैं, मंगल, गुरु और शनि सम हैं, यानी सामान्य फल देने वाले हैं, जबकि चन्द्रमा शत्रु समान है। इस हिसाब से आप बुध की चीज़ों के साथ सूर्य और शुक्र ग्रह की चीज़ों को तो बड़े आराम से रख सकते हैं।
किचन में मिक्सी, ग्राइंडर और टोस्टर को दक्षिण-पूर्व कोने से लेकर दक्षिण- पश्चिमी कोने के अलावा दक्षिण-पश्चिम से पश्चिम के बीच की दूरी के आधे के बराबर दूरी तक कहीं भी रखा जा सकता है, लेकिन आटा गूंथने की मशीन को पूर्व से दक्षिण पूर्व और दक्षिण-पूर्व से दक्षिण इतने डिस्टेंस के बीच में ही रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा के फर्श पर गहरे काले रंग का पत्थर लगवाना चाहिए। इससे घर में खुशहाली आती है। साथ ही इससे घर के सदस्यों को आमदनी के नए अवसर मिलते हैं।
वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कर्ज से बचने के उपाय के बारे में। कुछ मज़बूरियों के चलते कई बार हमें कर्ज लेना पड़ जाता है।
एक मूलांक वाले जातकों का ग्रह सूर्य होता है और पूर्व दिशा इनके लिये शुभ मानी जाती है इसलिए एक मूलांक वाले जातकों को घर की पूर्व दिशा में बांसुरी रखनी चाहिए. 2 मूलांक वाले जातकों का ग्रह चन्द्रमा होता है और उत्तर-पश्चिम दिशा इनके लिये शुभ मानी जाती है इसलिए दो मूलांक वाले जातकों को घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में सफेद रंग का कोई अच्छा-सा शो-पीस रखना चाहिए | 3 मूलांक वाले जातकों का ग्रह बृहस्पति होता है और उत्तर-पूर्व दिशा इनके लिये शुभ होती है इसलिए 3 मूलांक वालों को घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रुद्राक्ष रखना चाहिए |
आपने अधिकतर घरों में तुलसी का पौधा लगा देखा होगा। तुलसी का पौधा वास्तु की दृष्टि से बहुत ही शुभ माना जाता है। इसे घर में लगाने से वास्तु दोष समाप्त होते हैं।
वैसे तो फूलों को घर, ऑफिस या किसी भी अन्य जगह पर रखना अच्छा माना जाता है और इसीलिए बहुत से लोग अपने घर या ऑफिस में फूल-पौधे लगाते भी हैं, लेकिन यहां एक बात ध्यान देने की है।
वास्तु शास्त्र में आज जानिए घर में पैसों का प्रवाह सामान्य रूप से बनाये रखने के बारे में। इसके लिए कांच का एक गिलास लेकर, उसमें पानी भरकर नमक मिलाएं और घर के नैऋत्य कोण, यानि दक्षिण-पश्चिम कोने में रख दें।
नमक हमारे रसोईघर में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है, लेकिन नमक सिर्फ खाने में ही काम नहीं आता बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार होटल में कैशियर को हमेशा उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके बैठना चाहिए।
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