प्रधानमंत्री आज सूरत और वाराणसी के दौरे पर जा रहे हैं। यहां वह करोड़ों रुपयों की सौगात जनता को देंगे। जिसमें सूरत का डायमंड बोर्स का उद्घाटन भी शामिल है, जोकि दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत होगी।
तीन राज्यो में बीजेपी की सरकार के गठन के बाद पहली बार काशी आगमन में करीब 20 किलोमीटर की सड़क यात्रा के संगठन के वरिष्ठ नेता, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता सहित काशीवासी पीएम मोदी का सड़क के दोनों ओर खड़े होकर स्वागत करेंगे।
17 और 18 दिसंबर को पीएम मोदी सूरत और वाराणसी का दौरा करने वाले हैं। इस दौरान वह पहले सूरत जाएंगे इसके बाद फिर उनका वाराणसी का दौरा सुनिश्चित किया गया है। बता दें कि सूरत में वह सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन करेंगे।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कभी नीतीश के करीबियों में शामिल रहे सुशील मोदी ने JDU पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि रैली रद्द कर दी गई क्योंकि इसके ‘फ्लॉप’ होने का डर सता रहा था।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 24 दिसंबर को वाराणसी में होने वाली अपनी रैली को रद्द कर दिया है। जेडीयू का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें रैली करने की इजाजत नहीं दी।
वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी मामले में सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है। वहीं आज के दिन सर्वे रिपोर्ट को कोर्ट में पेश किया जाना था, लेकिन रिपोर्ट पेश करने से पहले एएसआई के अधिवक्ता ने कोर्ट से एक सप्ताह का और समय मांगा है।
वाराणसी के ज्ञानवापी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा है कि कल एएसआई अपनी सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वक्फ के पास आज इतनी जमीन है कि इससे नया पाकिस्तान और बांग्लादेश बन जाएगा।
धनबाद के रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने वाली एक नेत्रहीन लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात सामने आई है और आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
बिहार के CM नीतीश कुमार 24 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रैली निकालेंगे। जिसके बाद वह 21 जनवरी को झारखंड के हजारीबाग के रामगढ़ में रैली करेंगे।
वाराणसी की एक धर्मशाला में एक साथ पूरे परिवार ने खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कमरे में चार लोगों का लटकती लाशें देख पुलिस के भी होश उड़ गए। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है जिसके मुताबिक ये परिवार लंबे समय से आर्थिक समस्या से घिरा था।
दोनों बेटियों ने अपनी मां के शव को रजाई के अंदर छिपाकर रखा था। जब शव में कीड़े पड़े तो हाथ से निकालकर बाहर फेंक दिया। दुर्गंध उठी तो घर की छत पर जाकर खाना खाया। दोनों करीब एक साल तक महिला के शव के साथ रहीं।
हर वर्ष की भांति इस साल भी भगवान शिव की नगरी काशी ऐतिहासिक देव दीपावली का साक्षी बना। शाम होते ही यहां दीये जलने लगें और वाराणसी इनकी रोशनी से जगमग हो उठी।
वहीं इससे पहले नवंबर महीने की शुरुआत में विदेश मंत्रालय ने दिवाली की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपोत्सव के अवसर पर 50 देशों के राजदूतों और राजनयिकों की अयोध्या यात्रा का आयोजन किया था।
बनारस में इस बार बड़े ही धूमधाम से देव दिवाली मनाई जाने वाली है। ऐसे में प्रशासन ने कई जगहों पर ऑटो व ई-रिक्शा को बैन कर दिया है। ऐसे में ट्रैफिक एडवाइजरी जान लेना बेहद जरूरी है।
वाराणसी के गंगा घाट को 12 लाख दियों से सजा दिया गया है। वहीं काशी विश्वनाथ महादेव के मंदिर को भी 11 टन फूलों से सजा दिया गया है। देव दीपावली के अवसर पर भारी संख्या में लोगों के वाराणसी पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में तैयारियां पूरी कर ली गई है।
प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाने का विधान है। इस बार देव दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा अलग-अलग दिन क्यों मनाई जा रही है। आइए जानते हैं हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार ऐसा इस बार क्यों हो रहा है और देव दीपावली के साथ कार्तिक पूर्णिमा क्यों नहीं मनाई जाएगी।
31 मई को पारित अपने विवादित आदेश में उच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश द्वारा नागरिक प्रक्रिया संहिता (सीपीसी) के आदेश 7, नियम 11 के तहत आवेदन की अस्वीकृति के खिलाफ दायर पुनरीक्षण आवेदन को खारिज कर दिया था।
Famous Food Of Varanasi: काशी की देव दीपावली देखने जा रहे हैं तो यहां के फेमस स्ट्रीट फूड का जायका लेना न भूलें। बनारस के पान से लेकर मलाईयो तक यहां कई फेमस फूड हैं, जिन्हें एक बार खाने के बाद आपकी दिल बार-बार मचलेगा। ये हैं वाराणसी का फेमस खाना।
दिवाली के अवसर पर वाराणसी के अस्सी घाट को दीपों से सजा दिया गया। 1008 दीपों से सजे हुए घाट पर 9 फीट के शंख की एक रंगोली भी बनाई गई जिसमें भगवान श्रीराम की दिखाी गई छायाचित्र लोगों के आकर्षण का केंद्र बना।
वाराणसी में एक युवक ने सरे राह एक युवती का गला रेत दिया। जानकारी के मुताबिक, दोनों पति-पत्नी है। पति अपने जन्मदिन के दिन नाराज पत्नी को मनाने चंदौली से आया था।
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