रेल मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन आ जाएगी और इसे भारत में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में इसका विस्तार अन्य स्थानों पर किया जाएगा।
रेलवे ने कहा कि बाड़ काफी मज़बूत है व मोटी है और इसका इस्तेमाल राजमार्गों तथा एक्सप्रेसवे पर किया जाता है, खासकर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में ताकि गाड़ियों और राहगीरों को बचाया जा सके।
सोशल मीडिया पर वंदे भारत ट्रेनों की तस्वीरों को ट्वीट किया गया था, जिसमें ट्रेन के गंतव्य पर पहुंचने के बाद इस्तेमाल किए गए खाने के पैकेट और अन्य कचरा बिखरा हुआ दिखाया गया था।
अब तक देश में आठ वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। ये नागपुर-बिलासपुर, दिल्ली-वाराणसी, दिल्ली-कटड़ा, दिल्ली-ऊना, गांधीनगर-मुंबई, चेन्नई-मैसूर, हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी और सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम रूट पर चल रही हैं।
वंदे भारत ट्रेन की तेज रफ्तार से यात्रियों को कम समय में अपने गंतव्य पर पहुंचने का मौका मिल रहा है। 2025 तक देश में तेज रफ्तार वंदे भारत एक्सप्रेस का इतना जाल बिछ जाएगा कि बड़ी संख्या में यात्रियों का सफर में लगने वाला समय और कम हो जाएगा।
अगले 2 सालों में वंदे भारत एक्सप्रेस की 400 ट्रेनों का निर्माण होगा जिनमें 200 ट्रेनों में बैठने की सुविधा होगी जबकि बाकी की 200 स्लीपर कोच के साथ पटरियों पर दौड़ेंगी।
PM Modi flags Off 8th Vande Bharat: प्रधानमंत्री Narendra Modi ने आज 8 वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। तेलंगाना के सिंकदराबाद से आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के लिए इसे रवाना किया. वंदे भारत पॉलिसी को 24 के चुनाव में मोदी का बड़ा दांव माना जा रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को हाई स्पीड ट्रेन की बड़ी सौगात दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने सिकंदराबाद से विशाखापतनम तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा दी है.
जयपुर और दिल्ली के बीच में सफर अब और कम समय में हो सकेगा। इसके लिए सिर्फ दो घंटे का समय लगेगा और आए जयपुर से राजधानी दिल्ली में होंगे। वंदे भारत ट्रेन से यह सफर और जल्दी हो जाएगा। मार्च माह से पहले ही वंदे भारत इन दोनों शहरों के बीच दौड़ेगी। रेलमंत्री ने इस पर सहमति दे दी है।
वंदे भारत ट्रेन को एक बार फिर निशाना बनाया गया है। इस बार आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के कांचरापलेम के पास इस ट्रेन पर पथराव हुआ है। इस पथराव में ट्रेन के एक कोच का शीशा टूट गया है। यहां ये बता दें कि ये वही ट्रेन है जिसको पीएम मोदी हरी झंडी दिखाने वाले हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें घने कोहरे के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को पूरी रफ्तार से दौड़ते देखा जा रहा है।
आए दिन वंदे भारत एक्सप्रेस पर हो रही पत्थरबाजी की घटनाओं को रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने नया प्लान तैयार किया है।
ट्रेन बिहार के बारसोई इलाके में थी कि तभी ट्रेन पर पथराव कर दिया गया। हालंकि इस पत्थरबाजी में ट्रेन या किसी यात्री को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी पड़ोसी राज्य बिहार में की गई न कि उनके राज्य में।
ममता बनर्जी ने वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाओं को बिहार से जोड़ दिया। उन्होंने कहा,"हो सकता है कि बिहार के लोग वंदे भारत ट्रेन नहीं मिलने से परेशान हों। उन्हें ट्रेन नहीं मिली है क्योंकि वे भाजपा के साथ नहीं हैं।"
अज्ञात पथराव करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आरपीएफ और राज्य पुलिस मामले की जांच कर रही है। पथराव में C3 और C6 कोच के शीशे टूट गए।
भारत की सबसे तेज गति से दौड़नेवाली ट्रेन पर एकबार फिर पथराव हुआ है। जानकारी के मुताबिक इस ट्रेन पर न्यू जलपाईगुड़ी के पास पथराव की घटना हुई है। इस संबंध में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना को लेकर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। वहीं, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने घटना की NIA जांच की मांग कर दी है।
Heeraben Passed Away | Vande Bharat flag off | West Bengal Politics: PM Modi की मां हीराबेन का आज 100 साल की उम्र में निधन हो गया। इस दुख के बाद भी प्रधानमंत्री ने अपने देश के लिए जिम्मेदारी निभाई। आज के दिन पीएम मोदी ने West Bengal को बड़ी सौगात दी।
जय श्रीराम के नारों से ममता बनर्जी नाराज हो गईं। वो मंच की तरफ़ जा रही थीं लेकिन, प्लेटफॉर्म पर ही ठिठककर खड़ी हो गईं और जय श्रीराम के नारे लगा रहे लोगों को देखने लगीं। उसी वक़्त, टीएमसी के समर्थकों ने भी जय बांग्ला के नारे लगाने शुरू कर दिए।
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