पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी पड़ोसी राज्य बिहार में की गई न कि उनके राज्य में।
ममता बनर्जी ने वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाओं को बिहार से जोड़ दिया। उन्होंने कहा,"हो सकता है कि बिहार के लोग वंदे भारत ट्रेन नहीं मिलने से परेशान हों। उन्हें ट्रेन नहीं मिली है क्योंकि वे भाजपा के साथ नहीं हैं।"
अज्ञात पथराव करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आरपीएफ और राज्य पुलिस मामले की जांच कर रही है। पथराव में C3 और C6 कोच के शीशे टूट गए।
भारत की सबसे तेज गति से दौड़नेवाली ट्रेन पर एकबार फिर पथराव हुआ है। जानकारी के मुताबिक इस ट्रेन पर न्यू जलपाईगुड़ी के पास पथराव की घटना हुई है। इस संबंध में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना को लेकर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। वहीं, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने घटना की NIA जांच की मांग कर दी है।
Heeraben Passed Away | Vande Bharat flag off | West Bengal Politics: PM Modi की मां हीराबेन का आज 100 साल की उम्र में निधन हो गया। इस दुख के बाद भी प्रधानमंत्री ने अपने देश के लिए जिम्मेदारी निभाई। आज के दिन पीएम मोदी ने West Bengal को बड़ी सौगात दी।
जय श्रीराम के नारों से ममता बनर्जी नाराज हो गईं। वो मंच की तरफ़ जा रही थीं लेकिन, प्लेटफॉर्म पर ही ठिठककर खड़ी हो गईं और जय श्रीराम के नारे लगा रहे लोगों को देखने लगीं। उसी वक़्त, टीएमसी के समर्थकों ने भी जय बांग्ला के नारे लगाने शुरू कर दिए।
आज सुबह करीब साढ़े तीन बजे उनकी मां का निधन हुआ। 6 बजे उन्होंने देश को इसी जानकारी दी। सुबह 8 बजे अहमदाबाद पहुंच गए। 9:30 बजे मां की मुखाग्नि दी और 11 बजे हावड़ा में रेलवे और मेट्रो के कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हो गए।
West Bengal में वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की पुण्य धरती को आज मेरे लिए नमन करने का अवसर है। ।#pmnarendramodi #vandebharatexpress
प्रधानमंत्री Narendra Modi के आज के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ। आज पीएम मोदी सभी कार्यक्रमों में राज भवन से ऑन जुड़ेंगे। मुक्ति धाम से सीधे राज भवन पहुंचकर वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर दी बड़ी सौगात. #hirabapassedaway #vandebharatexpress #mamatabanerjee
देश की सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस अब पटरी पर दौड़ने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इस ट्रेन के शुरू होने से यात्री काफी कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे।
रेल मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, नई वंदे भारत ट्रेन का 115 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक का परीक्षण जारी है। इस तेज गति से चला कर इसके कंपन का परीक्षण किया जा रहा है।
वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर हादसे का शिकार हो गई है। इस बार ट्रेक की दो बोगियों के शीशे टूट गए हैं।
बता दें कि इस रूट पर पिछले 2 महीनों में मवेशियों से ट्रेन के टकराने की यह चौथी घटना है। हालांकि राहत की बात यह रही है कि इन सभी घटनाओं में ट्रेन को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा।
रेल मंत्री ने कहा, “475 वंदे भारत ट्रेन चलाने का लक्ष्य हासिल करने की ओर बढ़ रहे हैं। पिछले बजट में 400 ट्रेन को मंजूरी दी गई थी और इससे पहले 75 को ट्रेन स्वीकृति दी जा चुकी थी। हम आने वाले तीन वर्ष में लक्ष्य हासिल कर लेंगे।”
भारतीय रेलवे ने एक बड़ा निर्णय लिया है। हाल ही आपने खबर सुना होगा कि वंदे भारत एक्सप्रेस गया या किसी अन्य जानवर से टकरा गई। इसमें कोई हताहत की खबरें सामने नहीं लेकिन फिर भी कोई बड़ी घटना हो सकती थी। इन्हीं सबको देखते हुए सरकार ने एक फैसला लिया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेंगलुरु में जोरदार स्वागत हुआ है। उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान शहर को कई सौगातें दी हैं जिनमें चेन्नई-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस, भारत गौरव काशी यात्रा ट्रेन और केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का टर्मिनल 2 शामिल हैं।
पीएम मोदी अपने दो दिवसीय दक्षिण भारत के दौरे पर हैं। इस दौरान आज 11 नवंबर को उन्होंने बेंगलुरु स्टेशन से चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं उन्होंने भारत गौरव काशी यात्रा ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई।
बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन किसी मवेशी से टकराई है। इससे पहले भी 7 अक्टूबर को गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गुजरात के आणंद स्टेशन के पास एक गाय से टकरा गई थी, जिससे ट्रेन का अगला हिस्सा मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।
पश्चिम रेलवे की बड़ौदा जीआरपी के मुताबिक ट्रेन पर कोई पथराव नहीं किया गया, ट्रेन की स्पीड की वजह से कुछ पत्थर उछलकर ट्रेन के शीशे से जाकर टकरा गए थे। इससे शीशे में दरार आ गई थी।
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