भारत में सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों में से एक वंदे भारत एक्सप्रेस है। इस वजह से सभी रेल यात्री इस ट्रेन से सफर करना चाहते हैं। इस बीच, मंत्री ने एक खास रूट पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के समय में बदलाव की मांग की है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप निर्मित किया गया है और जल्द ही इसका फील्ड परीक्षण किया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी साझा की और कहा कि रोलआउट की समयसीमा इन परीक्षणों के सफल समापन पर निर्भर करेगी।
रेलवे ने प्रयोग के तौर पर इस रूट पर एक नए स्टॉपेज को शामिल किया है, जिसकी शुरुआत 10 दिसंबर 2024 से हो जाएगी। ट्रेन में आठ कोच हैं, जिसमें दो तरह की सीटें हैं: एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार। यह सोमवार को छोड़कर, प्रतिदिन चलती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से कांग्रेस नेता की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। उनके परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही कई कांग्रेसी नेता भी पोस्टमार्टम हाउस के समीप पहुंचे थे।
वंदे भारत एक्सप्रेस पर एक बार फिर पथराव किया गया। ट्रेन के E1 और C4 कोच पर पत्थर फेंके गए। इस पथराव के कारण ट्रेन के शीशे टूट गए।
वंदे भारत एक्सप्रेस के देरी से चलने के कारण यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्रेन के इंतजार में गुस्साए यात्री पटरियों पर बैग लेकर बैठ गए। रेलवे विभाग के खिलाफ नारे बाजी करने लगे।
यह ट्रेन दिल्ली से श्रीनगर तक 800 किलोमीटर का सफर 13 घंटे से भी कम समय में तय करेगी। नई दिल्ली-श्रीनगर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन अंबाला कैंट जंक्शन, लुधियाना जंक्शन, कठुआ, जम्मू तवी, श्री माता वैष्णो देवी कटरा, संगलदान और बनिहाल सहित कुछ प्रमुख स्टेशनों पर ही रुकेगी।
वंदे भारत ट्रेन में रोजाना कोई न कोई दिक्कत सामने आती रहती है। वहीं, अब ट्रेन में यात्री को जो खाना परोसा गया है। वह बेहद ही खराब है। वंदे भारत ट्रेन में परोसे गए खाने में मरे हुए कीड़े मिले हैं।
ट्रेन रुकवाने के लिए रामविलास ड्राइवर के केबिन तक पहुंच गए। हालांकि, उनके कहने पर ड्राइवर ने ट्रेन तो रोकी नहीं, लेकिन चेकिंग स्टाफ ने जरूर उन्हें पकड़ लिया। रामविलास के पास टिकट नहीं था और उनका चालान काट दिया गया।
यूपी के प्रयागराज में एक हैरान करने वाली घटना घटी। यहां एक शख्स अपनी बाइक को वंदे भारत एक्सप्रेस के सामने छोड़कर भाग गया। इस दौरान ट्रेन और बाइक के बीच जोरदार टक्कर हुई।
आमतौर पर लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेनों में ही ऑनबोर्ड कैटरिंग की सुविधा होती है। जो ट्रेनें छोटी दूरी तय करती हैं, उनमें ऑनबोर्ड कैटरिंग की सुविधा नहीं मिलती है। हालांकि, पूरे देश में सिर्फ कुछ चुनिंदा ट्रेनों में ही यात्रियों को फ्री खाना दिया जाता है, जिसके लिए अलग से पैसे नहीं लिए जाते हैं।
वंदेभारत ट्रेन पर हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालिया मामला झारखंड का है। यहां वंदेभारत ट्रेन पर पथराव किया गया है। इस हमले में दो डिब्बों के शीशे टूट गए हैं। अच्छी बात ये है कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।
वंदे भारत ट्रेन पर एक बार फिर पत्थरबाजी की घटना देखने को मिली है। दरअसल नई दिल्ली से वाराणसी जा रही ट्रेन संख्या 22435 वंदे भारत ट्रेन पर कानपुर के पास स्थिति पनकी रेलवे स्टेशन के पास पत्थरबाजी की गई। इस घटना में ट्रेन की कोच का शीशा भी टूट गया।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने ट्रेनों पर हो रहे हमले के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। एटीएस ने वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी के आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी ने हैरान करने वाले खुलासे किए हैं।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन फैक्ट्री से बनकर तैयार है। गुरुवार को इसे चेन्नई के रेलवे की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ले जाया जाएगा। इसके बाद इसका ट्रायल रन शुरू किया जाएगा।
इटावा में नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए बीजेपी नेता आपस में धक्का-मुक्की कर रहे थे। इसी दौरान महिला विधायक वंदे भारत ट्रेन के आगे जा गिरीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
अहमदाबाद में मेट्रो रेल विस्तार के दूसरे चरण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भुज से अहमदाबाद तक भारत की पहली नमो भारत रैपिड रेल और कई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखा दी है।
Vande Bharat Express : आज शुरू हुईं इन नई वंदे भारत ट्रेनों से देवघर में बैद्यनाथ धाम, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, कोलकाता में कालीघाट और बेलूर मठ जैसे धार्मिक स्थलों तक तीर्थयात्रियों को जल्दी पहुंचने में मदद मिलेगी।
देश को एक-साथ 10 वंदे भारत की सौगात मिलने जा रही है। पीएम मोदी 15 सितंबर को हरी झंडी दिखाएंगे।
पिछले कई महीनों में वंदे भारत ट्रेन को नुकसान पहुंचाए जाने की बहुत सी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं, अब बिहार में वंदे भारत ट्रेन के ट्रायल के दौरान ही शरारती तत्वों ने पत्थर मारकर शीशे तोड़ दिए।
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