Jammu Kashmir: माता वैष्णा देवी तीर्थ के लिए यात्रा अस्थाई रूप से बारिश की वजह से रोकी गई थी। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है और स्थिति नियंत्रण में है।
Mata Vaishno Devi: आइए जानते हैं RFID क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करना है साथ ही जानिए इस नए सर्विस से क्या मिलेगा फायदा।
जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का पुनर्गठन किया है और इसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के आठ लोगों को तीन वर्ष के लिए मनोनीत किया है।
वैष्णो देवी में मची भगदड़ में मरने वालों के परिजनों को 15 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी। वहीं, घायलों को 2 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा।
वैष्णो देवी में मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई थी। चश्मदीद ने घटना वाली रात का पूरा मंजर बयां किया था।
दिल्ली के तीन श्रद्धालुओं की पहचान आकाश कुमार (29), सोनू पांडे (24) और विनय कुमार (24) के रूप में हुई है।
नए साल की शुरुआत के साथ ही जम्मू-कश्मीर में बड़ा हादसा हो गया है। ये हादसा वैष्णो देवी मंदिर परिसर में भगदड़ मचने की वजह से हुई है।
त्रिकुटा पहाड़ियों के जंगल में आग लगने का कारणों का पता फिलहाल नहीं चल पाया है लेकिन आग से माता वैष्णो देवी की यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ा है।
कटड़ा स्थित माता वैष्णो देवी के दरबार में भीषण आग लगने की सूचना है। कालिका भवन के पास काउंटर नंबर दो के नजदीक आग लगी हुई है।
उत्तराखंड के कुमाऊं जिले के RTI एक्टिविस्ट हमेंत गौनिया द्वारा द्वारा प्राप्त की गई सूचना के अनुसार, माता वैष्णों देवी के मंदिर को पिछले 20 सालों में (साल 2000 से 2020 के बीच) 1800 किलो से ज्यादा सोना, 4700 किलो से ज्यादा चांदी मिली है। इसके अलावा श्रद्धालुओं द्वारा दान में 2 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि मंदिर को पिछले 20 सालों में दान में दी गई है।
माता वैष्णो देवी में 22 से 24 जनवरी के बीच बर्फबारी होने की भविष्यवाणी की गई है। वहां दर्शन के लिए जाने का प्लान करने वालों के यह अच्छी खबर हो सकती है। हर साल सैलानी वहां बर्फबारी के समय जाना पसंद करते है।
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि एक नवंबर से प्रतिदिन 15000 श्रद्धालुओं को माता वैष्णोदेवी धर्मस्थल पर दर्शन करने दिया जाएगा। पहले, कोविड-19 पाबंदियों की वजह से केवल 7000 श्रद्धालुओं को ही वहां जाने की अनुमति दी थी।
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को कहा कि एक नवंबर से प्रतिदिन 15000 श्रद्धालुओं को माता वैष्णोदेवी धर्मस्थल पर दर्शन करने दिया जाएगा।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि अब हर रोज सात हजार श्रद्धालु त्रिकुटा पर्वतों में स्थित माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे।
कोरोना वायरस के कारण कुछ ही लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन कर पा रहे हैं, ऐसे में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने डाक विभाग के साथ मिलकर भक्तों के लिए प्रसाद की होम डिलीवर शुरू की है
बोर्ड ने एक बयान में कहा, ‘‘श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने देशभर में श्रद्धालुओं को प्रसाद पहुचाने के लिए डाक विभाग के साथ एक समझौता किया है।’’
दिल्ली से कटरा के बीच का सफर आने वाले समय में सिर्फ 6 घंटों में पूरा होगा। दिल्ली अमृतसर कटरा के बीच जल्द ही एक्सप्रेस वे निर्माण का काम शुरु हो जाएगा।
कोरोना वायरस की वजह से भारत में दो मौतें हो चुकी हैं। भारत में कोरोना वायरस के अब तक 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
डहेलिया, गुलाब, ऑर्किड, लिली, मोगरा ये सभी फूल एक साथ भवन को रंगीन रूप प्रदान कर रहे हैं। नवरात्रि के दौरान 50,000 से अधिक श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन के लिये आते हैं।
आगामी नवरात्रि उत्सव के दौरान जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में चार लाख तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
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