राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटों पर चुनाव होना है। राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला देखा जाता रहा है। ऐसे में इस बार भाजपा राजस्थान की कितनी सीटों पर जीत दर्ज करेगी ये सवाल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया टीवी-CNX का ओपिनियन पोल सामने आ गया है।
वैभव गहलोत अपने पिता के साथ तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के साथ ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु पहुंचे थे। अब लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब वैभव गहलोत को पार्टी ने जालोर-सिरोही से प्रत्याशी बनाया है तो वह दक्षिण भारत में क्या कर रहे हैं।
Hot seats in Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी ने जालोर लोकसभा सीट से जहां 3 बार से लगातार जीतते आ रहे सांसद का टिकट काटकर नए उम्मीदवार को उतारा है वहीं कांग्रेस ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पर दांव खेला है।
राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष वैभव गहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। गहलोत इस्तीफा देते हुए बीजेपी की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। बता दें कि वैभव गहलोत राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं।
राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होंगे। वहीं, चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। हालांकि, इससे पहले सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पर ED की गाज गिर गई है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को सोमवार को ED ने दिल्ली हेडक्वार्टर में पूछताछ के लिए बुलाया है। सोमवार को ED के सामने वैभव की पेशी हो सकती है। वैभव से फेमा के तहत पूछताछ किए जाने की संभावना है।
अशोक गहलोत ने कहा, जहां भी चुनाव होते हैं, वहां सबसे पहले ईडी-इनकम टैक्स की छापेमारी शुरू होती है। कर्नाटक में 22 बार छापेमारी हुई, वहां कांग्रेस जीती। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हवा चल रही है, वहां लगातार छापेमारी चल रही है।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने पेपर लीक मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कई अन्य नेताओं के ठिकानों पर छापे मारे हैं।
पहले माना जा रहा था कि आरसीए प्रमुख के तौर पर वैभव गहलोत की दूसरी पारी आसान होगी, लेकिन अब सीपी जोशी गुट में बगावत के चलते मुश्किल नजर आ रही है।
रतनकांत को ईडी चार दिन पहले ही नोटिस भेज चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि वैभव गहलोत का करीबी रतनकांत कौन है जिस पर ईडी से लेकर विभिन्न एजेंसियों की नजर है।
वैभव गहलोत के सियासत के सफर का अंत न हो इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरसीए अध्यक्ष बनाने के लिये हर संभव कोशिश की। यही वजह है कि 1 दिन पहले सवाई मान सिंह स्टेडियम के बाहर कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी ने विरोध जाहिर करते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुत्र मोह के चलते धृतराष्ट्र तक बता दिया
राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर दोबारा हार का स्वाद चखने के एक हफ्ते बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने और वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया।
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने गुरुवार को अपने उम्मीदवारों की 13वीं सूची जारी कर दी।
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