Corona Crisis के बीच मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कोरोना के मामले बढ़ने से पहले ही सरकार ने लोगों को राहत मिले इसके इंतज़ाम कर लिए हैं। इसके तहत भारत में एक और Booster Dose Vaccine को मंजूरी मिल गई है। #coronavirus #omicronvariant #mansukhmandaviya #indiatv #hindinews
जहां एक ओर कल PM मोदी के जन्मदिन के मौके पर भारत ने वैक्सीनेशन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया, वहीं गोवा में शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगा दी गई है। आपको बता दें, भारत में गोवा ऐसा दूसरा राज्य बन गया है जहां सभी वयस्कों को टीका लग चुका है ।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट किया, अमेरिकी फार्मास्युटिकल दिग्गज जॉनसन एंड जॉनसन की एकल-खुराक COVID-19 वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) ने वैक्सीन को लेकर विपक्ष द्वारा किए जा रहे सियासत पर जवाब दिया
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि अगस्त 2021 से दिसंबर 2021 के बीच देश में लोगों को लगाने के लिए विभिन्न कंपनियों की कुल 135 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज उपलब्ध होंगी। भारत सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में जमा किए गए affidavit के अनुसार, अगस्त 2021 से दिसंबर 2021 के बीच विभिन्न कंपनियों की द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली कोविड वैक्सीन्स की अनुमानित उपलब्धता की संख्या 135 करोड़ है। इनमें Covishield की 50 करोड़, Covaxin की 40 करोड़, Bio E sub unit vaccine की 30 करोड़, Zydus Cadila DNA vaccine की 5 करोड़ और Sputnik V की 10 करोड़ अनुमानित खुराक शामिल हैं।
फेज 3 ट्रायल में भारत बायोटेक की Covaxin 77.8 फीसदी असरदार..ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने कोवैक्सीन के आंकड़ों को किया मंजूर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट ने इस तथ्य को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है कि स्वदेशी रूप से निर्मित कोवैक्सीन में नवजात बछड़े का सीरम होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि नवजात बछड़े के सीरम का उपयोग केवल वेरो कोशिकाओं की तैयारी और विकास के लिए किया जाता है |
पवन खेड़ा और गौरव पांधी सहित कांग्रेस के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम होने के बाद भाजपा ने आज 16 जून को इंडिया नेशनल कांग्रेस को जमकर लताड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश में चल रहे COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। टीकों की खरीद की लागत और आपूर्ति में कमी के संबंध में राज्यों की शिकायतों के बाद।
वैश्विक या भारतीय किसी भी डेटा में बच्चों के अधिक प्रभावित होने का कोई अवलोकन नहीं किया गया है। दूसरी लहर में भी जो बच्चे संक्रमित थे, उन्हें हल्की बीमारी या सह-रुग्णता थी। मुझे नहीं लगता कि भविष्य में बच्चों में गंभीर संक्रमण होगा: डॉ रणदीप गुलेरिया, एम्स निदेशक
जहां शहरी आबादी खुद को कोविड-19 से बचाने के लिए बेताब है, वहीं ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग अभी भी इसके लिए आगे आने से हिचकिचा रहे हैं |
AIIMS पटना में शुरू हुआ 2-18 साल के बच्चों पर 'कोवैक्सिन' क्लिनिकल ट्रायल ... ट्रायल में सबसे पहले 12 से 18 साल आयु वर्ग के किशोरों को वैक्सीन लगाई जाएगी
राजस्थान में बड़े पैमाने पर वैक्सीन की बर्बादी हुई है। लगभग 2500 खुराक के साथ 500 से अधिक शीशियां अभी भी उनमें शेष हैं। हालांकि राज्य सरकार बर्बादी से इनकार करती रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में लोगों को COVID-19 वैक्सीन शॉट लेने के लिए अधिकारियों के लिए कथित तौर पर उनके दुष्प्रभावों के बारे में फैली गलत धारणाओं के कारण काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है |
केंद्र ने राज्यों को जून के लिए वैक्सीन कोटा आवंटित किया है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उन्हें कितनी खुराक मिलेगी। जानकारी के मुताबिक राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों को जून में कम से कम चार करोड़ खुराक मिलेगी |
सीरम इंस्टीट्यूट इस समय हर महीने कोविशील्ड वैक्सीन की 6.5 करोड़ ख़ुराक बना रहा है। जो जुलाई के अंत तक बढ़कर 11 करोड़ डोज़ तक हो जाएगी। भारत बायोटेक 19 लाख डोज़ की क्षमता के साथ शुरू हुई। इस समय हर महीने 2 करोड़ कोवैक्सिन बना रहा है।जुलाई तक वो हर महीने 5.5 करोड़ वैक्सीन बनाने लगेगा।
इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में दिल्ली स्थित AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के मामलों पर बात करते हुए इस बीमारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस का अगर समय पर इलाज न किया जाए और यह शरीर में ज्यादा फैल जाए तो इसकी मृत्यु दर कोरोना वायरस संक्रमण की मृत्यु दर से ज्यादा है।
अगस्त तक भारतीयों के लिए रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी की 18 मिलियन से अधिक खुराक उपलब्ध हो जाएगी, जबकि भारतीय भागीदारों के मार्च 2022 तक वैक्सीन की लगभग 850 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है।
दवा कंपनी डा. रेड्डीज ने शुक्रवार को कहा कि सीमित पायलेट आधार पर कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) का सॉफ्ट लॉन्च किया है और वैक्सीन की पहली खुराक हैदराबाद में दी गई है। स्पूतनिक वी वैक्सीन के इम्पोर्टेड डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंची थी। कंपनी ने बताया कि सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी द्वारा 13 मई को नियामकीय मंजूरी प्रदान की गई।
इंडिया टीवी से बातचीत में डीआरडीओ के वैज्ञानिक अनंत नारायण भट्ट ने बताया कि 2DG ड्रग शरीर को कोविड 19 से लड़ने में मदद करता है
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