कोविड-19 महामारी का प्रकोप करीब साल भर पहले शुरू होने के बाद से लगभग 200 टीकों को विकसित करने का काम जारी है।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा को छोड़कर देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में आज कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 11 और लोगों की मौत हो गई तथा 815 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
कोविड-19 रोधी टीके के अगले सप्ताह दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है और टीकाकरण की तैयारियां जारी हैं। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एक विशाल भंडारण प्रतिष्ठान बना रही है और पुलिस प्रशासन को संबंधित चीजों के बारे में सूचना दे दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में घोषणा की कि भारत 13 जनवरी तक कोरोनावायरस वैक्सीन देना शुरू कर देगा।
भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोमवार को कहा कि वैक्सीन आने के बाद 2 प्रजाति बहुत परेशान हैं। एक कोरोना वायरस और दूसरा कांग्रेस पार्टी बहुत परेशान है।
मैंने या समाजवादी पार्टी ने कभी विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं या वैज्ञानिकों से सवाल नहीं किया। यदि संदेह या कुछ संदेह हैं, तो स्पष्ट करना सरकार की जिम्मेदारी है: सपा प्रमुख अखिलेश यादव
ब्रिटेन में फाइजर की कोरोना वैक्सीन के बाद अब ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन प्रदान करने का अभियान शुरू हो गया है।
मंत्री ने कहा, "पहले चरण में 500-600 कोविड केंद्र स्थापित किए जाएंगे और इसे 1,000 तक बढ़ाया जा सकता है। भंडारण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, अंत में इसके लिए हम 1000 केंद्र बनाएंगे।"
भारत के लिए अच्छी खबर है। भारत की स्वदेशी वैक्सीन जिसे भारत बायोटेक बना रही है उसे भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल करने को CDSCO से मंजूरी मिल गई है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी की कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) ने भारत की पहली स्वदेशी विकसित न्यूमोकोकल वैक्सीन न्यूमोसिल को लॉन्च कर दिया है।
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ब्रिटिश मीडिया की एक खबर के अनुसार कोविड-19 से निपटने के लिए एस्ट्राजेनेका द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के टीके को 2021 की शुरूआत में लाने के वास्ते इस साल के अंत तक देश के स्वतंत्र नियामक से मंजूरी मिलने की संभावना है।
दुनियाभर में कोविड-19 टीका बिना किसी परेशानी के उपलब्ध हो सके, इसके लिए वैश्विक टीका साझेदारी पहल 'कोवैक्स' ने कोविड-19 टीकों की 200 करोड़ खुराक खरीदने की व्यवस्था की है।
मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के कई प्रयास अब अंतिम नतीजे पर हैं। अगले कुछ सप्ताह या महीनों में हम कई टीकों के लिए तैयार हैं। इनमें से कुछ भारतीय टीके होंगे और कुछ वैश्विक।
अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने बहुप्रतिक्षित कोविड-19 के टीकों की पहली खेप मिशिगन गोदाम से रवाना कर दी है।
COVID-19 टीकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने की आवश्यकता ने पर्याप्त मात्रा में कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के लिए एक आपातकालीन आवश्यकता को ट्रिगर किया है जो महामारी के बाद भी उपयोगी होगा।
सरकार ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि औषधि नियामक कोविड-19 के तीन टीके पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है। उनमें से सभी को या किसी को जल्द लाइसेंस दिए जाने की संभावना है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) के अनुसार सीरम इंस्टिट्यूट डीसीजीआई के ‘एट-रिस्क मैन्युफैक्चरिंग एंड स्टॉकपाइलिंग’ लाइसेंस के तहत पहले ही इस टीके की चार करोड़ खुराक बना चुकी है।
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