राजस्थान में बड़े पैमाने पर वैक्सीन की बर्बादी हुई है। लगभग 2500 खुराक के साथ 500 से अधिक शीशियां अभी भी उनमें शेष हैं। हालांकि राज्य सरकार बर्बादी से इनकार करती रही है।
भाजपा ने दिल्ली सरकार पर धन जारी नहीं करके, वित्तीय आवंटन घटाकर या कोविड टीकाकरण केन्द्र बंद करने जैसे तरीके अपनाकर शहर के भगवा पार्टी शासित नगर निगमों को पंगु बनाने का बुधवार को आरोप लगाया।
ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में लोगों को COVID-19 वैक्सीन शॉट लेने के लिए अधिकारियों के लिए कथित तौर पर उनके दुष्प्रभावों के बारे में फैली गलत धारणाओं के कारण काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है |
दवा निर्माता कंपनी सिप्ला ने सरकार से कहा कि भारत में कोविड-19 बूस्टर टीका लाने के लिए वह मॉडर्ना को एक अरब डॉलर अग्रिम राशि भुगतान का वादा करने के करीब है।
केंद्र ने राज्यों को जून के लिए वैक्सीन कोटा आवंटित किया है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उन्हें कितनी खुराक मिलेगी। जानकारी के मुताबिक राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों को जून में कम से कम चार करोड़ खुराक मिलेगी |
कोरोना संक्रमण का खतरा अभी कम नहीं हुआ है। ऐसे में जरा भी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद भी मास्क लगाना बेहद जरूरी है।
सीरम इंस्टीट्यूट इस समय हर महीने कोविशील्ड वैक्सीन की 6.5 करोड़ ख़ुराक बना रहा है। जो जुलाई के अंत तक बढ़कर 11 करोड़ डोज़ तक हो जाएगी। भारत बायोटेक 19 लाख डोज़ की क्षमता के साथ शुरू हुई। इस समय हर महीने 2 करोड़ कोवैक्सिन बना रहा है।जुलाई तक वो हर महीने 5.5 करोड़ वैक्सीन बनाने लगेगा।
मॉडेर्ना का कोविड- 19 एक खुराक वाला टीका अगले साल भारत में उपलब्ध हो सकता है। इसके लिये वह सिप्ला तथा अन्य भारतीय दवा कंपनियों से बातचीत कर रही है।
भारत सरकार लोगों को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेट करके कोरोना को हराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन, इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट शेयर किया जा रहा है, जो लोगों को डराने का काम कर रहा है।
वायरस लगातार अपना रूप बदलते रहते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आनुवंशिक सामग्री की कॉपी बनाने के वक्त कई बार कुछ त्रुटियां रह जाती हैं। कुछ त्रुटियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।
इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में दिल्ली स्थित AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के मामलों पर बात करते हुए इस बीमारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस का अगर समय पर इलाज न किया जाए और यह शरीर में ज्यादा फैल जाए तो इसकी मृत्यु दर कोरोना वायरस संक्रमण की मृत्यु दर से ज्यादा है।
अगस्त तक भारतीयों के लिए रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी की 18 मिलियन से अधिक खुराक उपलब्ध हो जाएगी, जबकि भारतीय भागीदारों के मार्च 2022 तक वैक्सीन की लगभग 850 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है।
टीकाकरण के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करने के लिए व्हाइट हाउस टिंडर, बम्बल और ओकेक्यूपिड जैसी प्रमुख डेटिंग वेबसाइटों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
मांसपेशियां टीका लगाने का बेहतरीन स्थान होती हैं क्योंकि मांसपेशियों के ऊतक महत्वपूर्ण प्रतिरक्षण कोशिकाएं धारण किए होते हैं।
दिल्ली पुलिस ने आगाह किया है कि SMS पर कोविड वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए एक फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर लोगों से ठगी की जा रही थी।
भारत में कोविशील्ड टीका लगाए जाने के बाद रक्तस्राव और खून के थक्के जमने (ब्लीडिंग और ब्लड क्लॉटिंग) के 26 संभावित प्रतिकूल प्रभाव के मामले सामने आए हैं।
गौतम बुद्ध जिला प्रशासन नोएडा के सेक्टर-18 में स्थित डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में 45 साल और उससे ऊपर के लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज कार में बैठकर लगवाने की सुविधा देने जा रहा है, इसके लिए लोगों से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा।
दवा कंपनी डा. रेड्डीज ने शुक्रवार को कहा कि सीमित पायलेट आधार पर कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) का सॉफ्ट लॉन्च किया है और वैक्सीन की पहली खुराक हैदराबाद में दी गई है। स्पूतनिक वी वैक्सीन के इम्पोर्टेड डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंची थी। कंपनी ने बताया कि सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी द्वारा 13 मई को नियामकीय मंजूरी प्रदान की गई।
केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 विषय विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को भारत बायोटेक द्वारा किए गए उस आवेदन पर विचार-विमर्श किया जिसमें उसके कोवैक्सीन टीके की दो साल से 18 साल के बच्चों में सुरक्षा और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने समेत अन्य चीजों का आकलन करने के लिए परीक्षण के दूसरे/तीसरे चरण की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था।
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