कोविड-19 महामारी की नई लहर कई बातों पर निर्भर करेगी, जिसमें कोविड अनुरूप व्यवहार, टेस्टिंग और कंटेनमेंट रणनीति एवं टीकाकरण की दर शामिल है।
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि अगस्त 2021 से दिसंबर 2021 के बीच देश में लोगों को लगाने के लिए विभिन्न कंपनियों की कुल 135 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज उपलब्ध होंगी। भारत सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में जमा किए गए affidavit के अनुसार, अगस्त 2021 से दिसंबर 2021 के बीच विभिन्न कंपनियों की द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली कोविड वैक्सीन्स की अनुमानित उपलब्धता की संख्या 135 करोड़ है। इनमें Covishield की 50 करोड़, Covaxin की 40 करोड़, Bio E sub unit vaccine की 30 करोड़, Zydus Cadila DNA vaccine की 5 करोड़ और Sputnik V की 10 करोड़ अनुमानित खुराक शामिल हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने अपना वादा पूरा करते हुए जून के दौरान अब तक कोविशील्ड टीके की 10 करोड़ से अधिक खुराकों का उत्पादन किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने देश के अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे पहले कोरोना से बचाव के लिये अब तक तीन करोड़ से अधिक लोगों को टीकों की खुराक देने में सफलता पायी है।
फेज 3 ट्रायल में भारत बायोटेक की Covaxin 77.8 फीसदी असरदार..ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने कोवैक्सीन के आंकड़ों को किया मंजूर
फाइजर के मुताबिक टीके के वितरण को लेकर एक विशेष योजना बनायी है जिसके तहत भारत सहित मध्य और निम्न आय वाले देशों को इन टीकों की कम से कम दो अरब खुराक मिलेगी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सोमवार से शुरु किये गये टीकाकरण महाअभियान के पहले दिन प्रदेश में बड़ी सफलता हासिल करते हुए 10 लाख टीके के लक्ष्य के मुकाबले 15 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए गए, जो एक रिकॉर्ड है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कुछ सोशल मीडिया पोस्ट ने इस तथ्य को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है कि स्वदेशी रूप से निर्मित कोवैक्सीन में नवजात बछड़े का सीरम होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि नवजात बछड़े के सीरम का उपयोग केवल वेरो कोशिकाओं की तैयारी और विकास के लिए किया जाता है |
पवन खेड़ा और गौरव पांधी सहित कांग्रेस के सदस्यों ने आरोप लगाया कि कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम होने के बाद भाजपा ने आज 16 जून को इंडिया नेशनल कांग्रेस को जमकर लताड़ा।
रिपोर्ट के अनुसार, जिस व्यक्ति की मौत Anaphylaxis की वजह से हुई, उन्हें 8 मार्च 2021 को वैक्सीन लगाई गई थी। अन्य दो लोगों जिनमें वैक्सीन लगवाने के बाद anaphylaxis देखे गए- उनमें एक युवक की उम्र 22 साल जबकि एक महिला की उम्र 21 साल थी। दोनों ही अस्पताल में इलाज के बाद स्वस्थ हो गए।
देशभर में वैक्सीनेशन अभियान जारी है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी भी देखी जा रही है। सरकार, लोगों से लगातार अपील कर रही है कि अपनी बारी आने पर टीक जरूर लगवाएं।
बहरीन में कोरोना वायरस से एक कैदी की मौत के बाद से बवाल मचा हुआ है। कैदी की मौत के बाद बहरीन में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 24 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
देश में अभी तक कोविड-19 के कुल 23.88 करोड़ टीके लोगों को लगाए जा चुके हैं। यह जानकारी मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी।
केंद्र सरकार ने निजी अस्पलातों द्वारा लगाई जा रही कोरोना वायरस संक्रमण की वैक्सीन के दाम तय कर दिए हैं। मंगलवार को सरकार द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश में चल रहे COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। टीकों की खरीद की लागत और आपूर्ति में कमी के संबंध में राज्यों की शिकायतों के बाद।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "भारत में प्रति 10 लाख की आबादी पर कोविड-19 के 20,822 मामले सामने आए हैं और प्रति 10 लाख की आबादी पर 252 लोगों की मौत हुई है जो विश्व में सबसे कम है।"
वैश्विक या भारतीय किसी भी डेटा में बच्चों के अधिक प्रभावित होने का कोई अवलोकन नहीं किया गया है। दूसरी लहर में भी जो बच्चे संक्रमित थे, उन्हें हल्की बीमारी या सह-रुग्णता थी। मुझे नहीं लगता कि भविष्य में बच्चों में गंभीर संक्रमण होगा: डॉ रणदीप गुलेरिया, एम्स निदेशक
जहां शहरी आबादी खुद को कोविड-19 से बचाने के लिए बेताब है, वहीं ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग अभी भी इसके लिए आगे आने से हिचकिचा रहे हैं |
AIIMS पटना में शुरू हुआ 2-18 साल के बच्चों पर 'कोवैक्सिन' क्लिनिकल ट्रायल ... ट्रायल में सबसे पहले 12 से 18 साल आयु वर्ग के किशोरों को वैक्सीन लगाई जाएगी
संपादक की पसंद