स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि वैक्सीन मैत्री के तहत अक्तूबर-दिसंबर में वैक्सीन का निर्यात हमारी अपनी जरूरतें पूरी होने के बाद ही होगा। हमारे नागरिकों का वैक्सीनेशन जबसे ज्यादा जरूरी है। ‘वैक्सीन मैत्री’ के लिए अक्टूबर-दिसंबर में अतिरिक्त टीकों का निर्यात होगा, देश की जरूरतों को पूरा करने के बाद ‘कोवैक्स’ पहल में योगदान दिया जाएगा।
पिछले साल मार्च महीने में जब देश में कोरोना वायरस ने पांव पसारना शुरू किया तो किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत खुद कोरोना वैक्सीन बना सकता है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आशा करता हूं कि और दिनों में भी रोजाना टीकों की 2.1 करोड़ खुराक दी जाएगी। हमारे देश को इसी गति की जरूरत है।’’
शुक्रवार को PM मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भारत ने वैक्सीनेशन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। एक दिन कुल वैक्सीन की 2.5 करोड़ डोज़ दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर देश में रिकॉर्ड तोड़ कोरोना वैक्सीनेशन अभियान ने यूरोपीय देशों को पीछे छोड़ दिया है। पूरे यूरोप में जितने कोरोना टीके लगे उससे ज्यादा अकेले भारत में लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।
टीकाकरण को तेज गति देने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेष रणनीति तैयार की थी। देशभर में 1.09 लाख से ज्यादा केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। कोविन पोर्टल के मुताबिक, देशभर में कुल 1,09,686 केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है। जिसमें 1,06,327 सरकारी हैं जबकि 3,359 प्राइवेट टीकाकरण केंद्र हैं।
पीएम मोदी के जन्मदिन पर देश में वैक्सीनेशन का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनने जा रहा है। पीएम के जन्मदिन पर अब तक 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लग चुकी है।
2 करोड़ टीकाकरण के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए देशभर में 1.02 लाख से ज्यादा केंद्रों पर टीकाकरण का कार्यक्रम चल रहा है, इनमें लगभग 1 लाख सरकारी केंद्र हैं और बाकी निजी केंद्र।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 दिसंबर को खास बनाने के लिए मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन का तीसरा महा अभियान आज से शुरू हो रहा है।
चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। सरकार का 2025-26 तक इसे कम कर जीडीपी के 4.5 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य है।
हिमाचल प्रदेश भारत का पहला ऐसा प्रदेश बन गया है जहां लोग ने अब पूरी तरह से टीकाकरण करवा लिया है। प्रदेश में शत प्रतिशत टीकाकरण के बाद पीएम मोदी ने राज्य को ट्विटर पर बधाई दी।
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को असली कोरोना वैक्सीन की पहचान के लिए मापदंड भेजा है, जिसे देखकर पहचान की जा सकती है कि वैक्सीन असली है या नकली? इस मापदंड में अंतर पहचानने के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक V तीनों वैक्सीन पर लेबल, उसके कलर, ब्रांड का नाम क्या होता है, इन सब की जानकारी साझा की गई है।
देश में शुक्रवार तक कोविड-19 रोधी टीके की 67.65 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई। मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार को टीके की 51,88,894 खुराक दी गई।
उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान रफ्तार पकड़ ली है। राजधानी लखनऊ में कोविड टीकाकरण की रफ्तार निरंतर बढ़ रही है। जहां 0 से पहले पांच लाख टीके लगाने में 96 दिन लगे, वहीं 20 लाख से 25 लाख टीके लगने में मात्र 24 दिन का समय लगा।
क्या बच्चों को बिना टीकाकरण के स्कूलों में भेजना चाहिए? इंडिया टीवी पर 'कुरुक्षेत्र' में देखें विशेषज्ञों की राय
निजी सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे एक सितंबर से कक्षा नौंवीं से 12वीं के लिए स्कूलों को फिर से खुलने से पहले अपने शिक्षकों और कर्मचारियों का टीकाकरण कराएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मॉनिटरिंग के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को एक दिन में 25 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना टीका लगाया। कोविन पोर्टल पर मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम (27 अगस्त, 2021) 7.45 बजे तक 6.94 करोड़ लोगों को कोरोना टीका लग चुका है।
देश के किसी राज्य में एक दिन में लगाए गए टीकों का यह सर्वाधिक रिकॉर्ड है। इससे पहले 21 जून को मध्य प्रदेश में एक ही दिन में सर्वाधिक 17.62 लाख लोगों का टीके लगाए गए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, शाम सात बजे की रिपोर्ट के अनुसार टीकाकरण अभियान के 221वें दिन 38,29,038 लोगों को पहली खुराक और 16,38,513 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई।
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