देश में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब कंपनियां को अपने कर्मचारियों की चिंता सताने लगी है। ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने अपने 2 लाख डिलीवरी पार्टनर्स को फ्री-वैक्सीन लगवाने की घोषणा की है।
स्विगी ने कहा कि प्रोग्राम के पहले चरण में स्विगी के 5500 डिलीवरी पार्टनर्स 45 वर्ष और इससे अधिक उम्र के हैं जो टीकाकरण के लिए योग्य हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मंगलवार को देशभर में 23.46 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी गई है। सोमवार को देशभर में 32 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया गया था।
बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला हुआ है और इस फैसले के बारे में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जानकारी दी है।
सीरम इंस्टिड्यूट ऑफ इंडिया (SII) की तरफ से देश में तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन Covishield को लेकर सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं।
टीकाकरण अभियान में तेजी की मदद से देश की आधा प्रतिशत से ज्यादा आबादी यानि करीब 70 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनो खुराक मिल चुकी हैं। वहीं कम से कम एक डोज पाने वालों की संख्या 4 करोड़ के पार पहुंच गई है।
शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शून्यकाल के दौरान कोविड-19 से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए कहा कि टीकाकरण में साधु-संतों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
युद्धस्तर पर टीकाकरण ही इस महामारी की दूसरी लहर को रोक सकता है। टीकाकरण जितना तेज होगा, कोरोना की स्पीड उतनी कम होगी।
मैं सभी से अपील करता हूं, जो पात्र हैं, खुद को टीकाकरण करवाने के लिए वह ज़रूर लगवाएं। प्रति दिन 30,000-40,000 टीके लगाए जा रहे हैं। हम इसे बढ़ाकर 1.25 लाख वैक्सीन प्रतिदिन करेंगे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में हम अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं
देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) देश के कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में मदद कर रही है।
हेल्थवर्कर, वरिष्ठ नागरिक और 45 साल की उम्र से बड़े ऐसे लोग जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं उन्हें ही कोरोना की वैक्सीन मिल रही है। अब तक करीब 2.5 करोड़ लोगों से ज्यादा को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसमें से 40 लाख लोगों से ज्यादा को वैक्सीन की दो डोज दी जा चुकी है।
यूट्यूब ने फरवरी 2020 से कोविड-19 की गलत सूचना वाले 800,000 से अधिक वीडियो को हटा दिया है। वहीं ट्विटर ने कहा है कि उसने गलत जानकारी देने वाले 8,400 से अधिक ट्वीट हटा दिए हैं और दुनिया भर में 1.15 करोड़ अकाउंट्स पर कार्रवाई भी की है।
हेल्थवर्कर, वरिष्ठ नागरिक और 45 साल की उम्र से बड़े ऐसे लोग जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं उन्हें ही कोरोना की वैक्सीन मिल रही है। अब तक करीब 2.5 करोड़ लोगों से ज्यादा को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसमें से 40 लाख लोगों से ज्यादा को वैक्सीन की दो डोज दी जा चुकी है।
अब तक करीब 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसमें से 40 लाख लोगों को वैक्सीन की दो डोज दी जा चुकी है।
अभी तक एक भी केस ऐसा नहीं है जहां कोई गंभीर साइड इफेक्ट की खबर आई हो। इसके बाद भी देश में बहुत से लोग ऐसे हैं जो डर, अफवाह या फिर शक के कारण वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं।
देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण के बीच मंगलवार को 104 वर्ष के वृद्ध महावीर प्रसाद माहेश्वरी ने सेक्टर-27 स्थित एक अस्पताल में कोविड-19 टीका लगवाया। अस्पताल के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
राजस्थान के कोटा में एक सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड-19 के टीके की पहली खुराक लेने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को 60 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि व्यक्ति की मौत के कारणों का पता लगाने के लिये उसकी पोस्टमॉर्टम कराई गई है।
दूसरे चरण में निजी अस्पतालों को भी टीका लगाने की अनुमति दे दी गई है, हालांकि वहां पर 250 रुपए प्रति व्यक्ति शुल्क लिया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में फिलहाल टीकाकरण निशुल्क है
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी के अस्पताल में कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक दिये जाने के बाद 45 साल के एक व्यक्ति की मंगलवार को मौत हो गयी है।
व्हाट्सएप मैसेज पर दावा किया जा रहा है कि 1 मार्च से लागू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन पॉलिसी के अनुसार वैक्सीन के लिए आपको लगभग 500 रुपए देने होंगे।
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