उत्तराखंड सुरंग हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे कर्मियों को उत्तराखंड सरकार 50 हजार रुपये का इनाम देगी। इसका ऐलान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय की ओर से किया गया है।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को सही सलामत बाहर निकालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से फोन पर बात की है।
सुरंग के अंदर मौजूद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह मजदूरों से सबसे पहले मिले। उनके बाहर निकलने पर दोनों के चेहरों पर राहत के भाव साफ़ नजर आ रहे थे।
कई दिनों के इंतजार, मेहनत, सब्र, वैज्ञानिक प्रयासों और ईश्वर की कृपा से सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सही-सलामत बाहर निकाल लिया गया है। सभी श्रमिक सुरक्षित हैं।
बचाव अभियान में भारी भरकम मशीनों के फेल हो जाने के बाद अब सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स को लगाया गया है जो चूहे की तरह कम जगह में तेज खुदाई करने वाले विशेषज्ञों की एक टीम है।
कंपनी ने कहा कि कोई भी वाहन पहाड़ी स्थान पर नहीं जा सकता है। वहां कोई खंभा और बिजली नहीं है और साथ ही कोई फाइबर कनेक्टिविटी भी नहीं है। उसके अनुसार, “इन सभी चुनौतियों पर काबू पा लिया गया है और जरूरी कनेक्टिविटी बहाल कर दी गई है।
प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स 20 नवंबर को ही सुरंग स्थल पर पहुंच गए थे और तब से वहीं रुके हुए थे। उन्होंने पिछले 17 दिनों में हमेशा सभी को पॉजीटिव रहने की सलाह दी। डिक्स दिन-रात सुरंग स्थल पर मजदूरों से संपर्क में रहे।
अडाणी ग्रुप ने उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग को लेकर सोशल मीडिया पर समूह का नाम गलत तरीके से घसीटने का खंडन किया है। ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सुरंग निर्माण करने वाली कंपनी से अडाणी ग्रुप का कोई संबंध नहीं है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए अब अन्य विकल्प अपनाए जा रहे हैं। ऑगर ड्रिलिंग मशीन में आई खराबी के बाद मैन्युअल ड्रिलिंग के साथ ही अन्य विकल्प पर भी काम शुरू कर दिया गया है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी पर पूरी दुनिया की निगाहें बनी हुई हैं। यहां की एक टनल में 41 जिंदगियां फंसी हुई हैं। NDRF समेत कई एजेंसियां इन श्रमिकों को सही सलामत बचाने के लिए पिछले 13 दिनों से प्रयासरत हैं और उम्मीद की जा रही है कि आज उन्हें बाहर निकाल लिया जाएगा।
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान एक अखंड दीपक जलाया जाता है और कपाट बंद कर दिए जाते हैं। 6 महीने बाद जब कपाट खिओए जाते हैं तो यह दीपक जलता हुआ मिलता है।
राहुल गांधी 8 साल बाद दूसरी बार केदारनाथ में दर्शन करने आए हैं। पहली बार साल 2015 में जब राहुल गांधी यहां आए थे तब वो पैदल रास्ते से केदारनाथ पहुंचे थे। इस बार वह हेलिकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे हैं।
उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्य के 30 मदरसों में 749 हिंदू छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में बयाया गया है कि जहां छात्र इन मदरसों में पढ़ रहे हैं, वहां सरकारी सरकारी स्कूल कम बच्चे होने की वजह से बंद कर दिए गए हैं।
Uttarakhand vs Vidarbha: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में विदर्भ ने उत्तराखंड को 7 विकेट से हरा दिया। इस मैच में एशियन गेम्स 2023 में गोल्ड मेडल जीतने वाले एक स्टार खिलाड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया है। इस प्लेयर ने सिर्फ 18 गेंदों में ही अर्धशतक जड़ दिया है।
उत्तराखंड के पिथोरागढ़ जिले में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4 दर्ज की गई। बता दें कि रविवार को दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में भूकंप आया था।
Adi Kailash Yatra: उत्तराखंड में आदि कैलाश यात्रा शुरू हो गई है। आइए, जानते हैं इस यात्रा से जुड़ी तमाम छोटी-छोटी बातें, खर्च, समय और रास्ते में पड़ने वाले पड़ाव के बारे में।
पीएम मोदी पिथौरागढ़ के पार्वती कुंड पहुंचे और वहां पूजा अर्चना की। बता दें कि घूमने के लिहाज से भी ये जगह काफी खूबसूरत है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बार में।
बस में हरियाणा से आये यात्री सवार थे, जोकि नैनीताल घूमकर वापस जा रहे थे। इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं।
सीएम योगी को शनिवार ही केदारनाथ जाना था, लेकिन ख़राब मौसम की वजह से उनका हेलिकॉप्टर लैम्द नहीं कर पाया था। इसके बाद वह बदरीनाथ धाम चले गए और वहां पूजा-अर्चना की।
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