कई दिनों के इंतजार, मेहनत, सब्र, वैज्ञानिक प्रयासों और ईश्वर की कृपा से सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सही-सलामत बाहर निकाल लिया गया है। सभी श्रमिक सुरक्षित हैं।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बीते 16 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था।
उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को एक-एक कर निकाला जा रहा है। जानिए कहां-कहां के रहने वाले हैं सभी मजदूर और कैसे टनल में जा फंसे?
NDMA Press Conference: टनल से अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर रेडी मोड में है.... बस इंतजार है चंद पलों का...जब किसी भी वक्त मजदूरों के बाहर आने का सिलसिला एक के बाद एक कर शुरू हो ...
141 करोड़ हिंदुस्तानियों की दुआएं कामयाब हो गई हैं... वो 41 कर्मवीर जो पिछले 17 दिन से सुरंग में फंसे हुए थे...बस थोड़ी ही देर में बाहर निकलने वाले हैं.... खुदाई पूरी हो चुकी है.... टनल के अंदर एंबुलेंस खड़ी है.... 400 घंटे से ज्यादा रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद कमाल हो गया है....। खुदाई का काम पूरा हो गय
Muqabla: 41 जिंदगियां, 400 घंटे की जद्दोजहद, 140 करोड़ लोगों की दुआएं और आखिरकार मेहनत रंग लाई...41 मजदूर जो टनल में 17 दिनों से फंसे थे...उनकी उम्मीदें जीत गई...सबसे मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां तो कई आई...लेकिन उम्मीद का दामन कभी नहीं छूटा... भरोसा नहीं डगमगाया...
बचाव अभियान में भारी भरकम मशीनों के फेल हो जाने के बाद अब सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स को लगाया गया है जो चूहे की तरह कम जगह में तेज खुदाई करने वाले विशेषज्ञों की एक टीम है।
उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम आज किसी भी वक्त पूरा हो सकता है। सबसे बड़ी बात ये है कि मजदूरों को निकालने के बाद क्या होगा। जानिए पूरी बात-
प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स 20 नवंबर को ही सुरंग स्थल पर पहुंच गए थे और तब से वहीं रुके हुए थे। उन्होंने पिछले 17 दिनों में हमेशा सभी को पॉजीटिव रहने की सलाह दी। डिक्स दिन-रात सुरंग स्थल पर मजदूरों से संपर्क में रहे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक्स हैंडल पर एक खुशखबरी शेयर की है। ये खुशखबरी सिलक्यारा सुरंग के मलबे में फंसे मजदूरों से जुड़ी है। उन्होंने बताया कि सुरंग में पाइप डालने का काम पूरा हो गया है।
भारी भरकम मशीनों के फेल हो जाने के बाद अब सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रैट माइनर्स को लगाया गया है। अब सबकी उम्मीद इन्हीं रैट माइनर्स पर टिक गई हैं।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू में लगी एजेंसियों ने पूरी ताकत झोंक दी। अब टनल से मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है।
उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं। लगातार आती समस्याओं के बीच केवल कुछ ही मीटर की ड्रिलिंग बची है जिस कारण 41 मजदूरों और उनके परिवारजनों की उम्मीदें बढ़ रही हैं।
उत्तरकाशी टनल ऑपरेशन में अब भारतीय सेना के जवान भी मोर्चा संभालेंगे। बता दें कि ड्रिलिंग के काम में दिक्कतें आने के बाद अब सेना के जवान मैनुअल ड्रिलिंग करें। इसके लिए सिविलियन की भी मदद ली जाएगी।
सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की पूरी कोशिश हो रही है। नए प्लान के मुताबिक, अब ड्रिलिंग की बजाय मैनुअली ही मलबा हटाया जाएगा।
डिक्स ने बताया कि ऑगर मशीन टूट गई है। अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था, जिससे उसमें काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए थे।
सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की पूरी कोशिश हो रही है। नए प्लान के मुताबिक, अब ड्रिलिंग की बजाय मैनुअली ही मलबा हटाया जाएगा।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी पर पूरी दुनिया की निगाहें बनी हुई हैं। यहां की एक टनल में 41 जिंदगियां फंसी हुई हैं। NDRF समेत कई एजेंसियां इन श्रमिकों को सही सलामत बचाने के लिए पिछले 13 दिनों से प्रयासरत हैं और उम्मीद की जा रही है कि आज उन्हें बाहर निकाल लिया जाएगा।
उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं अब उनका तनाव दूर करने के लिए बोर्ड गेम और ताश भेजे जाने की योजना बनाई जा रही है।
सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों के लिए पिछले 48 घंटे से हालात लगातार बदल रहे हैं लेकिन उम्मीद की किरण इसलिए भी जगमग है क्योंकि सुंरग के अंदर फंसे मजदूर सही सलामत हैं, उनसे बात हो रही है। गुरुवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मजदूरों का हौसला बढ़ा रहे गब्बर सिंह से बात की और भरोसा दिलाया कि पूरा देश उनके साथ ह
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