उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (UKPSC) की तरफ से कंबाइंड स्टेट (सिविल) अपर सबऑर्डिनेट सर्विस मेंस परीक्षा 2021 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। एडमिट कार्ड को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग(UKPSC) की तरफ से डाटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator) के पद पर सीधी भर्ती के लिए एक ऑफिशियल नोटिस जारी किया गया है। इस रिक्रूटमेंट के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
जोशीमठ में पल-पल बदलते हालात पर हमारी नजर बनी हुई है, ऐसे में शहर पर आए संकट से जुड़े हर जरूरी अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहें:
22 वर्षीय आयुष मंदिर गया था तब रात भर उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में उसके साथ मारपीट की, उसे बांध दिया और जलती लकड़ियों से उसकी पिटाई की।
दरारें पड़ने से दरक रहे उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में मौसम का मिजाज बिगड़ने से कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता पहले ही बढ़ा दी थी, और अब उत्तरकाशी में भूकंप की खबरें लोगों को और परेशान कर रही होंगी।
जोशीमठ में मलारी इन और माउंट व्यू होटल वो इमारतें हैं जो आज जोशीमठ में हजारों जिंदगियों के लिए खतरा बन गई हैं। एक-दूसरे की तरफ झुके ये दोनों होटल जोशीमठ में भ्रष्टाचार के जीते जागते सबूत हैं।
इसरो से जारी हुई जोशीमठ की सैटेलाइट तस्वीरें में साफ-साफ देखा जा सकता है कि जोशीमठ का कौनसा हिस्सा धंसने वाला है। यह सभी तस्वीरें काटरेसैट-2एस सैटेलाइट से ली गई हैं।
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने गुरुवार को राज्य सरकार से चमोली जिले के भूमि धंसाव प्रभावित जोशीमठ कस्बे के लिए एक मजबूत योजना बनाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने सरकार को इस मामले पर गौर करने के लिए स्वतंत्र विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाने का निर्देश दिया।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग(UKPSC) की तरफ से फॉरेस्ट गर्ड भर्ती एग्जाम का प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है। कैंडिडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर प्रवेश पत्र को डाउनलोड कर सकते हैं।
उत्तराखंड सबोर्डिनेट सर्विस सिलेक्शन कमीशन के अधिकारी को पेपर लीक(UKSSC Paper leak) मामले में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
उत्तराखंड के जोशीमठ में संकट कम नहीं हुआ है। अब तक करीब पांच सौ परिवारों को राहत कैंप में शिफ्ट किया जा चुका है, तो वहीं सीएम धामी खुद जोशी मठ में कैंप कर रहे हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भूधंसाव से प्रभावित मकानों को गिराने संबंधी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए लोगों से कहा कि इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
उत्तराखंड के जोशीमठ को बचाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक खतरनाक होटलों को गिराने का काम शुरू नहीं हो पाया है। इसके पीछे 2 वजहें सामने आई हैं। होटल मालिकों ने होटलों को गिराने के मामले को लेकर हंगामा भी किया था।
उत्तराखंड में जोशीमठ जैसी और भी आपदाएं आ रही हैं। पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हश्र हो सकता है। इन जिलों के स्थानीय लोगों को जोशीमठ जैसे संकट का खौफ है।
मौसम विभाग ने आज जोशीमठ में बारिश और बर्फबारी की भी आशंका जताई है। अगर इन हालात में बारिश होती है तो जोशीमठ पर खतरा और बढ़ सकता है।
रुद्रप्रयाग के मरोड़ा गांव के नीचे भी टनल का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन टनल निर्माण के चलते मरोड़ा गांव के घरों में मोटी-मोटी दरारें पड़ चुकी हैं। कई घर तो दरार पड़ने के बाद जमींदोज हो चुके हैं और कई होने की कगार पर हैं।
जोशीमठ के लोगों का दर्द है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें की चौड़ाई लगातार बढ़ रही है। डेंजर जोन से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने हालांकि इस मामले पर तत्काल सुनवाई के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा दायर याचिका को सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया।
उत्तराखंड में शीत लहर और कोहरे के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है।
जोशीमठ में घरों और ज़मीन पर पड़ी दरारें हर घंटे चौड़ी होती जा रही हैं। प्रशासन ने डेंज़र ज़ोन के घरों पर लाल निशान लगा दिए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
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