हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। पुलिस इस हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चला रही है।
हल्द्वानी हिंसा के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने अबतक 25 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस घटना के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
हलद्वानी में हुई हिंसा के कर्फ्यू लागू कर दिया गया था। हालांकि वनभूलपुरा इलाके को छोड़कर बाकी अन्य जगहों से कर्फ्यू को हटा लिया गया है। इस बीच पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 5 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हल्द्वानी हिंसा के मामले में पुलिस को अब्दुल मलिक नाम के एक शख्स की तलाश है जिस पर गैरकानूनी ढंग से जमीनों पर कब्जे करने और उन्हें बेचने के भी आरोप हैं।
पीएम मोदी दोपहर साढ़े 3 बजे 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र को करेंगे संबोधित..राम मंदिर के धन्यवाद प्रस्ताव पर भी बोलेंगे पीएम मोदी
उत्तराखंड का हल्द्वानी...हिंसा की आग में झुलस गया...पूरी प्लानिंग और फुल प्रूफ तैयारी के साथ वहां पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया और थाने पर हमला हुआ....हल्द्वानी की हिंसा किस कदर भड़की इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि उपद्रवियों को जो कुछ भी दिखा उसे आग के हवाले कर दिया गया..
हलद्वानी में हुई हिंसा के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा है कि कर्फ्यू लगाने से स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है, लेकिन फिलहाल प्रयास सामान्य स्थिति वापस लाने पर केंद्रित हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी हल्द्वानी पहुंचे। यहां उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाके में स्थिति का जायजा लिया और घायलों से अस्पताल में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमला सुनियोजित था और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने गई टीम को भारी हिंसा का सामना करना पड़ा गया। अराजक तत्वों ने पुलिस और प्रशासन के ऊपर पथराव कर दिया और कई वाहनों में आग लगा दी है। सीएम धामी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं।
उत्तराखंड से शादी के बहाने भगाई गई दो नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है और 2 आरोपियों में से एक को गिरफ्तार भी कर लिया है।
हल्द्वानी के मलिक बगीचा इलाके में मौजूद अवैध मदरसे पर नगर निगम का बुलडोजर चला। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और जमकर हिंसा देखने को मिला। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
UCC Bill Passed In Uttarakhand Assembly: बिल पास होने के बाद लगे जय श्री राम के नारे
उत्तराखंड विधानसभा में ध्वनि मत से UCC विधेयक पास हो गया है। सीएम धामी ने विधानसभा में बताया है कि हमने संविधान के अनुच्छेद 342 के अंतर्गत वर्णित हमारी अनुसूचित जनजातियों को इस संहिता से बाहर रखा है।
मुफ्ती शमून कासमी ने कहा है कि समान नागरिक संहिता लाकर उत्तराखंड सरकार ने महिलाओं को समानता का अधिकार दिया है और उन्हें उनका बुनियादी हक दिलाया है।
कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड UCC लागू करने वाला पहला राज्य बना है और इसके लिए हम उसे बधाई देते हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य विधानसभा में आज मंगलवार को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) विधेयक पेश कर दिया है। इस विधेयक उत्तराखंड में सभी नागरिकों के लिए उनके धर्म की परवाह किए बिना एक समान विवाह, तलाक, भूमि, संपत्ति और विरासत समेत कई कानूनों का प्रस्ताव है।
धामी सरकार आज यूसीसी बिल विधानसभा में पेश करने जा रही है। धामी सरकार का ये कदम 2024 के चुनाव से पहले गेमचेंजर साबित हो सकता है।
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता बिल को विधानसभा में पेश करने की तैयारी पूरी हो चुकी है. कल यानि 6 फरवरी को UCC बिल उत्तराखंड विधानसभा में पेश किया जाएगा। विधानसभा में बीजेपी का बहुमत है इसलिये इस बिल का पास होना तय माना जा रहा है।
उत्तराखंड कैबिनेट ने UCC बिल को मंजूरी दे दी है। सीएम धामी के आवास पर हुई बैठक में इस बिल को मंजूरी दी गई है।
उत्तराखंड के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार हो चुका है। आज धामी सरकार को कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि हमने सारी तैयारियां कर ली हैं। आगामी सत्र में विधेयक लाकर UCC लागू करेंगे।
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