वन विभाग के अनुसार आग बुझाने पहुंचे वनकर्मी उसकी चपेट में आ गए। इनमें से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य चार कर्मी बुरी तरह झुलस गए हैं और उनका इलाज चल रहा है।
उत्तराखंड के जंगलों में बीते कुछ समय से आग लगने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। इस आग के कारण अब तक कुल 5 लोगों की जान चली गई है। वहीं, इस आग को बढ़ावा देने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज कर के कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
यह पहली बार नहीं है जब उत्तराखंड के जंगलों में आग लगी है। इससे पहले भी बागेश्वर की जंगलों में आग लग चुकी है। हरे भरें जंगलों में आग लगने के कारण भारी मात्रा में वन संपदा और वन्यजीवों का नुकसान होता है।
उत्तराखंड की आग सौ फीसदी मानव निर्मित है। खुराफाती दिमाग के लोग ऐसी आग भड़काने के बड़े एजेंट हैं। कुछ इलाकों में स्थानीय ग्रामीण अच्छी घास के लालच में जंगल में आग लगा देते हैं...
श्रीनगर में आग से धधक रहे जंगल, स्थानीय लोगों को हो रही सांस लेने में परेशानी
संपादक की पसंद