उत्तराखंड के जोशीमठ को बचाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक खतरनाक होटलों को गिराने का काम शुरू नहीं हो पाया है। इसके पीछे 2 वजहें सामने आई हैं। होटल मालिकों ने होटलों को गिराने के मामले को लेकर हंगामा भी किया था।
उत्तराखंड में जोशीमठ जैसी और भी आपदाएं आ रही हैं। पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हश्र हो सकता है। इन जिलों के स्थानीय लोगों को जोशीमठ जैसे संकट का खौफ है।
मौसम विभाग ने आज जोशीमठ में बारिश और बर्फबारी की भी आशंका जताई है। अगर इन हालात में बारिश होती है तो जोशीमठ पर खतरा और बढ़ सकता है।
Joshimath को बचाने की आखिरी कोशिशें शुरू हो गई हैं। आज उन दो होटलों को ढहाया जाएगा जिन्हें कल ध्वस्त किया जाना था। प्रशासन का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करके होटल बनाया गया है इसलिये उसे गिराया जा रहा है। #JoshimathCrisis #joshimathnews
रुद्रप्रयाग के मरोड़ा गांव के नीचे भी टनल का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन टनल निर्माण के चलते मरोड़ा गांव के घरों में मोटी-मोटी दरारें पड़ चुकी हैं। कई घर तो दरार पड़ने के बाद जमींदोज हो चुके हैं और कई होने की कगार पर हैं।
Uttarakhand के Joshimath के उन दोनों होटलों का Demolition शुरू होने वाला है, जो झुक गए हैं। कल लोगों के Protest की वजह से होटल को गिराने का काम रोक दिया गया था। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है। #JoshimathRescue #JoshimathDemolition #super100
Uttarakhandजोशीमठ में आज जो कुछ हो रहा है इसकी जिम्मेदारी कौन-कौन सी सरकारों पर जाएगी? आशियानें गिर जाएंगे गुनहगार कब जाएंगे? जोशीमठ में बार-बार चेतावनी के बावजूद क्यों सोती रही प्रशासन?
जोशीमठ के लोगों का दर्द है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें की चौड़ाई लगातार बढ़ रही है। डेंजर जोन से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने हालांकि इस मामले पर तत्काल सुनवाई के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा दायर याचिका को सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया।
Joshimath को बचाने के लिए प्रशासन का एक्शन जारी है। बद्रीनाथ रोड पर बने दो होटलों को तोड़ने का काम जारी है। इस वक़्त Joshimath के 'Mount View' और 'Malari In' होटलों को तोड़ा जा रहा है। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है।#JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews #JoshimathHotelsJoshimath News
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। सबसे पहले Joshimath के वो दो होटल गिराए जा रहे हैं जो सबसे ज़्यादा बुरी हालत में हैं। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। जिन होटलों और मकानों में ज़्यादा दरारें हैं उन्हें गिराने का काम शुरू हो गया है।#JoshimathDemolition
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। जिन होटलों और मकानों में ज़्यादा दरारें हैं उन्हें गिराने का काम आज से शुरू हो जाएगा।#joshimath #joshimathnewstoday
जोशीमठ में जमीन धंसने के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू किया जा रहा है। आज जोशीमठ के दो होटल्स 'होटल मलारी' और 'माउंट व्यू' को हटाया जाएगा।
क्या जोशीमठ में रह रहे लोगों को शिफ्ट कराना ही होगा? क्या पूरा जोशीमठ देहरादून शिफ्ट होगा? क्या है सरकार का प्लान? क्या है लोगों के मन में ? देखिए इस रिपोर्ट में..
जोशीमठ को बचाने का एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है. सरकार ने लोगों को शिफ्ट करवाने के लिए प्रशासन को आदेश दिया है. लोगों को शिफ्ट करने का काम शुरू भी हो चुका है.
उत्तराखंड में शीत लहर और कोहरे के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है।
जोशीमठ में घरों और ज़मीन पर पड़ी दरारें हर घंटे चौड़ी होती जा रही हैं। प्रशासन ने डेंज़र ज़ोन के घरों पर लाल निशान लगा दिए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
आपदा की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। यहां कभी भूकंप से तबाही मचती है, तो कभी जलप्रलय से इस बार भगवान बदरीनाथ धाम के प्रवेशद्वार जोशीमठ से आपदा की आहट आ रही है। यहां घरों पर दरारें पड़ गई हैं, जमीन के नीचे पानी की हलचल साफ सुनाई दे रही है।
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